अर्जुन फिर भी अर्जुन है कर्ण serial Wale मे बने है महान
@SuneelKumar-tv8tsАй бұрын
अच्छा फिर क्यों इंद्रदेव कवच कुंडल दान मांगकर ले गए कर्ण इज किंग 👍💪
@RohitKumar-u4o3qАй бұрын
Are bhai sahab karna kavach kundal rehta maara nahi jaa sakta haarana koi bada baat tha hi nahi Usko to satyaki ,Drupad,bheem,Abhimanyu, praduman , Gandarv, arjun sab ne haaraya hai
@sampayanmondal1146Ай бұрын
After 10 days of the war, Arjun broke one of the bows of his danus 11 bar of bhisma
@sampayanmondal1146Ай бұрын
Arjun is the greatest warrior of the Mahabharata
@sampayanmondal1146Ай бұрын
@@RohitKumar-u4o3qArjun the Greatest Warrior in the Mahabharata I have to say goodbye to Arjun. Even when he was constipated, he lost to Arjun many times.
@AnkitParmar-ei7dx27 күн бұрын
Bhai devraj endra karna ka kavch or kundal nabhi lete to bhi Arjun Karn ka vadh karle te Bhai karn sirf tv siriyal me mahan or sakti sali bataya jatahe lekin hakikat me Arjun hi mahan the lekin koi visvash nahi karta kyuki ye kalyughe mere bhai yaha dharm ko koi nahi janta kyuki yaha adharm ko hi mahan bata te he
@AnkitKhare-ey1ll2 ай бұрын
Arjun ko sarvshreshth manne wala insaan 😅😅😂😂😂😂😂😂😂😂😂
@rahulmajhi501013 күн бұрын
Kid spotted 🤡
@mis.apart.jorhat2 ай бұрын
Arjun known about 5 types of archery ❤
@IndraneelSarkar-1272 ай бұрын
जब भीष्म पितामह दोनों पक्षों के योद्धाओं को उनकी श्रेणी यानी कौन रथी है कौन महारथी और कौन अतिरथी तब उन्हें सभी को श्रेणी प्रदान दिया गया सिवाए अर्जुन के क्योंकि वो जानते थे और मानते थे अर्जुन सारे श्रेणियों से ऊपर है और उनके और गुरु द्रोणाचार्य के अतिरिक्त उनका सामना और कोई नहीं कर सकता🙏🏻 "गुडाकेश की आंखें लाल हैं और उसके सहायक के रूप में वासुदेव हैं। हे वीर! ऐसा कोई रथ नहीं है जो न तो सेना में, न ही देवताओं या पहले के दानवों, नागों, राक्षसों और यक्षों में उसके बराबर हो, बात ही मत कीजिए।" मैंने ऐसे किसी रथ के बारे में नहीं सुना जो बुद्धिमान पार्थ के सारथी और धनंजय के समान निपुण हो योद्धा। धनुष दिव्य गांडीव है और घोड़े पवन की गति वाले हैं। दिव्य कवच अभेद्य है। महान तरकश अक्षय हैं। महान इंद्र, रुद्र, कुबेर, यम और वरुण के हथियार हैं। उनके गदा हैं देखने में भयानक। उसके पास बहुत से हथियार हैं, जिनमें वज्र सबसे प्रमुख है। हिरण्यपुर में हज़ारों दानव रहते थे। उसने एक ही रथ पर सवार होकर उनका वध कर दिया। उसके जैसा रथ कहाँ है? वह क्रोधित है। वह बलवान है। सत्य ही उसका पराक्रम है। वह महाबाहु अपनी सेना की रक्षा करते हुए आपकी सेना का नाश कर सकता है। मैं धनंजय का सामना कर सकता हूँ, और गुरु भी। हे राजन! लेकिन दोनों सेनाओं में कोई तीसरा व्यक्ति नहीं है। वह वह अपने रथ से बाणों की वर्षा करेगा, जैसे ग्रीष्म ऋतु के अंत में जब भयंकर तूफान आता है, तब बादल बरसता है। निपुण कौन्तेय के पास वासुदेव का सहायक है। वह युवा और कुशल है। हम दोनों ही वृद्ध और थके हुए हैं।" संजय ने कहा, "जब राजाओं ने भीष्म के वचन सुने, तो उनके हृदय काँप उठे। उनकी सुदृढ़ भुजाओं में स्वर्ण के कंगन थे। उन पर चंदन का लेप लगा हुआ था। उनके मन में पहले की गति का स्मरण हो आया। पांडव्यों की शक्ति और शक्ति को देखकर ऐसा लगा मानो वे उन्हें अपनी आँखों के सामने देख रहे हों।" रथ-अतिरथ-सांख्य पर्व- अध्याय ८२९(१६६)
