Sangat Ep.14 | Prof. Rajkumar on Criticism, Discourse, Mahabharat & Research | Anjum Sharma | Hindwi

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Hindwi

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Күн бұрын

Пікірлер: 72
@AbhishekKumar-xv7kp
@AbhishekKumar-xv7kp Жыл бұрын
बेहद समृद्ध बातचीत रही। आप दोनों का हार्दिक आभार। ❤ ध्यान देने की बात है कि हिंदी नवजागरण की चर्चा पहले पहल रामविलास जी के यहां ही नहीं है! करीब 1920 के दशक में पादरी एफ ई के ने अपनी पुस्तक ए हिस्ट्री ऑफ़ हिन्दी लिटरेचर में हिन्दी प्रदेश के साहित्यिक नवजागरण की बात कही थी।
@shreesandeepji
@shreesandeepji 8 ай бұрын
धन्यवाद, धन्यवाद, धन्यवाद । हिन्दवी🙏🙏🙏
@preetychoudhari8445
@preetychoudhari8445 Жыл бұрын
कितनी संयत और रोचक बातचीत,बहुत बढ़िया 🌺
@bachelorboys7268
@bachelorboys7268 Жыл бұрын
बहुत जरूरी साक्षात्कार है। बहुत कुछ नये सिरे से जानने समझने को मिला। प्रो राजकुमार सर एक गंभीर शोध अध्येता और बेहतरीन शिक्षक रहे हैं। 🙏🏻🌸
@surenderbhutani3470
@surenderbhutani3470 Жыл бұрын
It is an impressive interview. Prof Rajkumar knows his subject very well. Dr Surender Bhutani in Warsaw (Poland)
@akankshabarnwal2528
@akankshabarnwal2528 Жыл бұрын
महत्वपूर्ण प्रश्नों पर सुचिंतित टिप्पणी💐।साहित्य की भारतीय और पाश्चात्य धाराओं में चली और चल रही लगभग सभी महत्वपूर्ण बहसों पर सर की अच्छी पकड़ है, जो उनके लेखन और वक्तव्यों को समृद्ध एवं जिज्ञासुओं के लिए लाभप्रद बनाती है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी हिंदी साहित्य में हो रहे महत्वपूर्ण कार्यों पर सर की दृष्टि और कई बार सहभागिता भी रहती है। यह मेरे लिए खुशी की बात है कि सर की छात्रा होने के कारण इन सबका निचोड़ स्वयं सर से सुनने और लाभान्वित होने का अवसर मिलता रहता है। यह virtual संगत भी उतनी ही उपयोगी रही। हिंदवी को आभार!💐
@profgarimasrivastava7638
@profgarimasrivastava7638 Жыл бұрын
बहुत सुगठित वक्तव्य .प्रोफ़ेसर राजकुमार ने अत्यंत स्पष्टता से अपनी बातें रखी हैं .वे एक सफल प्राध्यापक और प्रखर आलोचक हैं ,जिसकी बानगी यह साक्षात्कार है .अंजुम शर्मा साक्षात्कार में हावी नहीं होते ,इस शोरगुल भरे समय में वे धैर्य और शांति से वे अपने प्रश्न पूछते हैं ,बिना किसी हड़बड़ी के -यह काबिले तारीफ़ है .
@pallavimishra1172
@pallavimishra1172 Жыл бұрын
हिन्दी की दुनिया में अब ऐसे विद्वान दुर्लभ हैं जिनकी भाषा एंव साहित्य के विविध पहलुओं पर इतनी गहरी समझ है,यह सर की सुदीर्घ साधना का परिणाम है| एम ए के दौरान से ही हम सर को पढ़ते- सुनते चले आ रहे हैं लेकिन सर का हर नया वक्तव्य हमें लाजवाब कर देता है,ज्ञान की नयी परतों से हम वाकिफ़ होते हैं आपके लेखन और वक्तव्यों से हम जैसे विद्यार्थी सदैव लाभान्वित होते रहे हैं आपको और हिन्दवी को कोटिश: आभार 🙏💐🙏
@dr.sukeshlohar9726
@dr.sukeshlohar9726 Жыл бұрын
सर! कहने के लिए यह एक साक्षात्कार है। दरअसल यह कई विषयों हमारी रूढ़ समझ पर नये सिरे से विचार करने के लिए प्रेरित और आमंत्रित करने वाला सधा हुआ वक्तव्य है। चाहे वह भाषा, साहित्य, आलोचना या विमर्श हो या फिर परंपरा, समाज और इतिहास हो। आपको सुनकर हर बार यही लगता है कि भर रहा हूँ और साथ ही साथ खाली भी हो रहा हूँ। अंजुम शर्मा और हिन्दवी की पूरी टीम का आभार इस संयोग को घटित करने के लिए।
@saritayadav5758
@saritayadav5758 Жыл бұрын
आलोचना को समझने के लिए एक सारगर्भित चर्चा . .....
