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सफर ........ जिंदगी का !!!
सफर !! friends , वैसे तो जब हम सैर करने निकलते हैं तो friends के साथ या family के साथ निकलते हैं !
Enjoy भी तभी करते हैं जब company अच्छी मिल जाती है. अकेले भी अगर निकल पडे कभी, तो चलते चलते
मिल ही जाता है राही कोई ना कोई !
ठीक वैसे ही जिंदगी का सफर है ! शुरुआत तो अकेले ही करते हैं. जन्म से ले करके अंत तक का लंबा सफर पार करते करते कितने तो बदलाव जीवन में आते हैं. इस “ सफर जिंदगी का “ किताब में हम जीवन के बदलाव और पडाव कावीतओं की video clips के through जानने की कोशिश करेंगे. आशा है आप सब को पसंद आयेगा ये “ सफर जिंदगी का “
तो चलिये friends शुरु करते हैं video clips के जरीये “ सफर जिंदगी का “
१ ) क्या है ये जिंदगी ?
गौर से देखा जाय, तो जन्म के पल से ही जिंदगी का सफर शुरु हो जाता है. पर ये सफर शुरु करने से पहले ये तो जान लें के जिंदगी का मतलब क्या है ? इस विषय पर काफी विद्वान,अधिकारी और माहीर लोगों ने बहोत कुछ लिख रखा है. पर अपने जैसा common man इस जिंदगी का क्या मतलब समझता है ? जानते हैं ! चलिये “ क्या है ये जिंदगी “ ?
जिंदगी एक नगमा है
इसका गीतकार ईश्वर है
हम तो सिर्फ धुन बनाते हैं
अब उसे हम सुरमें गाते हैं
के बेसुरा बना डालते हैं
ये तो खुद पर निर्भर करता है
जिंदगी तीन अंकों का नाटक है
बाल, युवा,और वृद्ध अवस्था
जरूरी नहीं,सबका जीवन हो तीन अंकों का
director प्रभुजी जिस पल मौत का पर्दा गिरा दे
उसी पल ये नाटक, ये जिंदगी, खत्म हो जाये
जिंदगी एक खेल है दोस्तो
हार जीत तो पहलेसे तय है
ऊपरवालेने सब सोच रखा है
हम पूरे मनोबल के साथ
अगर जीतनेकी कोशिश करें
फिर उपरवाला भी,
हार को जीत में बदल दे !!
जिंदगी तो महज एक रास्ता है
ये रास्ता कोई असान थोडे ही है !
कितने तो मोड,उतार, चढाव से भरा है
और, जन्म को मृत्त्यु से ये जोड देता है
संभलना सिखाता है चलते चलते ये !
साथ चलते इन्सानों को जोड भी देता ये
जिंदगी कुछ नहीं, bank account है
इसमें कर्म का debit, credit चलता है
पाप और पुण्य, कर्मो का interest,
यानी फल भी, कर्म के अनुसार ही मिलता है
कर्म से काई चूका नही दोस्तो
“ Karma always returns “ ये ठान लो
जिंदगी तो है बडी प्यारी सी फुलवारी
भांती भांती के नयनमनोहर फूलोंसे भरी
हमेशा खुशबूसे महकती हुई
पर ये ना भूलो कभी भी
फुलोंके साथ साथ यहांपे
होते हैं दुःख भरे कांटे भी
जिंदगी मानो है पाठशाला
ईश्वर है principal इसका
कभी प्यार से तो कभी डाँटके
नीति और रिश्तो का हमें पाठ पढाता
रास्ता अगर कोई भटक भी गया
उंगली पकडकर सीधे रास्ते ले आता
जिंदगी है एक ऐसा जरिया
जो परमात्मा ने हमें दिया
पिछले जन्म के कर्म सुधारनेका
अच्छा खासा मौका दिया
इसे हाथसे जाने ना दिया जाय
पुण्य कर्मोका संचय किया जाय
आखिर में ! ये जिंदगी है क्या चीज ?
सोचो तो उलझी है,वरना है बडी सरल
जिंदगी तो बस जिंदगी है friends !
इसे तो जीना है, मतलब जीना ही है !
हंसते हंसते जियो,या फिर रोते रोते !!
कैसे जीना है ये खुदही तय कर लो
कैसे जीना है खुद ही तय कर लो
कैसे जीना है खुद ही तय कर लो