आचार्य श्री राधा वल्लभ त्रिपाठी जी को सादर नमस्ते। आर्य समाज के प्रवर्तक स्वामी दयानन्द सरस्वती जी महाराज को शत् शत् नमन्। आर्य समाज अमर रहे वेद की ज्योति जलती रहें।। ओउम् शान्तिः शान्तिः शान्तिः।। आर्य पुत्र।।
@ARR5429 ай бұрын
ऋषि दयानंद सरस्वती जी की जय हो। ऋषि के उपकारों का यह राष्ट्र सदैव ऋणी रहेगा।
@deeptrivedi53382 жыл бұрын
प्रामाणिक, पूर्वाग्रहमुक्त व शोधपरक प्रस्तुतीकरण। हिंदी के प्रख्यात लेखक जयशंकर प्रसाद ने अपने प्रसिद्ध उपन्यास 'तितली' में इस घटना का विवरण देते हुए स्वामी दयानन्द के पक्ष का ही समर्थन किया है। उपन्यास का सम्बद्ध अंश निम्नवत है - किसान आसामियों में एक देवनन्दन भी थे। मैं उनका आश्रित ब्राह्मण था। मुझे अन्न मिलता था और मैं काशी में जाकर पढ़ता था। काशी की उन दिनों की पंडित मंडली में स्वामी दयानन्द के आ जाने से हलचल मची हुई थी । दुर्गाकुंड के उस शास्त्रार्थ में मैं भी अपने गुरुजी के साथ दर्शक-रूप से था; जिसमें स्वामीजी के साथ बनारसी चाल चली गयी थी । ताली तो मैंने भी पीट दी थी। मैं क्वीन्स कालेज के एंग्लो-संस्कृत-विभाग में पढ़ता था मुझे वह नाटक अच्छा न लगा। उस निर्भीक संन्यासी की ओर मेरा मन आकर्षित हो गया। वहाँ से लौटकर गुरुजी से मुझसे कहा सुनी हो गयी, और जब मैं स्वामीजी का पक्ष समर्थन करने लगा, तो गुरुजी ने मुझे नास्तिक कहकर फटकारा।
@sureshbhargava97102 жыл бұрын
अति सुन्दर,, भीड़ अंधकार की तरह होती है जबकि ज्ञानी प्रकाश की किरण की तरह,,
@unadpotrarahim2006 Жыл бұрын
@@sureshbhargava9710 फिर दयानंद हार क्यों गए ??
@Anonymous780- Жыл бұрын
@@unadpotrarahim2006Kab हारा be? 😂😂
@AnandKumar-dq9tf Жыл бұрын
@@unadpotrarahim2006 आप जैसे लोग ही इस तरह मूर्खता पूर्ण प्रश्न कर सकते हैं।
@vedicphilosophy971810 ай бұрын
आदरणीय त्रिपाठी जी ने बहुत ही तथ्यपूर्ण वक्तव्य प्रस्तुत किया है उनकी जितनी प्रशंसा की जाए कम है । जिन लोगों ने इस तथ्य के विपरीत टिप्पणी की है उनसे सादर निवेदन है कि एक बार ऋषि दयानंद के लिखे हुए साहित्य को पढ़ लीजिए। सत्यार्थ प्रकाश का आठवाँ समुल्लास पढ़ोगे तो आपको पता लग जाएगा कि वह अंग्रेजों के कितने बड़े विरोधी थे । 1875 ई में सत्यार्थ प्रकाश लिखा गया था । उस समय अंग्रेजों के विरूद्ध एक शब्द बोलना भी देश द्रोह था। स्वामी जी ने तो खुलकर के अंग्रेजों के विरुद्ध लिखा है । इसी कारण अंग्रेजों ने षड्यंत्र करके उनको विष दिलाकर मरवा दिया
@Aghori_Tantrik208 Жыл бұрын
3 महीने दयानंद जी रुके उसके बाद भी 6 बार काशी गए और प्रत्येक बार विज्ञापन जारी किया कि किसी भी पण्डित को वेद में मूर्तिपूजा का प्रमाण मिला हो तो आकर संवाद करें। किन्तु कोई नहीं आया। इतने से ही समझ आता है कि किसका पक्ष गुरूतर था और कौन विजय हुआ होगा।
@ramanujadasa12111 ай бұрын
Lol dayanand usdin bht bura Hara tha phir kuch bolne ka layak nhi bacha tha😂 isiliye Kashi ma aaj v bacha bacha Dayanand ka mazak udate ha😂