@swapnilmishra3537Ай бұрын
Arjun ko keval Mahadev or bhagwan Krishna hara skte the or koi ni
@DjahanchakmaJahan8 күн бұрын
Hai sehi hai
@devrgndas32913 ай бұрын
Arjun itna mahan yodh tha ki Karn ke sadharn van ko katne ke liye dibyastra chalata tha Or karn itna kamjur tha ki arjun ke divyastra ko katne ke liye sadharan van se hi kat deta tha Or to or karn itna kamjur tha ki sadharn astra se hi Gandiv ka 16 bar pratyancha kat diya tha 😂😂😂😂 Kamal ke bat bol rahe ho bhaai Atom bomb sabke pass he lekin unnat technology se sahi jagah pe maar karna sabki bass ki bat nahi he Atom bomb to pakistan ke pas jyada tha iska matlab nahi ki pakistan india se jyda taktwar tha Apke arjun bhargvastra ke dar se bhaga tha Sarpmukh ban ko counter nahi kar paya tha
@PRANABROY-k6h2 ай бұрын
Jada serial dekhliya haa,, podai kor thik see pata chal jayga
@wizard_ff_10kАй бұрын
Hamko lagta he ki tum surya putra kran serial dekh ke aaya hoga 😂😂😂
@devrgndas3291Ай бұрын
@@wizard_ff_10k han hm ko bhi yahi lagta he ki tum hi sony putra karn serial dekhe ho Mahabharat padhe hote to thoda gyan mil jata 😂😂😂
@devrgndas3291Ай бұрын
@@PRANABROY-k6h maine padh liya he tumko jankari chahiye to khud padh lo ye kahani or tv serial se dur raho
@wizard_ff_10kАй бұрын
@@devrgndas3291 yaha shree krishn ji par sawal uthaya ja raha he ki shree krishn aur (परम अक्षर ब्रम्ह ) koi or he
@IndraneelSarkar-1272 ай бұрын
श्री कृष्ण अर्जुन जी को उनकी और कर्ण की शक्ति का वर्णन करते हुए🙏🏻 "पार्थ को आगे बढ़ते देख कर मधुसूदन ने गांडीवधारी से कहा। 'हे गांडीवधारी! इस धनुष से आपने युद्ध में उन लोगों को परास्त किया है, जिन्हें कोई दूसरा नहीं हरा सकता। हमने शक्र के समान वीरों को देखा है। युद्ध में आपका सामना करके उन वीरों ने परम उद्देश्य प्राप्त किया है। हे पूज्य! चाहे वे द्रोण हों, भीष्म हों, भगदत्त हों, अवंती के विंद और अनुविंद हों, कम्बोज के सुदक्षिण हों, श्रुतायुषा हों या महापराक्रमी अच्युतायुषा हों, इनमें से कोई भी आपके विरुद्ध कुछ नहीं कर सका। ऐसा कोई नहीं है जो आपका सामना कर सके। आपके पास दिव्यास्त्र हैं। आप निपुण और बलवान हैं। हे अर्जुन! आप निशाना साधते हैं, प्रहार करते हैं और लक्ष्य को भेदते हैं। योग। युद्ध में तुम भ्रमित नहीं होते तथा जानते हो कि क्या करना चाहिए। तुम सभी देवताओं, असुरों तथा सभी गतिमान और अचल प्राणियों को मार डालने में समर्थ हो। हे पार्थ! इस पृथ्वी पर कोई भी योद्धा या मनुष्य ऐसा नहीं है जो युद्ध में तुम्हारे समान हो। क्षत्रिय हैं जो धनुष उठाते हैं तथा युद्ध में अजेय हैं। परंतु मैंने उनमें या सर्वोच्च देवताओं में तुम्हारे समान किसी को नहीं देखा, न सुना। सभी प्राणियों के रचयिता ब्रह्मा ने अत्यंत अद्भुत गांडीव का निर्माण किया। 626 हे पार्थ! इसी से तुम युद्ध करते हो, इसलिए कोई भी तुम्हारे समान नहीं है। हे पांडव! परंतु मुझे तुम्हारे लिए हितकर वचन अवश्य बोलने चाहिए। हे महाबाहु! कर्ण को तुच्छ न समझो। वह युद्ध का आभूषण है। कर्ण बलवान और अभिमानी है। वह शस्त्र विद्या में निपुण और महारथी है। वह युद्ध में निपुण और रंग-बिरंगा है। वह समय और स्थान का ज्ञान रखता है। 