सर !आप का कहना तो ठीक है, किंतु धीरे धीरे पैसों को रखना और विकास कार्यों में खर्च करना सिख लेगा | शुरू में सभी तो अनभिज्ञ ही होते हैं ऐसी आशा की जा सकती हैं | ❤❤❤❤❤
@GitaMunda-j8k20 күн бұрын
ग्राम सभा को सशक्त करना होगा जय जोहार जय आदिवासी
@panchamchoranth676820 күн бұрын
आपके इस पोस्ट के लिए साधुवाद, बेहतरीन विश्लेषण
@amantuti750520 күн бұрын
आपका विष्लेषण बिल्कुल सही है। मैं पूरी तरह सहामत हूँ। पारंपरिक ग्रामसभा विकास का काम करने के लिए नहीं है बाल्की गांव को व्यवस्थापित करने के लिए। पैसे का उपयोग नहीं जानते
@dragoblazeeditz214218 күн бұрын
Shayad aapke Gaon Mein yah HAL hoga Sab Daru Murga wale Honge... Maximum Gaon Mein Bhi padhe likhe log Hai Gram Sabha Mein sab log Honge toh Paisa ka upyog Achcha se Karenge Aise Bhi video co aur Neta to Chor Hai hi....
@lmoraon156720 күн бұрын
हर विषय पर तथ्यात्मक विश्लेषण के लिए आप को हार्दिक बधाई|
@SandipMunda-i5v19 күн бұрын
अवश्य बनाइये
@sagarkawachi140920 күн бұрын
❤ छत्तीसगढ़ राज्य में भी आदिवासी समाज खास कर गोंड आदिवासी समाज के अपना धर्म आदिम धर्म लिखे हुए हैं sir जी कोई हिंदू धर्म नहीं ये एक जागरूकता का ही असर है ❤ जय भीम जय संविधान जय गोंडवाना जय भारत ❤❤❤❤sir जी बहुत अच्छा जानकारी दी हैं धन्यवाद आपका ❤ सेवा जोहार ❤❤
@Adivasilover1020 күн бұрын
Thank you
@moransinghtamsoy333820 күн бұрын
क्या बात है दादा आज का समय में भी ग्राम -सभा का मतलब एक राजस्व गांव में एक भी पढ़ लिखा व्यक्ति नहीं है क्या बोल रहे हैं आप जैसे सोच रहे हैं वैसे नहीं है आज हम सक्षम है 2 से 3 करोड़ों तो क्या उससे अधिक राशि खर्च की जा सकती है। आज भी उसी समाज के जनप्रतिनिधि मुखिया का चुनाव जीत कर सरकारी राशि खर्च कर रहे हैं कितना मुखिया जेल चले गये है।
@roselineMurmu446620 күн бұрын
Kitna vikash huwa...aur thekedar kaun bana..
@Indian-r8d20 күн бұрын
जब तक ग्राम सभ को कोई काम करने नहीं दिया जाएगा तब तक कैसे उनके क्षमता पर संदेह कर सकते है ?? ग्राम सभ को पहले power देना चाहिए फिर 5 sal बाद smiksha करनी चाहिए की कितना सफल रहा.
@anujmala20 күн бұрын
भारत जब आजाद हुआ तो बोला गया भारतिय लोग इतने बड़े देश को कैसे चलाएंगे । PPESA को लागु होने दीजिए, ग्राम सभा को ससक्त किया जाएगा । धीरे धीर सब सिख जाएंगे । आप का भी सहयोग लिया जाएगा।
@RAMJANHANSDA19 күн бұрын
🌹💪🇮🇳🙏
@Dadapradeep20 күн бұрын
Mukesh भैया अब बाहर के लोगों से लगने के लिए Mahto, manjhi,munda,अर्थात सभी मुलबासी आदिवासी को एक साथ एक मच मे आने की आवश्कता हो गया है, नहीं तो अब हमारे झारखंड और झारखंडीयो को कोई नहीं बचा पाएंगा ..... जोहार 🌹🙏🏼🌹
@giyasholmurmu300220 күн бұрын
योजना का पैसा अगर पैसा खर्च नहीं होगा तो उस पैसा मईया समान में खर्चा होगा
@panchamchoranth676818 күн бұрын
आपके हरेक पोस्ट का बेसब्री से इंतजार रहता है ।
@emrensiya505120 күн бұрын
Thanks
@LuciusBhengra20 күн бұрын
अगर मैं ग्राम सभा के साथ सामंजस्य स्थापित करके जो भी पैसे उपयोग के लिए आवंटित किये जायेंगे एक भी फिजूल मे॔ खर्च नहीं होने दिया जाएगा।
@soyboy58094 күн бұрын
❤❤❤
@salomitopno602520 күн бұрын
Thank you. Aap thik Kah Rahe Hai
@birsabodrabodra380017 күн бұрын
हमारे गांव गांव पैसे से घर घर पानी पहुंच गए ना मुखिया विधायक सांसद
@AnupDungdung-r5d3 күн бұрын