@Aghori_Tantrik20811 ай бұрын
@@ramanujadasa121 🤣😁 तो तुम ही बता दो कि वेद में कहां मूर्ति पूजा की विधि है क्योंकि यही शास्त्रार्थ का विषय था तो यही पोप मंडली जीती थी तो अवश्य ही उन्होंने वेद से मूर्तिपूजा सिद्ध करी होगी तो तुम बताओ दो की वेद में कहां मूर्तिपूजा के विधान है। यदि वेदों से ही मूर्तिपूजा सिद्ध करना है आपको तो बताइए कि 1)किस वेद के किस सूक्त/मंडल/अध्याय/काण्ड के किस मंत्र में मूर्ति बनाने की विधि लिखी है? 2) वेद में ईश्वर के किस रुप की मूर्ति बनाने का विधान है?? विद वेद मंत्र 3) वह मूर्ति किस धातु की और कितनी बडी होनी चाहिए?? विद वेद मंत्र 4) उसकी स्थापना कैसे करनी चाहिए?? विद वेद मंत्र 5) उसको किस प्रकार प्रसन्न करना चाहिए, भोग क्या लगाना चाहिए?? विथ वेद मंत्र 6) उसको कपड़े किस तरह के और किस रंग के पहनाए चाहिए या बिना वस्त्र के ही रखना चाहिए?? विद वेद मंत्र 7) मूर्ति में प्राण प्रतिष्ठा की जाती है तो प्राण प्रतिष्ठा के मंत्र किस वेद में दिए हुए हैं?? क्योंकि यदि वेद में मूर्तिपूजा है तो उसका विधि विधान भी अवश्य ही होना चाहिए?? और बिना प्राण प्रतिष्ठा के पत्थर को भगवान माना नहीं जाता है तो किस वेद में मूर्ति में प्राण प्रतिष्ठा के मंत्र हैं बताएं???
@ramanujadasa12111 ай бұрын
@@Aghori_Tantrik208 ved ma vidhan hona jaruri ha kya ? Itihas puran agam ma pura bistar se Diya hua ha murti puja kese karte ha. Phele tum uska praman do ki ved ma agar murti puja ka vidhan nhi milta toh wo galat ha.
@Aghori_Tantrik20811 ай бұрын
@@ramanujadasa121 शास्त्रार्थ का विषय तो वेदों में मूर्तिपूजा ही था न 😂🤣👻 अत: स्पष्ट है कि स्वामी दयानंद सरस्वती जी ही विजय हुए थे और जब पौराणिको से उत्तर न दिया गया तो हल्ला गुल्ला करके भाग गए। और उसके बाद भी जब स्वामी जी 5-6 बार काशी गए और विज्ञापन जारी करवाया की अभी भी किसी को मूर्तिपूजा का वेद में प्रमाण मिला तो तो पुनः आ सकते हैं लेकिन कभी कोई नहीं आया।🤣😁😂 Edited=अरे महोदय जब शास्त्रार्थ वेद में मूर्तिपूजा पे था और पौराणिक मंडली तब और तुम लोग आज तक भी वेद से प्रमाण नहीं दे सके तो स्वामी दयानंद सरस्वती जी हार ही कैसे सकते हैं 😂😁 माता जी से कहो कि बॉर्नविटा वाला दूध दे तुमको, तुम्हारी बुद्धि सामान्य स्तर से भी कम लग रही है अपनी टेलीग्राम id/username दो क्यूंकि यूट्यूब पे कमेंट लिमिट हो जाते हैं। वहां तुम्हारा उपचार अच्छे से हो जाएगा। यहां तो बचकर निकल जाओगे। और कॉमेंट में प्रश्नों के उत्तर भी नहीं दोगे। अगले कॉमेंट में सबसे पहले अपनी टेलीग्राम id/यूजरनेम देना।और ये मत कहना नहीं है, जल्दी से बना लो और मुझे दो
@ramanujadasa12111 ай бұрын
@@Aghori_Tantrik208 tum Arya samajio ka alag he khud ka story ha 🤣 , ustime ka samachar Patra to padh leta bhai kese dayanand Hara tha pura likha hua ha.