@drmanojkhali1376
@drmanojkhali1376 Жыл бұрын
अंजुम जी एक श्रृंखला हिंदी से जुड़ी संस्थाओं पर भी कीजिएगा, साधुवाद एक सतत सफल कार्यक्रम की।
@ashishtripathi1382
@ashishtripathi1382 Жыл бұрын
आदरणीय प्रो राजकुमार जी के इस साक्षात्कार ने बहुत से अनछुए पहलूओं पर ध्यान खींचा जिसपर बहस आजकल लगभग सुस्त पड़ चुकी है। जैसे भाषिक संस्कृति पर बातचीत न के बराबर होती है! अंजुम जी और हिंदवी का आभार जो ऐसे समधीत आचार्यों के साक्षात्कार ले रहे हैं। इससे हमारी ज्ञान- संस्कृति समृद्ध हो रही है।
@manojghildiyal6854
@manojghildiyal6854 Жыл бұрын
बहुत ही सुन्दर निष्पक्ष निष्काम व्यक्तित्व ।
@shivshankarmishra99
@shivshankarmishra99 Жыл бұрын
'हिंदवी' पर प्रोफ़ेसर राजकुमार को देखा, सुना। सबसे पहले प्रश्नकर्ता को हार्दिक बधाई, इसलिए कि वे बहुअधीत लगे। राजकुमार जी बहुअधीत हैं, यह तो पहले से पता था, किंतु इस तरह पाश्चात्य और पौर्वात्य- दोनों ज्ञान परंपराओं के मंथन से कुछ नवनीत प्रस्तुत कर सकेंगे, यह अनुमान नहीं था, किन्तु यहाँ उनका वह आश्वस्तिकर रूप दिखा, इस हेतु प्रो.राजकुमार को शुभकामनामूलक बधाई..! बधाई "हिंदवी" को कि ऐसा गवेषण करने में निरंतर यत्नशील हैं..!
@Hindwi
@Hindwi Жыл бұрын
धन्यवाद।
@manojkumarverma2866
@manojkumarverma2866 Жыл бұрын
यह तो सच है कि विभाग की राजनीति में सर अभी भी पूरी तरह निष्क्रिय रहते हैं। लेकिन विद्वता में शीर्ष स्तर पर हैं। सर से कक्षाओं में मिलते रहने के बाद हिंदवी पर सुनना न सिर्फ ज्ञान बढ़ा रहा है बल्कि मन में एक सुखद अनुभूति भी भर रहा है।🥰
@phoolbadanbhu4472
@phoolbadanbhu4472 Жыл бұрын
शानदार वक्तव्य
@prakharpragya8173
@prakharpragya8173 Жыл бұрын
ज्ञानवर्धक एवं लाभप्रद रहा!एक नयी दृष्टि भी।
@SantoshDixit-n7g
@SantoshDixit-n7g Жыл бұрын
प्रोफेसर राजकुमार को सुनना एक विलक्षण अनुभव है। वह नामवर जी के योग्य उत्तराधिकारी हैं।
@rakeshpandey9588
@rakeshpandey9588 Жыл бұрын
बहुत ही सार्थक एवं ज्ञानवर्धक बातचीत💐
@dishashank
@dishashank Жыл бұрын
बहुत शानदार ऑब्जरवेशन हैं।
@nirmalyadav7509
@nirmalyadav7509 Жыл бұрын
बहुत सराहनीय परिचर्चा l
@ankitkr.maurya7426
@ankitkr.maurya7426 Жыл бұрын
ये पूरी बातचीत काफी ज्ञानवर्धक है, पर हिन्दी विभाग के शोधार्थी होने के नाते मुझे आखिरी का 20 मिनट काफ़ी रोचक लगा। ऐसे ही हिन्दी academics के अन्य professor को भी इस बातचीत से जोड़ा जाना चाहिए!
