पुरुषोत्तम सर को प्रणाम, लेकिन इंटरव्यू करने वाला भी ग़ज़ब लेवल का ज्ञानी है। सारे सवाल ही शानदार हैं ,टीवी मीडिया के फर्जी पत्रकारों की तरह फर्जी तरह का शोर पैदा करने की कोशिश नहीं है। साधुवाद भाई, शुभकामनाएं।
@गिरिजाकुलश्रेष्ठАй бұрын
हमने तो हमेशा ही कबीर को भक्ति मार्ग के ज्ञानमार्गी कवि के रूप में ही पढ़ा और जाना है । उपदेशक के रूप में नहीं। लेकिन कबीर के काव्य में प्रेम की खोज और प्रतिपादन निश्चित ही नया लगा। अंग्रेजी शब्दों के हिन्दी अनुवाद से याद आया लोकसेवा आयोग की मुख्य परीक्षा में एक शब्द पर नज़र गयी 'सुघट्य' जो प्लास्टिक का हिन्दी अनुवाद था। ऐसे अनुवाद भाषा को हास्यास्पद बनाते हैं। बीच बीच में ग्वालियर का उल्लेख पुलकित कर गया। शानदार साक्षात्कार।
@नास्तिककीकलमसे-ब8ड Жыл бұрын
कुछ पुस्तकों को पढ़ने के बाद यह अनुमान ज़रूर लगाया जा सकता है कि पुरुषोत्तम जी कितने शोध के बाद उसे तैयार करते हैं। ऐसे प्यार से लबरेज़ व्यक्ति को, जीवन को फक्कड़ और सच्चे ढंग से जीते हुए एक अकादमिक व्यक्ति को मेरा नमन। दिलचस्प साक्षात्कार। एक साक्षात्कार देखना यूं लगता है जैसे किसी की चेतना को कुछ हद तक समझना, गुनना है और बाद में उसकी इक छाप आपकी चेतना पर छूट जाती है। अंजुम जी आपका क्या ही कहना, लगे रहिए। जिंदाबाद!❤️
@anjaykumar5914 Жыл бұрын
अग्रवाल सर को प्रणाम। उनके दर्शन में ही ज्ञान है अंजुम जी। सर की बातों से ही हमलोगों का रास्ता प्रसस्त होता है। बहुत सुंदर। वीर भारत तलवार सर से भी बात चीत कीजिये अंजुम जी। इंतज़ार रहेगा।
@asadawan259 Жыл бұрын
Agarwal Sir is truly a legend. He is the soul of South Asia, a soul we have lost on both sides of the border. Optimum of respect for Sir from Pakistan. Thanks to your channel for affording us this opportunity to get such pearls of wisdom. Thank you.
@RajendraSingh-th6ws9 ай бұрын
पुरुषोत्तम जी को मैं कई बार सुन चुका हूं। मेरा मानना है कि हिन्दी साहित्य की जो प्रगतिशील धारा है, बेशक उस धारा का वह एक मजबूत स्तंभ हैं। विभिन्न विषयों पर उनकी बेबाक टिप्पणी , वैज्ञानिक दृष्टि व वैचारिक प्रतिबद्धता का मैं कायल हूं। इतने महत्वपूर्ण साक्षात्कार के लिए आपको बधाई!
@rajnishmishra7775 Жыл бұрын
हिंदुस्तान के सिवा जायसी और कबीर कहीं और हो भी नहीं सकते।
@ChukeyBhutia4 ай бұрын
मुझे इस बात का अहसास हुआ कि पुरुषोत्तम जी से इससे बेहतरीन बातचीत हो सकती है.इसमें शक नहीं अंजुम जी बहुत शानदार तैयारी के साथ आते हैं परन्तु इंटरव्यू अपने अंत तक पहुँचते बड़ा भावुक कर गया ! दोनों चेहरे के आते जाते भाव ने आपके अंतर्मन में छिपे एक नए चेहरे का बोध करा दिया ! यह भी सच है जो सही मायने में साहित्य का पाठक है वो कभी भी पुरुषोत्तम जी को पढ़ लेगा लेकिन इस इंटरव्यू में उनके व्यक्ति मन से मिलना हुआ जिसने मन को छू लिया ! दोनों को बहुत बधाई !