@suvendumishra71044 жыл бұрын
बोहोत सुंदर प्रस्तुति गुरुजी,पूज्यपाद महर्षि दयानंद की जय🚩
@parmindersinghmangat5358 Жыл бұрын
So much impressed by swamy Dayanand Saraswati ji,will certainly read his biography whenever I get it
@waheguruwaheguru2752 Жыл бұрын
just imagine if someone ask questions abt ur religion..... Hinduism still surviving nd growing..... agar tere religion per open questions ho gaye to kya hoga ye soch le
@RajeshKumar-og3ov Жыл бұрын
Please read Satyarth Prakash written by swami Dayanand Saraswati jee maharaj
@Anonymous780- Жыл бұрын
@@waheguruwaheguru2752Kehna kya chahtaa hai😂
@satyadevmishra124411 ай бұрын
श्री त्रिपाठी जी के चरणों में प्रणाम
@dp_1512 Жыл бұрын
Mharishi Dayanand ji ko koti koti naman
@prabhatrajput2827 Жыл бұрын
महर्षि दयानंद जी का जो ये मत है कि ईश्वर निराकार है और अवतार नहीं लेता ये बिल्कुल सही है । ईश्वर की कोई मूर्ति नहीं होती
@BharatsinghGusain-x9s10 ай бұрын
Murti to pathar ki hi hoti h ya mitti ki hoti h pr usme Jo bhaw hota h or paran partistha hoti h tab sirf usme bhagwan khud ko parkat kr lete h ved manter se hi paran partistha hoti h
@prabhatrajput282710 ай бұрын
@@BharatsinghGusain-x9s मंत्रो से यदि पत्थर की मूर्ति में जीवन आ जाता है तो उसमें जीवन का कोई लक्षण प्रकट क्यों नहीं होता। और फिर अपने मरे हुए परिवार वालों को लोग जीवित क्यों नहीं कर लेते अगर मंत्रों से प्राण आ जाते हैं तो। और मूर्ति तो टूट फूट भी जाती है इसका मतलब भगवान टूट गया।
@0__-_-..._-.Matter._-_._-_-._10 ай бұрын
@@BharatsinghGusain-x9sअगर तुम्हारे ढोंगी लोग मूर्ति में शक्तिशाली ईश्वर की प्राण प्रतिष्ठा कर सकते है तो मरे हुए आदमी में प्राण प्रतिस्ठा करना उनके बाए हाथ का खेल होगा ? किसी मरे हुए आदमी में प्राण प्रतिस्ठा करके दिखाओ ,,,ढोंग भरते है कि मूर्ति में प्राण प्रतिस्ठा करते है मूर्ति अपने हाथ पैर 1 इंच भी नही हिला पाती इसका मतलब प्राण प्रतिस्ठा एक झूठा ढकोसला है बस ।।।
@0__-_-..._-.Matter._-_._-_-._10 ай бұрын
@user-zf7bh8qe6b अगर तुम्हारे ढोंगी लोग मूर्ति में शक्तिशाली ईश्वर की प्राण प्रतिष्ठा कर सकते है तो मरे हुए आदमी में प्राण प्रतिस्ठा करना उनके बाए हाथ का खेल होगा ? किसी मरे हुए आदमी में प्राण प्रतिस्ठा करके दिखाओ ,,,ढोंग भरते है कि मूर्ति में प्राण प्रतिस्ठा करते है मूर्ति अपने हाथ पैर 1 इंच भी नही हिला पाती इसका मतलब प्राण प्रतिस्ठा एक झूठा ढकोसला है बस ताकि लोगो के द्वारा मूर्ति पर चढ़ाया धन लुटा जा सकते ।।।
@aryavartbharat1310 Жыл бұрын
ऋषिराज दयानन्द सरस्वती जी की जय हो. ठोंगियो पुंगा पुराणियों भागवत कथा कारो के ठोंगियो को भी सत्यार्थ प्रकाश पढ़ना चाहिए.
