युट्यूब पर ऑटोमेटिक कपालभाति, ऑटोमेटिक शांभवी मुद्रा,ऑटोमेटिक खेचरी मुद्रा, ऑटोमेटिक ओम मंत्र जाप सर्च करके देंखें।
@shriomsingh6535 ай бұрын
।।ॐ श्री गंगाई नाथाय नम।। समर्थ सत गुरुदेव श्री रामलाल जी सियाग की जय हो👏👏 कृपा आप सभी से अनुरोध है की सुरक्षित एव आटोमैटिक कुन्ड़लिनी शक्ति जागरत करने के लिए सिद्ध योग करे avsk जोधपुर या समर्थ सत गुरुदेव श्री रामलाल जी सियाग गुगल करे और बताए गए अनुसार सिर्फ 2/3 मिन्ट मे आपकी कुंडलिनी शक्ति जागरत हो कर साधक के सभी शारिरीक, मानसिक एव आध्यत्मिक रोगों को ठिक करती है जय गुरुदेव👏👏
@vijaywadhwaa38382 ай бұрын
🤔 Kya jeev & Brahmn ek hi hai 🙏
@sudiplodh96525 ай бұрын
Job humare mann Kam indrio ki kam urja sei yukt hote huye apne muladhar chakra sei sahastra chakra yani apne siro ke bich pahuch paate hai tab hum kundalini jagran or us param urja bhandar sei jura huya mehsus or vibration mehsus kar paate hai om shanti
@KundaliniClinic5 ай бұрын
आपके इस प्रश्न को लाइव मेडिटेशन के लिए चुन लिया गया है।आप रविवार प्रातः 8:30 बजे अवश्य जुड़े।
@gagandeepnagpal13805 ай бұрын
Khechri mudra ka lagna apne ap.. kya darshata hai?
@KundaliniClinic5 ай бұрын
ध्यान की चेतना में जब ऑटोमेटिक अपने आप खेचरी मुद्रा लगती है।तो इसका अर्थ यह है कि माइक्रो कॉस्मिक ऑरबिट पूरी हो चुकी है।साधक की चेतना ब्रह्मांडीय चेतना से जुङ चुकी है।
@Sidhyog5 ай бұрын
@@KundaliniClinicखेचरि मुद्रा स्वयं लगती है तो इसके लिए सतत् प्रयास भी स्वयं ही होता है??? एक बार मे तो नही लगती खेचरि, जीभ का धीरे धीरे तालु पर जाना खेचरि की शुरुआत है तो इसका पूर्ण होना कब और कैसा होता है?? कृपया प्रकाश डालें🙏
@harikrishanmantri32065 ай бұрын
Santosho naman om om om guru dev kya sushumana nadi chetana ke agya chakar par phuchane ke bad hi jagratha hoti hai please bataye om
@KundaliniClinic5 ай бұрын
ऐसा नहीं है।सुषुम्ना नाङी बिना ध्यान की चेतना के भी कभी कभी दिन या रात के कई पहर में अपने आप ही खुल जाती है।ये जागृत नहीं होती है।खुलती है।पर एक साधारण इंसान इसे समझ नहीं पाता।क्योंकि उसे इसका ज्ञान नहीं है।जबकि ध्यान का साधक इसे चेतना से जोङकर और सांसों से जोङकर देखता है। आपके इस प्रश्न पर रविवार को प्रातः 8:30बजे लाइव मेडिटेशन में एक सार्थक चर्चा होगी।आप इस लाइव से अवश्य जुड़े। 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@satymshivam5 ай бұрын
pranam guruji me roz meditation krti hu anulom sab krti hu rid ki bone kuchha upar. chdta hai me two month se fever q arha hai ky me kucha galt kr rhi hu app plz btaye
@KundaliniClinic5 ай бұрын
ध्यान करना और ध्यान घटित हो जाना दोनों में बहुत अंतर है।जब ध्यान घटित होना शुरू होगा।शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता अपने आप बढ़ जाएगी। बुखार आने के कई शारिरिक कारण हो सकते हैं।अच्छी तरह ईलाज कराएं।प्रतिदिन ध्यान करते रहें।सब ठीक हो जाएगा।
@virajmaurya95775 ай бұрын
,🙏🙏🙏🙏🙏
@heeralalpatel10645 ай бұрын
सहस्त्रतार चक्र खुलने के बाद में कुडलीशक्ति कहा जाति है
@KundaliniClinic5 ай бұрын
सहस्त्रार चक्र खुलने के बाद जब तक चेतना सहस्त्रार में होगी।कुंडलिनी सहस्त्रार में ही रहेगी।क्योंकि सहस्त्रार चक्र सहस्त्र कमल दल पंखुड़ियों वाला चक्र है।यहां जगह की कोई कमी नहीं।जैसे अंतरीक्ष में अंतरीक्ष स्टेशन होते हैं।साधक जब तक समाधि में होता है।कुंडलिनी का ठहराव यहां होता है।
@heeralalpatel10645 ай бұрын
@@KundaliniClinic थैंक्स गुरुजी
@Sidhyog5 ай бұрын
खेचरि मुद्रा स्वयं लगती है तो इसके लिए सतत् प्रयास भी स्वयं ही होता है??? एक बार मे तो नही लगती खेचरि, जीभ का धीरे धीरे तालु पर जाना खेचरि की शुरुआत है तो इसका पूर्ण होना कब और कैसा होता है?? कृपया प्रकाश डालें🙏
@KundaliniClinic5 ай бұрын
खेचरी मुद्रा जब कुंडलिनी स्वस्फूर्त क्रिया के रुप में होने लगती है।तो स्वयं इसका अभ्यास प्रतिदिन के ध्यान में होता रहता है।शुरुआती दिनों में केवल जीभ तालु से सटती है।फिर धीरे खिंचाव भी शुरू हो जाता है।फिर कुछ महिनों या वर्षों में इतना जबरदस्त खिंचाव होता है गले में ये मुद्रा होते वक्त की गले के साथ-साथ नाभि बिंदु में खिंचाव हो जाता है।और खेचरी मुद्रा लग जाती है। जब खेचरी मुद्रा लगी हो और ध्यान समाधि लग जाए तो खेचरी संपूर्ण रुप से लगनी शुरू हो जाती है।