@soumyamishra9099
@soumyamishra9099 Жыл бұрын
प्रणाम सर 🙏🏻 पूर्व की भांति ही आपके इस साक्षात्कार ने हमें नये चश्में से हिन्दी साहित्य के इतिहास और भाषा के इतिहास के अध्ययन हेतु प्रेरित किया है, हमारा सौभाग्य की आपसे पढ़ने का सुअवसर प्राप्त हो रहा है 💐🙏🏻
@manojghildiyal6854
@manojghildiyal6854 Жыл бұрын
बहुत ही सुन्दर और सारगर्भित ज्ञानवर्धक साक्षात्कार
@ashwanikumarmishra8261
@ashwanikumarmishra8261 Жыл бұрын
बेहतरीन बातचीत...शुक्रिया हिंदवी,इस बेहतरीन साक्षात्कार के लिए..अंजुम भाई के प्रश्न भी काफी अच्छे थे और जवाब के बारे में तो टिप्पणी करने योग्य मैं हूँ ही नहीं,सर को सुनने के बाद ऐसा लग रहा है,बहुत पढ़ने की जरुरत है...कुछ चीज़ें एकदम नयी थीं मेरे लिए...🌼
@ajeyklg
@ajeyklg Жыл бұрын
बहुत बढ़िया अंजुम, यह हट कर था. सचमुच सराहनीय. यद्यपि वैचारिक असहमतियां भी हैं, पर हिंदी वालों को ऐसे कार्यक्रमों की ज़रूरत है ❤
@mukeshmaurya6779
@mukeshmaurya6779 Жыл бұрын
ऐसे ही श्रृंखला की ज़रूरत है । आभार आपका।
@madhuyadav5337
@madhuyadav5337 Жыл бұрын
हिन्दी आलोचना, भाषा और साहित्य से संबंधित विविध आयामों पर एक सारगर्भित और ज्ञानवर्धक व्याख्यान से सर ने हमें लाभान्वित किया । सर को सादर प्रणाम , हार्दिक बधाई और हृदय से आभार 💐👏🙏 🙏
@satyendrasinghbhadauriya
@satyendrasinghbhadauriya 10 ай бұрын
मुक्तिबोध, राजेन्द्र यादव, कमलेश्वर, वीरभारत तलवार, देवीशंकर अवस्थी, मुद्राराक्षस, किस विश्वविद्यालय के एचओडी थे?
@satishkumar-yu6uh
@satishkumar-yu6uh Жыл бұрын
हिंदी साहित्य के ज्ञान जगत के बहुत से ऐसे परत जिससे हम पाठक अभी तक अनभिज्ञ थे।सर ने अपने सारगर्भित व्याख्यान से लाभान्वित किया।सर का हृदय से आभार व हार्दिक बधाई।💐💐🙏
@PANKAJKUMAR-xl3fr
@PANKAJKUMAR-xl3fr Жыл бұрын
Sir, this is pankaj Kumar , your student . I got benefitted from your interview given on hindvi, sir.
@nidhikunwar1978
@nidhikunwar1978 Жыл бұрын
Bahut hi sundar gurudev
@dhanukumar469
@dhanukumar469 Жыл бұрын
गुरु जी 🙏🙏महत्वपूर्ण साक्षात्कार❤️
@chandansrivastava7864
@chandansrivastava7864 Жыл бұрын
सर, वीडियो में आपने कुछ जरूरी बातें कही है। कुछ ही जगहों या ज्यादा ठीक होगा यह कहना कि कुछ ही शिक्षक ये जरूरी बातें कहते हैं। अभी तो खैर, क्या साहित्य और क्या राजनीति, सब जगह चौतरफा संकट का समय है। ऐसे समय में इस वीडियो को सुनना सुनाना प्रीतिकर है।
@ruchijha7328
@ruchijha7328 Жыл бұрын
ज्ञानवर्धक एवं उपयोगी व्याख्यान।💐
@Pranav_mishra_tejas
@Pranav_mishra_tejas Жыл бұрын
Class mein bhi sir khoob accha padhate the
@shivanisrivastava3275
@shivanisrivastava3275 Жыл бұрын
​@@Pranav_mishra_tejas भैया 🙏
@kunwarsanjayvikramsingh849
@kunwarsanjayvikramsingh849 Жыл бұрын
सादर प्रणाम सर🙏, अद्भुत बातचीत,कई मामले में दृष्टि साफ हुई आज ।आपको जब जब सुना चाहे कक्षा में चाहे गोष्ठियों में सदैव समृद्ध हुआ।बहुत ही ज्ञानवर्धक बातचीत। 🙏सादर🙏
@ashishtripathi1382
@ashishtripathi1382 Жыл бұрын
आदरणीय प्रो राजकुमार जी जैसे अध्येता विरल हैं!