@Skill512 Жыл бұрын
कूपमंडुकोSसि 🙂
@Ram47988 Жыл бұрын
@@Skill512 सत्य कहा पौराणिक रूप मंडूक है
@Skill512 Жыл бұрын
@@Ram47988 साधु! भवानपि 🤩
@Abhi_ke_sang Жыл бұрын
@@Skill512स्वकीयम अस्ति भवान 😂
@Abhi_ke_sang Жыл бұрын
@@Skill512स्वकीयम अस्ति भवान 😂
@TheRajeshtalwar3 жыл бұрын
श्री राधावल्लभ त्रिपाठी शास्त्रीजी, आपकी की विद्वत्ता को सुनकर मैं हर्षित हो रहा हूं। आपका अध्ययन बहुत प्रशंसनीय है। आपको मेरा प्रणाम। यद्यपि बहुत कम लोगों ने आपके वीडियो देखें हैं, परंतु ये आपके प्रगाढ़ पांडित्य का प्रतीक नहीं हो सकता। श्री कृष्ण आपको दीर्घ आयु दें, ऐसी मेरी शुभकामना है। आप जैसे सज्जन हमारी संस्कृति के रत्न है। मैं आपके व्याख्यान सुनकर बड़ा सुख अनुभव कर रहा हूं। आपका सहृदय आभार। I am a Corporate Trainer and a University first ranker from University of Mumbai in MBA from NMIMS. Please continue such videos and enrich Bharatvarsh.
@प्रकृतिप्रकृति-ध9स6 ай бұрын
महर्षि दयानंद सरस्वती जी की जय
@dharamvirsatnamisadh3104 Жыл бұрын
अति सुन्दर पाखंड वाद पर प्रहार
@vinodkumarrichhariya33273 жыл бұрын
तथ्यात्मक, प्रामाणिक एवं निरपेक्ष समीक्षा से इस महान शास्त्रार्थ का ज्ञान प्राप्त हुआ।🙏🙏
@NareshKumar-sp5qr Жыл бұрын
आप जैसा मूर्धन्य विद्वान् ही इस प्रकार के विवादास्पद विषय पर निरपेक्षभाव से ऐसी प्रामाणिकता पूर्ण प्रस्तुति दे सकता है। कोटि कोटि नमन।
@drmustaqeem42422 жыл бұрын
बहुत सुंदर वर्णन और ज्ञानवर्धक उच्च कोटि का प्रस्तुतीकरण आर्य समाज के बारे में विस्तार से ज्ञान प्राप्त हुआ आपका बहुत-बहुत आभार ईश्वर सदा आपको सुखी रखे।
@RajendraPurohit-k9cАй бұрын
वैदिक धर्म की जय।
@aaloksahu1330 Жыл бұрын
सादर नमस्ते जी 🙏🏼🌺💥🔥🚩☀️🙏🏻
@HaridevSharma-rc1jv5 ай бұрын
मैं ऋषि मुनियों की संतान आर्य पुत्र हिन्दू मेरा देश आर्य वर्त भारत हिन्दू स्थान इण्डिया। मेरा गुरु माँ पिता आचार्य वेद भगवान्। गुरु मंत्र गायत्री। पंच महा यज्ञादि षट कर्म। सत्य सनातन वैदिक धर्म। प्रेरणा सत्यार्थ प्रकाश।। गुरु देव महर्षि दयानन्द सरस्वती जी महाराज।। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीरामचंद्र और योगेश्वर श्रीकृष्ण हमारे आदर्श। ओउम् शान्तिः शान्तिः शान्तिः।। आर्य पुत्र।।
Prof Tripathisaab has thrown a flood of light on the unknown or little known chapter of the Shastratha of that Indomitable Swami Dayananda n Pundits of those times. I salute Prof Tripathitiji for his foraging into new and new fields of Indology. I always wonder from where does he draw his indefatigable energy. Pranaam.