@rishibph2 жыл бұрын
♥️🙏, बहुत अच्छा लगा। तीन बैठकी में देख सका। आदरणीय अग्रवाल सर पूरे साक्षात्कार में नरम , स्पष्ट, सहृदय रहे। अंजुम जी आपने भी अपनी भूमिका का अच्छा निर्वहन किया। आपको शुभकामनाएँ।
@malasinghalt80882 жыл бұрын
जे एन यू में नामवर सिंह "--सुमन जी की किताब में आपका लिखा स्मरण याद आ गया।
@dnyjnu2 жыл бұрын
लम्बे अरसे बाद गुरुदेव का विस्तृत इंटरव्यू देखने-सुनने को मिला। यह इंटरव्यू और रोचक, विचारोत्तेजक और प्रबोधनकारी हो सकता था। लेकिन, अंजुम जी, गुरुदेव के आंतरिक बौद्धिक तेज को उस गहराई से नहीं छू सके। गुरुदेव से बड़े उत्तर पाने के लिए प्रश्न भी बड़े होने चाहिए थे। कुलमिलाकर, गुरुदेव को सुनना किसी अनुभव से गुजरने जैसा होता है।
@shaziyaahmad80122 жыл бұрын
बेहतरीन सवाल जवाब । एक ज़िन्दगी में लोग कितना कुछ कर जाते हैं । साहित्यकारों और कवियों के अनुभव से परिचित कराने की अच्छी शुरूआत हिंदवी के माध्यम से ❤️
@mahenderyadav67172 жыл бұрын
Read
@mahenderyadav67172 жыл бұрын
Dew
@ankur84782 жыл бұрын
दो महीने से इंतज़ार कर रहा था। धन्यवाद टीम हिंदवी।
@Animeshuma2 жыл бұрын
ख़ूबसूरत अन्तर्वीक्षा! आधी सुनकर ही मैंने यह लिख दिया है, पूरी सुनकर और भी लिखना चाहूँगा। एडिट - यह एक काफी विस्तृत इन्टरव्यू है। इंटरव्यूअर अंजुम शर्मा जी ने सुंदर questionire तैयार किया है। सर के व्यक्तित्व के हर पहलू को थोड़ा न थोड़ा छू लिया है। साधुवाद। सर को तीखे प्रश्न से भी बीधने की कोशिश की है, कुछ विवादास्पद टॉपिक्स उठाकर। रचनाओं की जगह रचनाकार की ज्यादा खोजबीन की है। अंतिम प्रश्न तो सच में कमाल है - उत्तर और भी प्यारा और दार्शनिक ♥️🙏🏻
@baluram3171Ай бұрын
सर की पुस्तक 'संस्कृति वर्चस्व और प्रतिरोध' पढ़ी। कुछ सामयिक लचर प्रश्न जिनसे अधिकांश आबादी टकराने का दुस्साहस नहीं लेती , यह पुस्तक अनूठी शब्द , विचार, भाव सज्जा के साथ सुदूर क्षितिज तक जाकर नूतन आर्द्र अनुभूति दे पाती है और मन करता है कि 'विचार का अनंत' जो कभी की खरीद रखी है ,उसे पढ़ लिया जाय तो समीचीन होगा । निश्चित रूप से उसका भी आद्योपांत पारायण कर लिया जाएगा । सितारों से आगे और भी जहान होते हैं - लिहाजा अब ज्यादा अचम्भित होने का मूड नहीं बनता । समग्रतः साक्षात्कार अच्छा रहा इसलिए तो पूरे समय उपस्थित रह सका ।
@harishsamyak24132 жыл бұрын
पुरषोत्तम जी संवाद परम्परा के वाहक है,बहुत अच्छा इंटरव्यू ।
@ashutosh.prasidha2 жыл бұрын
अंजुम भईया आपके सवाल मन के सवाल होते हैं ,आभार ❤️🌼
@pradeep_kumar_gautam24 күн бұрын
बेहतरीन साक्षात्कार 😊
@subhashsharma7409 Жыл бұрын
सर के कार्य और करियर, दोनों ही विलक्षण हैं। हिंदी के अन्य साहित्यकारों तथा चिंतकों से अलग गहन और गंभीरतम चिंतन हैं।
@rameshkpatel16 ай бұрын
excellent programme. very nicely organized question in talk to show
@Anil-m8l6 күн бұрын
परिभाषिक शब्दावली समस्या कि जड में है यह मुझे आज मालूम हुआ l इसका एकमात्र इलाज है कि हिंदी माध्यम वालों के लिए प्रश्नपत्र हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में छापे जाएँ l
@bhupendrasingh3521 Жыл бұрын
पुरुषोत्तम अग्रवाल की साफ़गोई से खासा प्रभावित हुआ हूँ। आपका प्रसारण बहुत सार्थक लगा।वर्तमान के अहम सवालों पर पुरुषोत्तम जी की टिप्पणी नए सिरे से विचार विमर्श करने की मांग करती है। आपको साधुवाद।
@harikrishankantiwal3 ай бұрын
हमारे यहां स्थानीय भाषा में सत्संग को संगत माना जाता है और शायद वास्तविक रूप में यही वो संगत है जैसा हर संगत को कमोबेश होना चाहिए।