@Dr.SonalSunshine
@Dr.SonalSunshine Жыл бұрын
सम्यक् विमर्श
@viratpandey9778
@viratpandey9778 Жыл бұрын
Pranam sir
@himanshigangwar8282
@himanshigangwar8282 Жыл бұрын
खरी खरी तीखी चरपरी सच्चाई बयां कर दी सर आपने । बेहतरीन 😊
@Dr_Sunil_Pal
@Dr_Sunil_Pal Жыл бұрын
बहुत ही सराहनीय कदम।।
@rajkamalsingh98
@rajkamalsingh98 Жыл бұрын
यदि हो सके तो कुछ अंतराल बाद पुनः अन्य विषयों पर सर का व्याख्यान आयोजित करें🙏
@funofadi
@funofadi Жыл бұрын
बहुत लाभदायक बातचीत
@maheshpunetha5522
@maheshpunetha5522 Жыл бұрын
क्रम जारी रहे
@rahuldevbly
@rahuldevbly Жыл бұрын
डॉ विजय बहादुर सिंह और डॉ ज्ञान चतुर्वेदी को भी बुलाएं।
@satyammishra-dy9vg
@satyammishra-dy9vg Жыл бұрын
अत्यंत ज्ञानवर्धक व्याख्यान सर को विशेष रूप से धन्यवाद🙏💐💐
@vimalchorpuran
@vimalchorpuran Жыл бұрын
अब तक का सुंदर
@jaikaushal81
@jaikaushal81 Жыл бұрын
ज्ञानवर्धक ….इस व्याख्यान के लिए शुक्रिया हिन्दवी..
@nidhikunwar1978
@nidhikunwar1978 Жыл бұрын
अत्यंत सराहनीय वक्तव्य ❤❤
@MukeshKumar-up9mu
@MukeshKumar-up9mu Жыл бұрын
बेहतरीन आपका यह साक्षात्कार बहुत ही सराहनीय है। एक साक्षात्कार आप हंस के संपादक कहानीकार संजीव जी का लिजिए आपका बहुत आभार होगा सादर नमस्कार आपका 🌹🙏🌹
@sachinkumaryadav6041
@sachinkumaryadav6041 Жыл бұрын
बहुत सुंदर व्याख्यान
@PhiloUniverse95
@PhiloUniverse95 Жыл бұрын
बहुत बढ़िया शुरुआत।
@anitayadav-cs8jp
@anitayadav-cs8jp 3 ай бұрын
मल्लिका समग्र के विषय में थोड़ी जानकारी दीजिए कहां से प्रकाशित है।मुझे पढ़नी है।
@priyanka4601
@priyanka4601 Жыл бұрын
Thank you hindwi❤
@PhiloUniverse95
@PhiloUniverse95 Жыл бұрын
सुनकर बहुत अच्छा लगा।
@deepti228
@deepti228 Жыл бұрын
प्रणाम🙏🏿सर... it's worth considering and so thoughtful conversation...about hindi literature & critisizm. Thankyou Sir.
@gsandreview9487
@gsandreview9487 Жыл бұрын
बहुत सुंदर
@vashishthanarayantripathi421
@vashishthanarayantripathi421 Жыл бұрын
अंजुम शर्मा के प्रश्न महत्वपूर्ण हैं
@MaheshKumar-ex3kc
@MaheshKumar-ex3kc Жыл бұрын
कसा हुआ वक्तव्य। अच्छे सवाल पूछे हैं अंजुम जी ने।
@MaitriVerma
@MaitriVerma Жыл бұрын
Thank you, Hindvi. Sir is a great asset to the field of Hindi criticism. Bringing his distinguished thoughts on this platform would definitely be helpful for all literature enthusiasts.
@vashishthanarayantripathi421
@vashishthanarayantripathi421 Жыл бұрын
शुरुआत अच्छी है।
@sachinmishra3079
@sachinmishra3079 Жыл бұрын
बनी - बनाई समझ को आंदोलित करने वाला साक्षात्कार...
@dingdong2605
@dingdong2605 Жыл бұрын
Gajab ka guftagu.
@Anjali-dq9tq
@Anjali-dq9tq Жыл бұрын
बहुत ही ज्ञानवर्धक एवं सरल वक्तव्य।
@nidhikunwar1978
@nidhikunwar1978 Жыл бұрын
अत्यंत सराहनीय वक्तव्य ❤❤
«Жат бауыр» телехикаясы І 26-бөлім
52:18
Qazaqstan TV / Қазақстан Ұлттық Арнасы
Рет қаралды 434 М.
Hilarious FAKE TONGUE Prank by WEDNESDAY😏🖤
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La La Life Shorts
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«Жат бауыр» телехикаясы І 26-бөлім
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Qazaqstan TV / Қазақстан Ұлттық Арнасы
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