627 वह अपनी शक्ति में अग्नि के समान है। वह अपनी गति में वायु के समान है। वह क्रोध में यम के समान है। शक्तिशाली सिंह का सामना करने में समर्थ है। महाबाहु की छाती एक अरत्नी की चौड़ाई की है। उसे हराना बहुत कठिन है। वह बहुत ही स्वाभिमानी और वीर है। वह अत्यंत वीर और रूपवान है। उसमें योद्धा के सभी गुण विद्यमान हैं और वह अपने शत्रुओं के लिए भयानक है। वह सदैव पाण्डवों से द्वेष रखता है और धृतराष्ट्र के पुत्रों के कल्याण में लगा रहता है। राधेय को कोई भी शत्रु नहीं मार सकता, यहाँ तक कि वासव सहित देवता भी नहीं। मेरी दृष्टि में, तुम ही एकमात्र अपवाद हो। आज सूतपुत्र का वध करो। समस्त हाड़-मांस से बने योद्धा, यहाँ तक कि देवता भी, यदि वे सब मिलकर भी युद्ध में उसे परास्त न कर सकें। दुष्टात्मा दुष्ट बुद्धि वाला है। वह क्रूर है। उसकी दुष्ट बुद्धि का प्रयोग हमेशा पांडवों को हानि पहुँचाने के लिए किया जाता रहा है। उसने पांडवों का विरोध किया है। आज कर्ण को मार डालो और अपना उद्देश्य पूरा करो। वह अपने को वीर समझता है, जैसा कि दुष्ट सुयोधन समझता है। वह सभी दुष्टताओं की जड़ है। हे धनंजय! सूतपुत्र को परास्त करो।" कर्ण-वध पर्व- अध्याय १२००(५०)
@varnikumari2 ай бұрын
कर्ण ने अपने मां कुन्ती दिया गया वचन था
@bittupatel115524 күн бұрын
Jitni baar karn ne pandavon ko jeevandaan diya tha, usase jyada Bheem ne arjun ki pratigya ki wajah se karn ko jeevandan diya tha…read Vedvyas mahabharat…
@dhermendrachaudhary5325Ай бұрын
करण अर्जुन से बहुत शक्तिशाली योद्धा थे उनको कौशल दिखाने का कभी मौका ही नहीं मिला
@swapnilmishra3537Ай бұрын
Haha tv serial vale gyani Mahabharata pdh jake karn Arjun ke aage kuch ni tha , vo to Arjun ke shishya satyiki or Arjun ke bete abhimanyu se bi har gya tha
@ArunkumarVerma-sv6dqАй бұрын
Arjun to arjun hai uske aage bhagwan shanker aur Bhagwan Vishnu hai
@jaysinghjaysingh-cu2pvАй бұрын
देखो दोस्तो किसी भी अयोध्या में इतना समर्थ नहीं था कि कोई किसी का भला कर सके, अर्जुन मेरे पास भी इतना समर्थ नहीं था कि कर्ण या भीष्म द्रौदन चार्य को हारा सके।
@RRD11112 ай бұрын
Karn is great
@PritamSingha-tk7tn2 ай бұрын
Yes bro Right
@amanmusicworld96722 ай бұрын
Surya putra karn 😂😂dekh ke aye ho
@RaviYadav-v8p3g3 ай бұрын
Arjun is the best warrior
@MaheshNaik-pj2li3 ай бұрын
Karnse badke koi nahi tha karn janta tha arjun uska chota bhai hai
@allfactnews58942 ай бұрын
JiSAKO hrane ke liye god ne khud chhal kiya ho to woh yodha mahan nhi to aur kya great karn all time❤❤
@jaysinghjaysingh-cu2pvАй бұрын
शक्ति और कौशल में कोई किसी को भी हरा सकता है लेकिन कोई किसी को मार सके या किसी की बस की बात नहीं कोई भी धर्म इतना समर्थ है नहीं था
@KanaoujiyaKaran2 ай бұрын
ye pagal hai isko kuch pata bhi hai
@PritamSingha-tk7tn2 ай бұрын
Pagal ho
@AkshayThakur-qp3sxАй бұрын
Arjun
@radheshyamsingh864Ай бұрын
Karn is great❤
@sampayanmondal1146Ай бұрын
Karan has lost to Arjun many times. Even when Karan had a constipation coil, Karan has lost to Arjun.