जी हमें भूरिया कमिटी के बारे जानना है
@bhuneshwarbaxla951220 күн бұрын
हो हल्ला होने से ही इस कानून के प्रावधानों को सही रूप में समझा जा सकता है ।
@lawsanmurmu591720 күн бұрын
भूरिया कमिटी बारे में विस्तार पूरवक जानकारी दीजिए। बिरुवा दा
@SantoshBaa20 күн бұрын
Sahi kaha bhai
@rajendrakerketta840020 күн бұрын
ग्राम सभा को बडा़ काम करने की जिम्मेदारी शुरू में नहीं देना है. शुरूवात में छोटे काम करने की इजाजत देनी होगी और जिम्मेदारी तय करनी होगा अगर अब भी आदिवासी समाज को रूपया पैसा मैनेज करना नहीं सिखाया गया तो फिर समझो अस्तित्व ही खत्म हो जाएगा. अगर एक मानकी जेल जाएगा तो बाकि मुंडा मानकी वैसा गलती नहीं करेगा अभी नहीं तो कभी नहीं की स्थिति है
@ubhartachotanagpur20 күн бұрын
अभी अधूरा पारंपरिक ग्राम सभा है पारंपरिक ग्राम सभा को पुनर्गठन करना पड़ेगा
@pradiptoppo349618 күн бұрын
आप सरना हो कि क्रिस्तान हो बड़े भाई जी हमको जानना है
@ajithkerketta833920 күн бұрын
ग्राम सभा कुछ नहीं कर पाएगा।आपस में लड़ाई झगडा करके परेशान रहेंगे।
@moransinghtamsoy333820 күн бұрын
मुझे आशंका थी कि आप जरूर इस तरह का बीडियो बनाओगे।
@संथाल13420 күн бұрын
Sir banaiye ga jarur bhuriya कमेटी की sifariso ke bare me Ye sahi bole traditional majhi hadam ko paiso ka len den ke bare me kuch nhi pta hai
@policeprakashtirkeyjharkha8020 күн бұрын
जल जंगल जमीन और संस्कृति गरंटी है बचेगा,धीरे धीरे सब हो जाएगा
@seemalakra538920 күн бұрын
स्वा शासन बेवस्था
@shivnathbhagat982119 күн бұрын
Yadi sir abhi sabhi adivasi budhi jivi se ray lekar sarkar Apne hisab se pesa niyamawali bana deta hai aor usme bhuriya kameti ke 23 Anubandh lagu sarkar nahi kiya to Adivashi samaj ka keya hoga sir etne salo me sarkar ke biocaret aor sakar ne lagu hone nahi diya .
@mahaeshnifty734520 күн бұрын
MLA, DC, DDC, BDO, Mukhiya Sara Vikas ka paisa loot rahe hain, achcha hai gram sabha bhi loot chaloo kare
@josephtopno163020 күн бұрын
पैसा कानून को ग्राम सभा में मजबूत करने के और भी तरीके बताए
@halyanisoy999420 күн бұрын
याद - रहे आदिनाआदिवासी का अर्थ है आदिकाल से रहने वाला और आदिकाल से रहने वाले लोगों के लिए आदिवासी शब्द प्रयुक्त हुआ हैइसलिए आदिवासियों के ऊपर कोई भी दिकू लोगों का बनाया हुआ कानून लागू नहीं होता सबसे पहले आप आदिवासी शब्द को समझें और उनके विचार उनके अधिकारअधिकार को समझें और इस तरह से पैसा कानून आदिवासियों के लिए नहींहैआप जैसा सोच रहे हैं आदिवासी को वैसा नहीं हो पाएगा आदिवासी का अर्थ है आदिकाल से रहने वाले लोगों को कोई भी कानून बंद नहीं सकती आदिवासी स्वतंत्र है और वही आदिवासी मालिक है इसलिए मलिक को बाहरीलोगों का कानूनपेसा कानून से जल जंगल जमीन और आदिवासियों का जमीन का रक्षा नहीं हो सकता है 6:45 लोगों के कानून में बंद कर रखना या चलाना यह आदिवासियों के हित की बात नहीं है
@saradchandramahto158418 күн бұрын
Dear Mukesh Birua 1 Tum ek baat bola ki paise ke karan gram sabha ke log jail ja sakte hain. Ye practically true hai 2 Jal jangal jamin ka mala japte ho ye gale nahin utarta hai Kya koi Sundar Lal Bahuguna aur Jal purush Rajendra Singh jaisa koi kam jan jatiya samuday se koi kiya ? Jabab hai NAHIN Fir din rat jal jangal jamin ka jhootha nara japne se kya fayda?
