Рет қаралды 203
मुंशी प्रेमचंद (1880-1936) हिंदी और उर्दू साहित्य के महान लेखक और उपन्यासकार थे। उनका असली नाम धनपत राय श्रीवास्तव था, लेकिन वे साहित्य जगत में मुंशी प्रेमचंद के नाम से प्रसिद्ध हुए। उनका जन्म 31 जुलाई 1880 को उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले के लमही गांव में हुआ था।
प्रेमचंद ने अपने साहित्य में समाज की वास्तविक समस्याओं को उजागर किया। उन्होंने गरीबों, किसानों, मजदूरों और शोषित वर्ग की पीड़ा को अपनी कहानियों और उपन्यासों में अभिव्यक्ति दी। उनके प्रमुख उपन्यासों में “गोदान,” “गबन,” “निर्मला,” और “रंगभूमि” शामिल हैं। उनकी प्रसिद्ध कहानियां “पूस की रात,” “ईदगाह,” और “कफन” आज भी पाठकों के दिलों को छूती हैं।
प्रेमचंद का साहित्य सामाजिक सुधार, मानवता और समानता का संदेश देता है। वे हिंदी साहित्य के “उपन्यास सम्राट” के रूप में जाने जाते हैं। उनका योगदान अद्वितीय है।
कहानीं के बारे में 👉🏻 कौशल” मुंशी प्रेमचंद की एक छोटी कहानी है, जो एक दंपति, पंडित बालक राम शास्त्री और उनकी पत्नी माया के बारे में है। माया आभूषणों के प्रति अत्यधिक आकर्षित रहती है। कहानी इस बात की पड़ताल करती है कि माया कैसे एक चालाकी का सहारा लेकर अपने पति को और अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित करती है, ताकि वह अपनी पसंद का हार प्राप्त कर सके।
👉🏻 अगर आपको ये कहानीं और कहानी सुनाने का तरीक़ा पसंद आया हो तो हमारे channel को subsribe करकें हमे support करे|
🔔 नॉटिफ़िकेशन बेल दबाएँ ताकि आपको हमारे आने वालीं कहानीं की जानकारी मिलती रहें।
THANK YOU 🙏☺️
#munshipremchandkikahaniyan #kaushal #hindistories