@PhiloUniverse952 жыл бұрын
बहुत अच्छा लगा। अंजुम जी आपकी गजब तैयारी है। पुरुषोत्तम जी के जवाब भी संतोषजनक हैं। शुभकामनाएं💐
@zakia8623 Жыл бұрын
Ji chahta tha yeh interview chalta rahe. Itna kutchh seekhne ko mila , itna kutchh samajhne ko Mila. Akath kahani prem ki mere sirhane bookshelf men maujood hai ek baar poori padhi , phir ab kahin se bhi padh leti hoon. 2016 men ghalib institute men purshottam ji se milne ka avsar kho diya uska afsos aaj tak hai. Anjum aap un interviewers men hain jo khud bahut hi kam bolte hain lekin saamne waale ko poori tarah ujagar karlete hain. Verna main ne interviewer ko apna exposure zyada karte dekha hai. Salamat rahiye
@Aanav132 жыл бұрын
जीवन के प्रति एक नई समझ विकसित हुई। आभार आप दोनों का 👏
@chelaramraika78382 жыл бұрын
बहुत शानदार सर पूरा साक्षात्कार एक बार में देख लिया
@malasinghalt80882 жыл бұрын
,आपको जानना पूरी तरह से , युवाओं के चरित्र निर्माण में बहुत सहायक होगा सर...ये मुझे महसूस होता है।
@ankitjaiswal1492 Жыл бұрын
AB ye saale charitra banayenge saale
@vandnasharma4438 Жыл бұрын
Thank you purushottam guru ji pranam 🙏🙏
@bhutaramraika68902 жыл бұрын
बहुत सुंदर साक्षात्कार गुरुदेव को प्रणाम
@prempalsharma72 жыл бұрын
अच्छी बातचीत रही और कई मुद्दों को छुआ गया । बधाई जी!लेकिन यूपीएससी के मामले में कुछ प्रश्नों से बचकर निकल गए। 2011 में सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा में ही 22 नंबर की अंग्रेजी लाद दी तो उस समय उस का मुखर विरोध क्यों नहीं किया गया।सुप्रीम कोर्ट के जज भी अपना मत अलग देते हैं ।इससे उनकी प्रतिष्ठा बढ़ती और यही बात आगे चलकर दिल्ली हाईकोर्ट ने भी मानी कि जब मुख्य परीक्षा में अंग्रेजी होती है तो पहली स्टेज पर रखने की क्या जरूरत है। और इस विरोध से सहमत होकर मोदी सरकार ने उसे हटाया। यूपीए सरकार का निर्णय कोठारी आयोग की सिफारिशों के भी खिलाफ था। ऐसे मौके पर हमारी चुप्पी खतरनाक होती है । मैंने खुद भारत सरकार के संयुक्त सचिव के पद पर रहते हुए प्रारंभिक स्टेज से अंग्रेजी हटाने के लिए जनसत्ता समेत सभी अखबारों में लिखा। रवीश कुमार के प्रोग्राम में भी गया। सच कहना ही होगा।
@pratibhasharma9429 Жыл бұрын
बेहतरीन साक्षात्कार। अंजुम जी आपके द्वारा लिए गए और भी साक्षात्कार मैंने देखे -सुने हैं।आप बहुत अच्छे से तैयारी करके आते हैं, इसलिए साक्षात्कार इतना स्तरीय होता है। अग्रवाल जी शोध के क्षेत्र में आज की बंधी बंधाई लीक पर न चलकर सही अर्थों में शोध करते और कराते हैं।साथ ही संस्कृति और इतिहास की दिशा में जो कार्य कर रहे हैं, वह प्रशंसनीय है, वह भी ऐसे समय में जब निष्पक्ष बोलना -लिखना दुर्लभ होता जा रहा है।-प्रतिभा शर्मा
@GopalYadav-zo1ic Жыл бұрын
बहुत ही सुंदर शब्द चयन मजा आ गया
@HimanshuSiddharth.2 жыл бұрын
पुरषोत्तम सर का साक्षात्कार बड़ा ही रोचक है, सर का व्यक्तित्व बड़ा ही प्रभावशाली है और अंजुम सर का सवाल पूछने का अंदाज बड़ा ही लाजवाब है। धन्यवाद हिंदवी टीम का जो इतनी शानदार सीरीज लेकर आते।
@brajmohansingh4888 Жыл бұрын
शानदार और महत्वपूर्ण
@Graceofgod01 Жыл бұрын
I studied in such a school & college in Kolkata ( sri shipshape yatan ), where all great personalities were invited as Nirala ji , Mahadevi Verma ji , Dinkar ji & all...