@mariyamkhalkho136920 күн бұрын
Graam sabha ko sashaktikaran karna hoga. Bina prasikchhit kiye kaam adhura rahega. Johar Jay jharkhand Jay jharkhand Jay Bharat Jay samvidhan.
@AlfredBodra20 күн бұрын
PESA ko Tatkal Lagoo kar dijiye. Jo bhi kamjori ayegi usko dhire dhire khatam kiya Jayega. Abhi tatkal PESA Lagoo kijiye.
@somnathmurmu582120 күн бұрын
Bharat sarkar PESA kanun 5th schdl area me Adivasyon ke liya banaya hai lekin rajya sarkar lagu nahi kar raha ye kanun ka avhelna hai, adivasi neta sirf bayanbaji kar lafrabaji kar rahe hain
@ubhartachotanagpur20 күн бұрын
सिर्फ बाहरी लोग ही पैसासंभाल सकते हैं क्या
@ramaihansda177920 күн бұрын
jharkhand me kise bahri longo ka jansankhya jada ho gya. to cm ko barkhast kr dena chajiye
@ramaihansda177920 күн бұрын
avi tk niyajan niti stayi niti tk nhi bna paya itna salon tk. gram sabha ko kyon dos de rhe ho.
@saradchandramahto158418 күн бұрын
Bharat ke sabhi janajati Hindu hain ADIVASI sabad 1952 ke aaspas Thakkar Bapa ne diya tha Ye samvidhan mein nahin hai
@ubhartachotanagpur20 күн бұрын
ग्राम सभा नहीं पारंपरिक ग्राम सभा अगर नहीं जानते हो
@kusumhoro314320 күн бұрын
जमीनी सच्चाई को बिरुआ साहब शानदार ढंग से उठाते हैं, हमें अपने गिरेबान में झांककर इनके विश्लेषण को परखने की आवश्यकता है-- ताओल धारा ।
@ramaihansda177920 күн бұрын
cm v to kon sa achha kam kr rha hi to cmo ko v bhang kar dena chahiye our uska chunaw v nhi hona chahiye
@ubhartachotanagpur20 күн бұрын
तुम आदिवासी के नाम पर पाखंडीफैला रहे हो
@maniktaisum825420 күн бұрын
Kya chiz ? Tumhein aadivasi ke naam per pakhand lag raha hai.
@dragoblazeeditz214218 күн бұрын
@@maniktaisum8254Mukesh birua ji sarna sarna bol kar khud Cristian bne hua hai or pesa act me likh hai jo adivasi rudhiwadi paramparao ko manta Hai Vahi sadasya kya hog ...
@jyotibhengra9120 күн бұрын
भाई साहब आपकी बतोंग से हम पूरी तरह सहमत नहीं हैं, क्योंगकी आपने झारखंड के आदिवासी समाज को ज्यादा ही कम कर के आँका है, आदिवासी सक्छाम हैं इसका बहुत बड़ा उदाहरण देना चाहेंगे, और वो है आदिवासी ईसाई समाज, ये सुनते ही कुछ लोगोंग को अच्छा नहीं लगेगा की हम ईसाई समुदाय का बड़ाई कर रहे हैं, मगर ईसाई का नहीं आदिवासियों की योग्यता को बताना चाहते हैं हम, कृपया ध्यान देकर देखें, पूरे झारखंड मे ईसाई समुदाय को आदिवासियों ने ही संभाल रखा है, और वहाँ केवल ईसाई ही नहीं बाकी भी हैं और दोनों मिलकर इतना अच्छा संभाला है की इनके आगे मैनेजमेंट मे झारखंड क्या पूरे भारत मे नहीं हैं, और गर्व की बात ये है की इसमे आदिवासी मुलवासि ही ज्यादा हैं,उसमे झारखंड, ओड़िसा, छत्तीशगढ, उदाहरण हैं जो लोग करोड़ो करोड़ रुपया संभालते हुवे खूब इमानदारी से चला रहे हैं, और आदिवासी समाज लोभ नहीं करता है की पैसा देखा और टूट पड़ेगा, और यदि करेगा तो होने दो सजा, सीखेगा, भारत तो क्या दुनिया मे आदिवासियों की पहचान मेहनाती और इमानदारी अपने नाम किये हुवे हैं, एक दो अपवाद निकल जाए वो तो होगा ही, जोहार जय आदिवासी जय संबिधान