@IndraneelSarkar-1272 ай бұрын
कर्ण और अर्जुन के अंतिम युद्ध से पहले प्रभु ब्रह्मदेव और प्रभु महादेव की राय उन दोनों के लिए🙏🏻 "ब्रह्मा और ईशान ने तीस देवताओं के स्वामी से ये शब्द कहे। 'महान् विजय की विजय निश्चित है। वह उत्साही, शक्तिशाली और वीर है। वह शस्त्र चलाने में कुशल है और तपस्या में समृद्ध है। उसमें महान ऊर्जा प्रकट होती है, विशेष रूप से धनुर्वेद में। अपनी महानता के माध्यम से, वह भाग्य पर विजय प्राप्त करने में सक्षम है। वह दुनिया को नियंत्रित करने और उस पर विजय प्राप्त करने में सक्षम है। जब दो कृष्ण क्रोधित होते हैं, तो कोई भी उनके सामने खड़ा नहीं हो सकता। मनुष्यों में वे दो बैल वास्तव में ब्रह्मांड के निर्माता हैं। वे प्राचीन और सर्वोच्च ऋषि नर और नारायण हैं। 761 शत्रुओं को जलाने वाले वे दो लोग सब कुछ नियंत्रित करते हैं और किसी के द्वारा नियंत्रित नहीं किए जा सकते। कर्ण, जो दुनिया में सबसे आगे है, मनुष्यों में एक बैल है। वैकर्तन बहादुर और वीर है। लेकिन उसे अपने नियंत्रण में रखना चाहिए। दो कृष्ण विजयी हों। द्रोण और भीष्म के साथ, वह स्वर्ग के महान लोक और वसुओं और मरुतों के लोकों को प्राप्त करे।" कर्ण-वध पर्व- अध्याय १२१३(६३)
@shikhasidney8442 ай бұрын
1. Karn ko do nahi theen shraap mile the. Ek Guru Parashuram se, dusra ek Brahmin se aur theesra Bhoomi devi se. Parashuram ne apne priya shishya Karn ko shraap tab diya jab vo Karn ke godh me sar rekhkar so rahe the. Tab Devraj Indra ne ek bichhu ka roop lekar Karn aur apna jussa nikalne keliye uske jangha par kaatne lage. Karn ne uss mrityu se bhi bayanak dard ko saha taaki uski guru Parashuram ka nidra na toot sake. Par iss karm keliye danyavaad ya prashansa milne ki bajaye use shraap mila. Gab Parashuram uti tab pehlo toh unko garv hua aur Karn ko Raja Shibhi se tulna karne lage jo apne sharan ne aaye ek kabootar ko garud ke aahaar hone se bachane ke liye apne aap ko gurud ke aahar banne keliye taiyaar ho gaye. Par achanak use kayaal aaya ki ek Brahmin ko itni peeda sahan karna asambav hai. Isliye unhone Karn ko shraap diya ki vo apni vidya bhool jayenge jab usse uss vidya ke sabse bade aavishakta hogi. Shraap dene ke baad jab Parashuram ka krodh shaanth hua tab use iss baat ki pashchataap hui par shraap toh vaapas nehi le ja sakte the. Par phir bhi shraap ke asar ko kam se kam 5% kam karne keliye unhone Karn ko apne guru Bhagwaan Shiv ke Vijay dhanush bent me diya aur use aashirvaad diya ki jab tak Karn ke haaton me ye dhanush hai tab tak koi use parajit nahi kar sakta. Dursraa shraap bhi Karn ko Indra ne hi dilvaaya. Karn jab apni shiksha ko praapt kar rahe the tab Indra ne apne ek mayavi raaksas ko ek Brahmin ke gaayi ko churane ke liye bheja aur jab Karn ne uss rakshas ke garjana suni toh vo bina dekhe uss disha me ek shabdh bhedhi baan chalaya. Par rakshas mayavi hone ke kaaran vaha se gaayab hua aur baan ek gaayi ke bachde ko gaakar laga. Karn chahta toh bina apne bhool swikaar kiye vaha se chale ja sakte the par unhone aapne bhool ko jaakar gaayi ke malik ko jaakar bataya aur shama mangi. Par uss Brahmin ne Karn ko shraap