@HeyShriyash Жыл бұрын
Dayanand bhi tripathi the😂
@mahaveeraryasamaj4 жыл бұрын
नीर क्षीर विवेक आदरणीय शास्त्री जी बहुत ही सुंदर प्रस्तुति निष्पक्ष रुप से आपके द्वारा प्रस्तुत की गई आपको बहुत-बहुत धन्यवाद आपके चरणों का वंदन
@vedicparkash Жыл бұрын
जी आपका कोटि कोटि धन्यवाद
@narayanmishra1329 Жыл бұрын
आपके हम शुक्र गुजार हैं आपने बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी दी
@sumeetbhardwajclasses4 жыл бұрын
Bahut accha sajhaaya aapne. Aap mere Favourite ho
@devduttrakesh30239 ай бұрын
बहुत ही युक्तिसंगत और जानकारीपूर्ण सारगर्भित ऐतिहासिक विवेचन ~~~ समय रहा तो कुछ विशिष्ट जानकारी रखूंगा ~~~
@pawankumarsharma97963 жыл бұрын
बहुत अच्छा व्याख्यान जिससे ऐसे विषय भी प्रकाशित हो सके
@mrs.ss.kaushal92353 жыл бұрын
आपसे जितना भी जाना, वह अमूल्य है।
@rajendraprasaddwivedi46954 жыл бұрын
गुरूजी को सादर प्रणाम
@somshankerkhajuria2748 Жыл бұрын
भारत में सब ज्ञानी अपने को सर्व उत्तम ज्ञानी सिद्ध करने में लगे रहते हैं शायद यही कारण रहा होगा भारत के मुगलों से लेकर अंग्रेजों तक। हारा हुआ भारतीय मानस गुलाम होने पर भी अपने यथार्थ को नही भांप सका। परमात्मा के सिवाय दूसरा कौन है ? 🙏🌼🙏
@SandeepYadav-gx3nj2 ай бұрын
काशी का शास्त्र एक महान घटना भारतीय इतिहास में आदि शंकराचार्य के शास्त्र के बाद स्वामी दयानंद ने भारत में शास्त्र रात की महान परंपरा को फिर से पुनर्जीवित किया और फिर से सिद्ध किया कि सनातन वैदिक धर्म कितना महान है और पौराणिक पुजारीरियो को समझाया कि जिस पथ वे अनुगमन करते हैं वह सनातन धर्म से बहुत अलग हो चुका है
@kamlakantbahuguna4 жыл бұрын
गुरुदेव बहुत ही संतुलन विश्लेषण
@shriharsh9065 Жыл бұрын
Thank god.... It's so easy to find a closet arya samaji after karpatra swami
@brahmarshipranav.7 Жыл бұрын
कोई निष्कर्ष नहीं निकला दयानंद की जीत या काशी के पंडितों की
@harishmishraabhineta12404 жыл бұрын
सादर प्रणाम
@gauravtrivedir2 жыл бұрын
Sadar charan sparash sir!
@ganeshshinde26094 жыл бұрын
सादर नमन गुरुजी... आपने बहुत ही सारगर्भित सप्रमाण, निर्दोष, दुराग्रहरहित प्रतिपादन प्रस्तुत किया है। आशा है इससे बहुत लोग लाभान्वित होंगे।
@dr.dhananjaymishra35012 жыл бұрын
Jay to sanskritam
@04.abhineshmishra444 жыл бұрын
प्रणाम
@space-time-somdeep9 ай бұрын
So fascinating time that would be as a student in Varanasi.. I dream of that kind of Iit and university of that time.. ❤
@ramkishorekataria2387 Жыл бұрын
वाद विवाद होता रहना चाहिए इससे हमारे अंदर आ गई बुराइयों का पता लगेगा मेल की धुलाई होगी सत्य सनातन मर्यादा उजागर होगी मतभेद रखे मनभेद ना रखें एक दूसरे के प्रति ईर्ष्या ना रखें कृपया....
