" अच्छा लेखन अनुभव से ही आता है अनुभव के साथ विजन होना ज़रूरी है। महत्त्वाकांक्षा हीनता ही खुश रहने कि बड़ा कारण है कभी बड़े लोगों से परिचय का शौक कभी नही रहा .. सरल , निश्छल, स्पष्टवादी श्री मिश्र जी का यह साक्षात्कार अनेक स्तरों पर अत्यन्त महत्वपूर्ण है। हमारा बड़ा सौभाग्य है एक एक पूरी सदी को एक साथ सामने देख पाए हैं इसके लिए आपको भी बहुत धन्यवाद अंजुम जी।
@dr.rekhashekhawat65454 ай бұрын
आदरणीय मिश्र जी को मेरा सादर प्रणाम🙏 बहुत सुखद साक्षात्कार 🙏 शुक्रिया अंजुम जी😊
@akankshamishra15294 ай бұрын
यह हम सब का सौभाग्य ही है कि हम अपने वरिष्ठतम साहित्यकार और ज्ञान , अनुभव के इस असीम महासागर को खूबसूरती के साथ अपना शतक पूरा करते हुए देख रहे हैं ।
@khidki19914 ай бұрын
सादर प्रणाम! अंजुम शर्मा जी टिकाऊ और प्रभावी कार्य कर रहे हैं। आदरणीय रामदरश जी को सुनने का सौभाग्य मिला बहुत बहुत धन्यवाद संगत का
@sunildutt63294 ай бұрын
इस साक्षात्कार को सुनने के उपरांत ऐसा अनुभव हुआ जैसे कि मैं गंगा स्नान कर आया हूॅं। धन्यवाद अंजुम जी, आपको खूब सारी शुभकामनाएं।
@prabhakarpandey54304 ай бұрын
बहुत सुंदर साक्षात्कार, सर ने इतने विनम्रता के साथ सभी प्रश्नों का जवाब दिये। बहुत कुछ सीखने को मिला, अंतिम में जो कविताएं सर ने पढ़ी, उसका तो कोई जवाब ही नहीं। उसको सुननें के बाद लगता है कि ये पंक्तियां हर इंसान पर फिट बैठेगी।👏👏
@omnishchal66104 ай бұрын
अच्छी बातचीत। हिंदी विश्व के सबसे बूढ़े लेखक का जिंदादिली के साथ किया गया इंटरव्यू। उन्हें सुनना सदैव एक प्रीतिकर अनुभव होता है।
@dr.jamunakrishnaraj62054 ай бұрын
जी , बुजुर्ग हैं, बूढ़े नहीं!
@amotivationalchanel80844 ай бұрын
बहुत ही खूबसूरत साक्षात्कार। ऐसा महसूस हो रहा था कोई पौत्र अपने दादाजी से प्यार से मन की बातें पूछ रहा हो।
@maheshdarpan59874 ай бұрын
अंजुम ने मिश्र जी से बड़ी कायदे की बातचीत की। उनसे उनका समय खुलवाया। यह एक सहज संवाद है जिसमें एक सुदीर्घ जीवन सामने हो आया है। सन 74 से रामदरश जी को देखा है, तब जैसे सरल थे आज भी वैसे ही हैं। जाने वक़्त की कितनी करवटें मिश्र जी ने देखी होंगी!
@anujabhat4 ай бұрын
बहुत अच्छा साक्षात्कार। कितना संवेदनशील। आनंद आया। बधाई।
@ANKUR29474 ай бұрын
धन्यवाद अंजुम जी जो आपने यह संवाद पहुंचाया वास्तव में श्री मिश्र जी अपने आप में अद्भुत व्यक्तित्व के धनी थे और हैं 🙏
@JitendraNagpure754 ай бұрын
बहुत बहुत धन्यवाद संगत 👏👏
@drjaishankar4 ай бұрын
सादर प्रणाम।गुरुदेव की दीर्घकालिक साधना और जीवेत शरदम सतम को नमन।
@nidhiagarwal52584 ай бұрын
भावुक कर रही है यह संगत। लिखे के मूल्यों को जीवन में उतारने वाले विरले लेखक आदरणीय सर को सादर प्रणाम!
@Thakur81714 ай бұрын
सर्वप्रथम आपको मेरा प्रणाम 🙏🙏आज तक मै आपकी रचनाओं को पढ़ती थी और आज मै पहली बार आपको सुनी बहुत ही अच्छा लग रहा 🙏🙏😊
@vijaysinghmeena9004 ай бұрын
अंजुम भाई इसको मैं आपका पहला सफल साहित्यिक इंटरव्यू मानता हूं। ऐसे ही आगे बढ़ते रहें।
@SunitaPrasad-xf9yu4 ай бұрын
Nisabbd hu etne mahaan vyaktitva Ko dekhna Mera Param soubhagya. Jiske liye Anjum ji ko sadhuvad 👏👏👏👏👏
@dhananjaysingh72664 ай бұрын
बहुत सुन्दर एवं प्रेरक साक्षात्कार।ऐसे सरल,सहज महान व्यक्तित्व को नमन।
@gurusharan47054 ай бұрын
Wonderful! So fit in this age. Amazing memories and physical fitness. May God bless him with good health!