diya ki jaise usne apne nisahaay bachde ko maara usi prakar uske shatru bhi use aise marega. Theesra shraap Indra ne ek apsara ke sahayata se Karn ko dilvaya. Ek din jab Karn apne ghode pe savaar kar rahe the tab ek choti si bachhi ke roop me swarg ke apsara askar Karn ke saamne aakar uske ghode se bhaibheet hokar girne ka naatak kiya aur ron lagi. Karn ne bina uss chaal ko pehchaankar us bachhi ke paas jakar rone ka karan poocha tab usne kaha ki Karn ke ghode se takraakar uske haaton se ghee ki matki toot gayi aur ghee ke bina vaapas gaya toh uski sauteli maa use bohut datengi. Karn ne use apne ghar se dusre ghee ke matke dena chaha toh vo bachhi zidd karne lagi ki use vahi zameen par padi ghee hi chahiye. Karn ne bachhe ke rone ko chup karane keliye dharti par pade mitti ko utakkar use dabakar ghee nikalne ki koshish ki. Tab achanak ek stree ki chillane ki aavaaz ayi. Vo bhoomi devi thi jo dard me cheenk raha tha. Usne Karn ko shraap diya ki haise usne bhoomi ko dabaya usi prakaar uske sabse zaroorat vakht me vo uske rath pe pahiya ko bhoomi niglega. Aur rab Karn jitne bhi praathna kar le vo pahiye ko nahi aazad kar payega.... 2. Karn ko bahubal me takkar dene keliye Arjun toh kya Bheem bhi kaafi nahi hai. Bheem ne Magad raj Jarasand ko marne keliye Bagwan Krishn ki sahayatha lena pada. Aur sahayata lekar bhi use 13 din lage Jarasand ko marne ke liye. Mal yudh toh do logon ke beech la yudh hai lekin Bheem ne toh Krishn ki sahayatha lekar chal kiya.Par Karn ne toh Bhanumati swayamvar me bina kisi ki sahayatha liye Jarasand ko 1 din me hi haraya tha aur maarne hi waala tha par tab Jarasand ne apna haar swikaar kiya. Karn ke veetha aur bahubal se prasann hokar Jarasand ne Karn ko malini pradesh bent me diya.Is se saabit hota hai ki Karn Bheem se bhi sakthishaali the. Aur Bheem me toh sab logon ne uss samay ke sabse shaktishaali manav maana tha. Bheem me toh hazaar hathiyon ka bhal tha. Jab Karn aur Arjun ka antim yudh chal raha yha tab Karn ki baanon se Arjun ka rath 2-3 kadam peeche ho raha tha. Aur Arjun je rath me toh uske athirikt Bagwan Krishn jo theenon logon ke swaami hai, Mahadev ke rudra avatar Mahabhali Hanumaan jo treta yugh ke yodha the baita tha. Ye vahi Hanumaan the jiski poonch ko vaayu putra Bheem hila tak nahi saka. Donon Narayan aur Mahadev ki shakti uss rath pe tha. Toh uss rath me puri brahmand ki baar thi par phir bhi Karn ne uss rath ko peeche dakel diya. Iske alaava Bagwan Shesh nag ne Arjun ke rath ke paiye ko apne bhujayon me lepeet rakha tha. Shesh nag jo poori prithvi ke bhaar apne fun par lete hai. In theen Mahabhali ke hote hua bhi Karn ne vo kar dikaya jo asambav tha. Aur jab Karn ke rath ka paiya bhoomi me fas gaya tha toh unhe utarne mai Karn ne poori pritvi ko chaar ang upar uta liya tha par bhoomi devi ke shraal ke karan pahiya nahi nikla. 3. Yudh kaushal- Karn ne toh poori Prithvi ko jeet liya tha hab usne Vaishnav yagya kiya tha aur vo bhi akele.