@ranabirmahata83844 жыл бұрын
Pranam Guruji
@indramohanpandey3037 Жыл бұрын
Is samay kaashi me kis jagah pe sastradarth hota hai ...Kripya batayein
@ajitbharti41 Жыл бұрын
sanatni arya samaj hi hai kyonki vedon ko hum log hi sabse jyada mante ,aap pandon ko sanatani kah rhe,
@BharatMusic-11 ай бұрын
Wo bhi Keval mantra Bhag mante ho .😂😂
@VishalGupta-rz7xz3 жыл бұрын
आप बहुत बड़ा कार्य कर रहे हैं 🙏
@Arramy-s2q5 ай бұрын
दयानंद जी काशी के शास्त्रार्थ से भगोड़ा साबित हुए थे इसका दलील है 😂😂😂
@vedicparkash Жыл бұрын
काश उस समय भी सोशल मीडिया होती
@dr.vishvajeetvidyalankar4 жыл бұрын
आभार गुरुदेव
@daivagya-74242 жыл бұрын
51:16 me yeh keval sanatanio ka byaan nhi h , yeh satyarth prakash me bhi likha hai ,aap padh skte hai hai old version of SP , page 21
@Aghori_Tantrik208 Жыл бұрын
Old version authentic nhi tha.....lipikaaron ne bahut kuch galat likh diya tha mudran dosh bhi usme bahut the....
@daivagya-7424 Жыл бұрын
@@Aghori_Tantrik208 abe page page ke badalte gye hai Arya samaji ,jitne constitution me amendmend nhi hue utne toh satyarth prakash me hogye h, agar first version authentic nhi toh kaun sa version maane ,hum toh first version ko hi maanenge kyuki baad me toh koi bhi badal skata h , printing error toh samjh aa hi jaati hai ki ek do shabd idhar udhar ho gye ho ,page ke page ,kahni ki kahani hi badal jaye aisa nhi ho skta ,agar first version ko bhi authentic na maane toh kis base pe hum kisi bhi version of SP ko authentic manege , Yeh sb sb chutiyapa kahi aur dikhana
@daivagya-7424 Жыл бұрын
@@Aghori_Tantrik208 isko kehte hai apni baat se palatna jab apna paksha majboot na ho toh badalate rehna
@Aghori_Tantrik208 Жыл бұрын
@@daivagya-7424 bewakoof aadmi😂🤣 aaj Jo Satyarth Prakash aata hai, kisi bhi publication ka.... Jo Swami ji ka second edition tha vahi authentic tha/hai....uski bhoomika mei hi likha hai ki ye second edition kyun banaya gya hai....
@VirendraKumar-yc7qt2 жыл бұрын
Sir Pandit Satyavrat samshrami ji dono paksho kae aur sae shastrarth ko chapha tha magzine pratayakram nandini Mae Ye bilkul nishpaksh vivran tha. Pandito nae us Mae parivartan karkae Mathura Prasad sae chaphvaya. Pratayakram nandini Mae mul shastrarth bhi chapha thae. OM TAT SAT.
@chaturbhaisatwara24946 ай бұрын
स्वामी विवेकानन्द जी ने मूर्ति पूजा का समर्थन किया था,तो क्या वो गलत है?