@Graceofgod01 Жыл бұрын
As I m from west Bengal Board & university ..with best of syllabus about Hindi Sahitya .. Dr. Vishnu Kant Shastri ji was HOD of Hindi dept.. my family is literary .. about Jayesi & Kabir , we learned in our school life with best of curriculum.. # DR.KANCHANS DESK..
@ashokseth24269 ай бұрын
कबीर पर आपका काम अद्वितीय है।
@Gvivek257 Жыл бұрын
It's a philosophical experience to hear Dr Purushottam Agrawalji and I like it. Thanks a lot.
@nivistan Жыл бұрын
जैसे जैसे मैं संगत के एपिसोड्स देख रही, चूंकि कवि/लेखकों से प्रश्न पूछा जाना और उनका सहजता से स्वीकारना और उत्तर देना एक बहुत महीन कला है जो की अपेक्षित है परन्तु ऐसे प्रश्न पूछना जो असहजता को भी सहज रूप से प्रस्तुत करें मैं अंजुम भैया/सर की प्रशंसा करते नही रुक रही जो बिलकुल सौरभ त्रिवेदी की याद दिला रहे हैं the lallontop के जिस करीने से ये प्रश्न पूछते और उसमे ढल जाते हैं।
@truthseekar6388 Жыл бұрын
A living legend Hindwi I love you
@Hindwi Жыл бұрын
धन्यवाद
@Anil-m8l6 күн бұрын
अंजुम, मेरे एक कहानी का शीर्षक है " और विवक नहीं लौटा " l 2003 में छपी थी l पिछले वर्ष प्रकाशक ने उसका एक नया संस्करण छापा है l मेरे लिए विवेक के चले जाने के लिए एक तारीख है - 1 नवंबर 1984. I
@OneofTheSapiens3335 ай бұрын
One of my favorite thinkers ..
@ramanshushukla274 Жыл бұрын
Thankyou team hindiwi
@deepindersingh1723 ай бұрын
अच्छा साक्षात्कार
@malasinghalt80882 жыл бұрын
बहुत हीं सुलझी,साफ सुथरी,मूल्यवान बातचीत
@ankitjaiswal1492 Жыл бұрын
I love you jaan
@aditisingh98852 жыл бұрын
बहुत सुन्दर साक्षात्कार ❤️
@vinodshankarjha30593 ай бұрын
Kisi ke hone nhone se Desh par koi prabhav nahi hota badalte parivesh me naye ki tatalash aur pooch hamesha rahti hai.
@manojghildiyal6854 Жыл бұрын
बहुत ही सुन्दर और सारगर्भित बातचीत
@sachinsingh-rh6fqАй бұрын
धन्यवाद
@shreesandeepji Жыл бұрын
अनेकों धन्यवाद 🙏🙏
@azranaqvi67572 жыл бұрын
Very interesting and comprehensive interview ... Thanks .
@Hindwi2 жыл бұрын
Glad you enjoyed it!
@malasinghalt80882 жыл бұрын
नाकोहस...गजब
@ShashankShekharNarayanКүн бұрын
❤❤
@priyambdapandey5880 Жыл бұрын
शानदार कार्यक्रम
@abhishekkumargupta78372 жыл бұрын
अच्छी बातचीत
@swapnilsrivastava46252 жыл бұрын
पुरूषोत्तम जी ने खरी खरी बातें कहीं ,वे हमारे समय के बड़े बौद्धिक है ,हर विधा में आवागमन करते रहते है । अंत में उनकी कविता सुनकर बहुत अच्छा लगा ,इससे यह धारणा टूटती है कि वे अंहकारी है ।
@TheSpiritlens2 жыл бұрын
Very good interview. Keep coming with such sangat ❤️
@kumaraalok1121 Жыл бұрын
अंजुम शर्मा ❤
@Graceofgod01 Жыл бұрын
Hindi sahitya bahut sampann hai..