@EKPUREDESI3 ай бұрын
भाई जी -गुरु द्रोण दक्षिणा पर्व और द्रौपदी स्वयंवर जैसे कई मौकों पर अर्जुन ने कर्ण को हराया था । अतः हमें एक विलेन कर्ण का महिमामंडन नही करना चाहिए ।। वो कर्ण ही था जिसने द्रौपदी को सभा में सबके सामने लाने को कहा था और दुर्योधन के जांघो पर बैठाने को कहा था ।।
@ScienceAndGranths3 ай бұрын
har us villian ka mahima mandan hota hi he jisne apne dam per kuch hasil kiya tha... thik wese hi jese shree ram or hanuman ji ne ravan ka mahima mandan kiya tha... hamara channel bhagwan ko na manne walo ka unme viswas badhane ke liye he... agar koi video dislike karta he to usse channel per bura asar padega
@devrgndas32913 ай бұрын
Duno hi yodh fake he Ya fir satya mana jaye to duno hi yodh me karn pichhe hat gaya tha Fake isliye he kyu ki slok ka vichar karke ghatnao ko dekhe to fake hi lagta he Agar karn arjun bar bar yodh kiye the mahabharat yodh se pahle to fir krishn ji arjun ko karn ke bare me bolkar satark nahi karwate or na hi salya karn ko arjun ke bare me bol kar darate Kai bar salya or krishn ne arjun or karn ke dwet yodh ke liye pahli baar milenge yese bole he
@MKMahiFitness012 ай бұрын
Karn Jaisa koi nahi
@MenukaKumal-h4y2 ай бұрын
Karna is best hey Bhai tum KO malum Nahi hey bina danush marna aasan hey.
@shripatipathak54232 ай бұрын
Ved vyas k Mahabharat k hero Arjun the
@motivationalvideo-d2nАй бұрын
कवच का कोई तोड़ नही था सुदर्शन चक्र से नही कटा जा सकता था 😂😂
@deepubhat44772 ай бұрын
Vah bai pehli baar kisi banda na sahi gyan banta ha. God bless u bro
@Gamesup122 ай бұрын
😂😂😂 Read bori ce first
@KanaoujiyaKaran2 ай бұрын
real bro😂
@SagarRana-ml6meАй бұрын
कंरणं सेठथा
@kunalsingh18242 ай бұрын
Bahut achha
@IndraneelSarkar-1272 ай бұрын
कर्ण के प्रिय मित्र दुर्योधन भी जानता था अर्जुन जी के समान कोई नहीं था: "धर्मपुत्र राजा युधिष्ठिर से ये वचन कहकर उलूक जिष्णु की ओर मुड़ा और बोला, 'हे अर्जुन! बिना घमंड के युद्ध करो। इतना घमंड करने की क्या आवश्यकता है? सफलता तो कर्म का फल है। घमंड से सफलता नहीं मिलती। हे धनंजय! इस संसार में यदि कर्म के बजाय घमंड से सफलता मिलती, तो सभी सफल होते। दुष्ट भी बहुत घमंड कर सकते हैं। मैं जानता हूँ कि वासुदेव तुम्हारे सहायक हैं। मैं जानता हूँ कि गांडीव ताड़ के वृक्ष जितना ऊँचा है। मैं जानता हूँ कि तुम्हारे बराबर कोई योद्धा नहीं है। यह सब जानते हुए भी मैंने तुम्हारा राज्य छीन लिया।" उलूक-यान पर्व- अध्याय ८२९(१५८)
@AnkitKhare-ey1ll13 күн бұрын
कौनसी बुक में पढ़ के आए हो चोदूमल जी आप😅😅😅
@Anilfunny9170Ай бұрын
Arjun great yutha in Mahabharat