@keshav224534 ай бұрын
Ha woh galat hai kyu ki woh bolte hai ki Macaulay rishi ke avatar hai Gau mansh kahna sahi bola hai
@surendrasinghshekhawat28943 ай бұрын
Ha wo galat hai
@Adityapl8412 ай бұрын
Haa ji
@bsinhal8351 Жыл бұрын
kalyug me hua shashtrath
@ratneshyadav4926 Жыл бұрын
❤️❤️❤️
@prashantmuni Жыл бұрын
मूर्ति पूजा के विरुद्ध शास्त्रार्थ के बाद महर्षि दयानंद ने छह बार काशी में जाकर पंडितों को शास्त्रार्थ के लिए ललकारा कोई भी पंडित वेद से मूर्ति पूजा सिद्ध नहीं कर पाया था इससे सिद्ध होता है कि महर्षि दयानंद शास्त्रार्थ में विजई हुए थे।
@chaturbhaisatwara24946 ай бұрын
डिबेट के प्रकार तो भगवदगीता में भगवान श्री कृष्ण ने बताए हैं १) वाद २) जल्प ३) वितंडावाद और ४ संवाद
@indradevgupta37832 жыл бұрын
Na tasya pratima asti is in Yajurveda
@আকাশেরনীল-ঝ৮ণ4 жыл бұрын
Kiya ap Swami Dayanand ko shastrarth mai vijayi mante hai?
@motirpahas3 жыл бұрын
হ্যাঁ বিপ্লবদা শেষে এনার কনক্লুশন শুনলে তো তেমনই মনে হয়।
@Aghori_Tantrik208 Жыл бұрын
@@motirpahas he was victorious indeed.....the 27 Kashi pandits couldn't give any prove of idol worship from the vedas and that's what needed,at last they stood up and walk away without any declaration.....
Ravish Kumar sahab ki Facebook post se ye link mila aur ise sunkar kitna samriddh hui, bayan ke pare hai. Aap dono yunhi marg darshan karte rahen sdaa🙏🏼
@jawwadmobinSAJID Жыл бұрын
Bilkul
@waheguruwaheguru2752 Жыл бұрын
ye shaastrqth qgar tere religion per ho gaya to fir chilqqnqa mat
@keshav224534 ай бұрын
Swami Dayanand Saraswati ne islam ka khandan bhi bahut acche se kiya tha sab mulla mulvi darte te 😂 woh bhi dekho 😂
@shaktishukla42542 жыл бұрын
अत्यद्भुतम् ☺️
@ajaygoel73402 жыл бұрын
Overwhelmed
@haribandhumahapatro6436 Жыл бұрын
नमस्ते जी, कृपया समझाने को प्रार्थना है,वह है अभी एक शरीर धारी पुर्ण शुद्ध और पवित्र जीवात्मा का पता भेजने की कष्ट करें ।
@prafullasenapati70003 жыл бұрын
Isme apka kya Ray hai
@jawwadmobinSAJID Жыл бұрын
Ravis kumar send me
@Bittoo25b Жыл бұрын
Yes
@noorkazi2047 Жыл бұрын
Me too
@pratap71432 жыл бұрын
Jay shree ram
@space-time-somdeep9 ай бұрын
Ravish Kumar bring me here
@keshav224534 ай бұрын
Konsa ravish kumar
@keshav224534 ай бұрын
Choti muh badi baat maaf karna par murtipujke ko sanatani bol rahe hai toh arya samaji bhi sanatani murti puja santan nahi yeh toh kuch 2000 saal phele hua hai yeh kese sanatan hai
@yogatrainersureshswami68499 ай бұрын
आप आर्य समाज ओर सनातनी अलग अलग बोलकर समाज को बाटने का काम न करें क्यों की आर्य समाज आपकी नजर में सनातनी नही।ये बहुत गलत है।आर्य समाज भी सनातन की मुख्य शाखा का भाग है
@TailangSwamig Жыл бұрын
Jab ye gadar fund dyanand Saraswati Kashi mein macha rahe the tab pandito ne shree tailang Swami g ke pas gye the tab tailang Swami ji ne only ek letter likh kr ke dyanand g ke pas bhijwai uske bad Dyanand Saraswati ki sitipiti Gul ho gyi aur wahan se patli gali se nikal liye.