@devendramewari43724 ай бұрын
आदरणीय रामदरश मिश्र जी को सादर प्रणाम। ॠतुएं आती रहें और वे अनगिनत वसंत देखें और वे वसंत उन्हें रचनात्मक ऊर्जा देते रहें। संगत की शानदार प्रस्तुतियों के लिए अंजुम जी को हृदय से बधाई और शुभकामनाएं!
@kamlasharmam86884 ай бұрын
धन्यवाद अंजुम जी सुंदर साक्षात्कार के लिए
@sushmamunindra84814 ай бұрын
बहुत सहज सरल सम्मानित रचनाकार को प्रणाम
@Dp30-e1q4 ай бұрын
शतायु प्रोफ़ेसर रामदरश मिश्र जी की 'संगत' बहुत प्रेरक रही। उनकी स्पष्टवादिता, सहजता और महत्त्वाकांक्षाहीनता प्रशंसनीय व अनुकरणीय है। महिलाओं के प्रति उन्होंने प्रेम व सम्मान व्यक्त किया है, वह उन्हें पूजनीय बनाता है। वे शुद्ध भारतीय हैं।
@nainabhatia43774 ай бұрын
अंजुमजी के प्रश्नों ने रामदरसजी की साहित्य साधना के मंदिर में मुझ जैसे हिन्दी प्रेमियों की ओर से श्रद्धा काअखंड दीपक प्रज्ज्वलित कर दियाहै, आदरणीय मिश्राजी एवं हिन्दी साहित्य की अविरल बहती रहे।🙏🏾
@deekshasharmayk4 ай бұрын
hello hindwi, i was scrolling youtube and this video appears on the homepage i have lost my baba aged around 94/95 years old ...he always been very active but fell in the bathroom around 5/6 month ago and since then he fell sick and didn't recovered liked before and lost him on 16th of June on the day of my upsc prelims exam . when i came back home after giving my second shift Csat paper_ he was no more . i really missing him and feels like i have lost my childhood forever watching ramdarash ji feels like i am watching my baba is sharing me his stories, his experiences . feels like crying and screaming- baba aap kaha chalege i am missing you very much. just feels like sharing this here on the comment section. meanwhile thankyou hindwi for sharing such beautiful content🙏🙏❤. Keep doing the good work.
@newmanavjagartiandolan18824 ай бұрын
अंजुम जी प्रणाम आपने रामदर्श मिश्र जी से रू ब रू करा कर हम दर्शकों को मानों एक इनाम दिया है हमारे १०० साला कवि लेखक से बातें करके धन्यवाद। एक विनती आप से जो इंही के जैसे उम्रदराज़ कवि लेखक हैं उन्हें प्राथमिकता दें आप बातचीत के लिए। ताकि पाठक सहित्यक तौर पर लाभान्वित हों। महिपाल मानव हिसार हरियाणा
@arvindmishra4 ай бұрын
विलक्षण व्यक्तित्व और कृतित्व जो स्वयं में अनुवर्ती पीढियों के लिये अनुकरणीय जीवन दर्शन है। मिश्र जी की यशस्विता उनके रचनाकर्म में ही नहीं वंश परंपरा में भी दृष्टिगत है ।
@DrAshokNautiyalvlogs4 ай бұрын
मिश्र जी को सादर प्रणाम। उनको पढ़ना सुखद था। उनको देखना और सुनना और भी सुखद।🙏🏻🙏🏻🙏🏻
@absolutelyabsolute52714 ай бұрын
This heavy loaded life energy can only flow from a great personality like him..