@SUDARSHANCHATTERJEE-f7t14 күн бұрын
Karna was great
@DjahanchakmaJahan8 күн бұрын
Right hai
@LalitSingh-ks7xf2 ай бұрын
Datichi rishi ki haddiyon se inder ka virz tha Arjun ka gandi Agni dev ne diya tha
@DjahanchakmaJahan8 күн бұрын
World best Arjun he hai
@dsngamer8084Ай бұрын
Rait bro Arjun hi sarva saret hai❤
@jaysinghjaysingh-cu2pvАй бұрын
पितामय का रूद्र अस्त्र और स्वासन अस्त्र कौन बच सकता है कोई नहीं
@AnkitParmar-ei7dx27 күн бұрын
Karn ko sirf ek hi srap milatha vobhi parsuram se
@AnkitKhare-ey1ll13 күн бұрын
अर्जुन सर्वश्रेष्ठ कैसे था कोई बतायेगा 😅😅 खुद भगवान परशुराम जी ने कर्ण को सर्वश्रेष्ठ कहां है और बोला है कि तुमसे बड़ा धनुधर कोई नहीं है मतलब भगवान परशुराम जो कि विष्णु जी के अवतार है वो झूठ बोल रहे है क्या युद्ध भूमि में श्री कृष्ण भगवान ने भी कर्ण की तारीफ की है यह सब झूठ है और यह आधे अधूरे ज्ञान रखने वाले लपोड़ बोल रहे है अर्जुन फिर भी अर्जुन है यह शब्द द्रोणाचार्य ने बोला था तो यह भी बोल रहे है 😅😅😅
@Ishwar3123 ай бұрын
आपने देखा था
@kirankshirsagar9350Ай бұрын
पुरा गलत बताया
@ambaliyavijay9059Ай бұрын
Kinae se kon Virat yudh kartahe Madhura kiyatha
@H_K_Fitness12 ай бұрын
Video galat hai😂😅😅
@rekhasahubm74592 ай бұрын
Karan k tir khatam ho jate the sirf arjun k pas sirf akshay tunir tha
@SubashBehera-p1nАй бұрын
Tu kahase aye hai gyani baba 😂
@AnkitKumar-pt9qk2 ай бұрын
Tujhe kuch pata nhi hai faltu video na banaya karo jab tak sahi gan na ho ok bro
@AkashBora-vz4qjАй бұрын
Fake video 😂😂😂😂😂😂😂😂
@jaysinghjaysingh-cu2pvАй бұрын
कर्ण का भागवत शास्त्र संभव है से कौन अस्त्र तकरा कर सकता है और वैष्णव वही गुरु द्रोण की बात करें तो उसके पास भी तो उसके पास हर एक शास्त्र था और वही अर्जुन के पास सिर्फ पशु पास
@sampayanmondal1146Ай бұрын
Abe first on Mahabharata, Arjun had bhajan clothes, Bhagwat scriptures, Narayan weapons, playing clothes, Pashupatastra but Arjun was so great, Arjun knew that he would be destroyed, hence he did not use any weapon, if he had used Pashupatastra then Mahabharata would have ended in one Neemuch.
@radheshyamsingh864Ай бұрын
😂😂😂
@AnkitGupta-bk2nm2 ай бұрын
Ek point batata hu aapko arjun se aapna ghnadhiv dhanush kabhi nahi chodta tha aur karn kabhi Vijay dhanush ko hath tak nahi lagata tha
@manojkumar-ty2hbАй бұрын
Chal jhootha😂😂
@adeshjaat2 ай бұрын
Chusha hua Aam 😅😅
@AmitSingh-cx9igАй бұрын
Tum😂 Gala bol raha hai
@LavkushRawat-rd8tfАй бұрын
Galat hi ye yutubar
@jishnuchowdhury41672 ай бұрын
Karn Purb janam mein ek Rakshas tha jab Arjun hamesha Bhagwan ka nitya Parshad tha.