@devendrathakur7822 Жыл бұрын
जो लोग पुरुषोत्तम जी को arogant समझते हैं, वो prejudice हैं, ये एकमात्र सज्जन हैं जो face book मे comment करने पर आपको याने साधारण आदमी को भी जवाब देते हैं
@SanyogRajपटेल4 күн бұрын
नामवर सिंह ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय में इक असिस्टेंट प्रोफेसर की शिफारिस कि थी। वो आज भी है ।
@scentedsin Жыл бұрын
Please launch your app, like rekhta.
@khushalsinghng6 Жыл бұрын
Great interview
@babydevi72777 ай бұрын
🙏
@malasinghalt80882 жыл бұрын
समाज जब बाजार बन जाता है-कितनी गहरी बात कही है अंजुम जी ने
@ankitjaiswal1492 Жыл бұрын
Aapka bhi gehra hi hoga
@siddharthaborpuzari90002 жыл бұрын
Thanks a lot for this interview
@sarojininautiyal9696 Жыл бұрын
सर यदि बौद्धिक अहंकार से बच पाते तो निस्संदेह हम आपको लाजवाब कहते। वादाग्रह ने आपकी कला को बाधित - कुंठित किया है। हिन्दुस्तान को इतना सीमित मत करिए। सादर
@user-sp2lj8et2n Жыл бұрын
पॉडकास्ट पर भी डालिए
@malasinghalt80882 жыл бұрын
तीसरा तरीका ही सर्वोत्तम कि इतिहास पढें फिर से जरूर और तब फिर लिखें
@vikasmangotra2 жыл бұрын
🌹
@rameshkumar06 Жыл бұрын
बढ़िया
@johncrisis8894 Жыл бұрын
Lovely man
@Graceofgod01 Жыл бұрын
❤❤❤❤❤❤
@ashutoosh_dwivedi2 жыл бұрын
अशोक कुमार पांडेय सर (इतिहासकार) को कब ला रहे है...?
@nageshpanchal72872 жыл бұрын
इस व्यक्ति को मोदी का इंटरव्यू लेना चाहिए
@kuldeepsumbra91012 жыл бұрын
Of course 💐
@nageshwarverma7939 Жыл бұрын
Aap kya chahte ho ki phir vo pani mangne lage aur tv 📺📺 band karva de naam to sune hi honge karan thapar 😊😊😊😊
@ShivamSahuIndia Жыл бұрын
❤😊
@sachinshekade65711 ай бұрын
Sir ke piche snake 🐍 aaya tha timestamp:-22:44
@BhoopendraMaycha Жыл бұрын
Good
@gurindersinghkalsi5955 Жыл бұрын
Nice to know such a great writer and teacher.
@UmeshShrma-of6wiАй бұрын
Criminall novel qiran ke baare me q?
@aspirant9457 Жыл бұрын
1:01:23
@ravishanker9672 Жыл бұрын
अग्रावलजी अग्र बनने के चक्कर में हिंदी के तो क्या किसी के नहीं लगते जय कुबेरनाथ राय
@nandkishorerai9685 Жыл бұрын
आधुनिक भारत की समझ विकसित करनी हो तो कोई भी छात्र अगरवाल जी को पढ़ के शुरू कर सकते है।
@ravikhare930911 ай бұрын
आपके अनेक you tube इंटरव्यू देख कर प्रवाहित हुआ पर आप पर मार्क्स वादी कहा जाता है क्यों
@AlokKumar-hh1vt Жыл бұрын
जायसी और कबीर ही हिंदुस्तान नहीं है। अग्रवाल जी को हिंदुस्तान की समझ नहीं।
@rakeshmehrotra21895 ай бұрын
यह आदमी बहुत काइयाँ है इसकी बातों पर विश्वास नहीं करे😮
@itihasnamawithaamir Жыл бұрын
Kitne Hindi medium k baccho ka bhavisya isne barbad kiya hai is baat ka andaza appko Delhi mukharjee nagar k senior’s se Milne k baad hi pata chalega . Yahi wajh hai ki 2019 me inka shwagat chappal se kiya gaya tha ……
@UmeshShrma-of6wiАй бұрын
Katwa kaber bakwas as was Mohhmod
@AnilSharma-sq1fv Жыл бұрын
Kya bakwaas baat hai , dont u hv sense p agarwal , even if kabir was not born it wld have had no difference , this is a land of several evolved souls
@pinkpasa2634 Жыл бұрын
Bharat bina bhi duniya hote hai fir bhi Bharat ka bhi kuchh jogdan hai.