@ratnakartiwari59182 жыл бұрын
दयानन्द ने अंग्रेज और भारतीय समाज के मध्य सेतु का कार्य किया। अतः अंग्रेजो का उन्हें संरक्षण मिला।
@jawwadmobinSAJID Жыл бұрын
Prabudh logo ka samooh banana galat nahi hai. Samajhdaar log har jagah milenge , sirf apni jaati apni kitaab ko behatreen manna our baki sab ko nakaar dena sahi nahi hai. Angreezo main bhi kai type hai , jo knowledgeable hai unko sunna galat nahi hai
@Bittoo25b Жыл бұрын
Kattar hindu...detected
@prashantmuni Жыл бұрын
दयानंद का सरंक्षण उसका इष्ट देवता ओ3म् था इसलिए अंग्रेजों को भारत छोड़ना पड़ा।
@ganeshshinde260910 ай бұрын
अंग्रेजी राज्य के विरुद्ध नीडर होकर सर्वप्रथम स्वामी दयानंद जी ने स्वदेशी राज्य ही सर्वोपरि होता है कहकर स्वराज्य की प्रथम संकल्पना दी थी। अंग्रेजों के चाटुकार उन्हें कहना क्रांतिकारियों का अपमान है चूंकि उनकी प्रेरणा से ही हजारों क्रातिकारियों में राष्ट्रीय आन्दोलन के लिए उत्साह जगा था।
@PunitKumar-vw7ko5 ай бұрын
झूठ बोल रहा है वह काम है या तेरा धर्म गुरुने किया
@ratnakartiwari59182 жыл бұрын
दयानन्द अंग्रेजो की कृति है ।
@Aghori_Tantrik208 Жыл бұрын
तिवारी जी समुल्लास 13 पढ़े हैं कभी 🤣😇😂 ईसाइयों की दुनिया हिला दी है वहां स्वामी जी ने और इसके अतिरिक्त भी अनेकों शास्त्रार्थ किए ईसाईयों से...... जब उस समय कोई संत संन्यासी मठाधीश शंकराचार्य कुछ नहीं बोलता था तब बाईबल की पोल खोलकर रख दी थी स्वामी दयानंद सरस्वती जी ने 😀😃
@brijveersingh3894 Жыл бұрын
कुछ प्रमाण आपके पास।
@prashantmuni Жыл бұрын
@@Aghori_Tantrik208 सत्यार्थ प्रकाश के 13 समुल्लास पढ़िए ईसाइयों की धज्जियां उड़ा दी स्वामी दयानंद ने। सच पूछो महर्षि दयानंद के उग्र तपस्या से अंग्रेजों के भारत से पैर उखड़ गए थे।
@Aghori_Tantrik208 Жыл бұрын
@@prashantmuni जी, लेकिन ये बात इन रत्नाकर तिवारी को समझ नहीं आ रही है।
@vijaysaini37559 ай бұрын
महृषि दयानन्द ही जीते थे। शाम को लगभग 6 बजे थे कुछ धुधला धुधला दिखाई देने लगा था । इसी बात का फायदा उठाते हुए पौराणिको ने एक पर्ची महृषि को थमाई,, जैसे ही महृषि उसको देखने लगे तो पौराणिको ने हल्ला बोल दिया कि दयानद हार गया । ये सब पहलें से प्लान था। दयानंद तो अकाट्य सत्य है जो हमेशा सत्य रहेगा
@prasannakamdev71959 ай бұрын
कृपया "मिथ्यार्थ-प्रकाश" के बारे में भी कुछ बोल दें ताकि सत्यार्थप्रकाश की मूर्खता का स्पष्टीकरण हो जाए। दुर्भाग्य से मिथ्यार्थप्रकाश आजकल उपलब्ध नहीं है। किसी समय त्रैलंगस्वामी दो लाईन लिखकर दयानंद जी के पास भिजवा दिये और दयानंदजी चूप हो गए।।
@PunitKumar-vw7ko5 ай бұрын
अब तुम मूर्ख आनंद कहां से आ गया अज्ञान प्रकाश उल्टी करने
@PunitKumar-vw7ko5 ай бұрын
बिना प्रमाण के बोल तो वैसे रहा है जैसे दो लाइन तूने स्वयं पड़ा है उसे समय तो तुम्हारा जन्म कर्म भी नहीं हुआ होगा और नहीं तुम्हारे पिताजी का