@kishorkumarmishra53314 ай бұрын
एक युग को हमारे सामने प्रस्तुत करके आप जो मिशाल कायम किए वो बहुत ही सराहनीय है । आपको बहुत बहुत बधाई और नमस्कार ।
@AnuragMishra-rk5by4 ай бұрын
🙏🙏🙏 प्रणाम गुरूवर ईश्वर आपको स्वस्थ एवं दीर्घायु रखें। अंजुम भईया का बहुत आभार उनकी संगत ऐसे ही धीरे धीरे चलती रहें यही कामना हैं।🙏
@adityadhanraj95784 ай бұрын
अद्भुत, अकल्पनीय,असिम ❤💐🌺🌼🌷🙏🌹👌👌👌👌👌👌
@poonamsagar23804 ай бұрын
सादर प्रणाम। Happy 100th birthday to sir....incredible milestone....a vintage
@Abhishek__6444 ай бұрын
अपूर्व साक्षात्कार ❤
@dr.artismit37924 ай бұрын
बाबूजी को सुनना अप्रतिम अनुभव देता है। जीने का गुर सीखते हैं।❤
@rahulkumarsingh42174 ай бұрын
बहुत जरूरी काम आपने किया है, रामदरश जी तो अचंभित करते हैं।
@Ramji870924 ай бұрын
उत्कृष्ट सर जी आपके बहुत बहुत धन्यवाद सर जी
@prakashchandra694 ай бұрын
रामदरश जी की सहजता प्रीतिकर है। निराला और फिराक में कतिपय असहजता थी, जो नहीं होती तो भी दोनों धरोहर ही रहते।
@avagallery65994 ай бұрын
इस एपिसोड का इंतजार था, जो पूरा हुआ। 🙏
@harishsamyak24134 ай бұрын
बहुत बढ़िया बातचीत । ऐसी संगत दुर्लभ है ।
@Bhaskarodaya4 ай бұрын
हिंदवी पर 'संगत' का यह सिलसिला अविछिन्न चलता रहे, साहित्य प्रेमियों के लिए इससे आह्लादक क्या हो सकता है।❤ इस कड़ी में यथाशीघ्र स्वनामधन्य व्यक्तित्व श्री काशीनाथ सिंह जी का एक साक्षात्कार हम दर्शकों की लोकप्रिय मांग है! जल्दी एक साक्षात्कार उनके साथ कीजिए अंजुम जी।❤
@dhananjaysingh72664 ай бұрын
मजेदार ! पुनर्जन्म के बाद पी एच डी करने की बात।😊
@ddigvijay264 ай бұрын
बहुत सुंदर🎉
@हिंदीसाहित्यऔरसृजन4 ай бұрын
बहुत ही शानदार इंटरव्यू, बहुत अच्छा लगा पूरी बातचीत सुनकर ।आपका बहुत बहुत शुक्रिया । आपसे एक गुजारिश है अंजुम sr जी आप साहित्यकार बल्लभ डोभाल जी का भी इंटरव्यू लें।आज डोभाल जी उम्र के 95 वे पड़ाव पर है । वे किसी भी आंदोलन से जुड़े नही । वे बहुत प्रसन्न होंगे अगर आप उनसे मिलेंगे। डोभाल जी नोएडा w 46 मे अकेले ही जीवन यापन कर रहे हैं। वे एक वरिष्ठ साहित्यकार हैं । तिब्बत की बेटी उनका प्रशिद उपन्यास है।
@ramdularsingh14354 ай бұрын
GOD bless you sir !!!...
@sunitasingh61434 ай бұрын
अविस्मरणीय
@poonamsagar23804 ай бұрын
शानदार ग़ज़ल है ... धीरे धीरे
@KamleshVerma-ex7dj4 ай бұрын
बहुत अच्छा लगा सुनकर 🙏🙏
@ashokseth24264 ай бұрын
शानदार १०० साल ❤
@supriyabharadwaj98264 ай бұрын
अद्भुत 👌👌🙏🙏💐💐
@उज्ज्वलपांडेय-य2ण4 ай бұрын
बढ़िया संवाद।
@poonammanhas68164 ай бұрын
Shat shat Naman
@ajeyklg4 ай бұрын
सहज व्यक्तित्व! 1985-86 के आसपास पी यू चंडीगढ़ मे हिंदी विभागाध्यक्ष के कार्यालय में अंतरंग मुलाकात हुई थी। मिश्र जी एक वाईवा के सिलसिले में आए थे। प्रोफेसर सहगल, प्रोफेसर मेंहदीरत्ता और हम तीन चार छात्र। तब तक इन का लिखा कुछ न पढ़ा था । आज भी उतने ही सादा, उतने ही सरल। हिंदी साहित्य को आप पर गर्व है। आप स्वस्थ रहेंगे, हम सब को प्रेरित करते रहेंगे। ❤
@drashutripathi88044 ай бұрын
विद्वान् व्यक्तित्व को सादर दणडवत् प्रणाम।
@HindiWaleMadsab4 ай бұрын
वाह!
@vedprakashamitabh39554 ай бұрын
सुखद अनुभव है आपको सुनना
@Tejashwishukla1234 ай бұрын
बहुत उम्दा साक्षात्कार🙏🙏🙏
@janmuddawithajaypatel77154 ай бұрын
जिस मन्नन द्विवेदी से मिश्र जी सर्वाधिक प्रभावित थे ,सौभाग्य से मै उसी गजपुर गाँव का हूँ। जिसके बारे में इन्होंने अपनी आत्म कथा सहचर है समय में विस्तार से जिक्र किया है
@arunnaithani52994 ай бұрын
आभार अंजुम।
@devendrakumartripathi57454 ай бұрын
Sadar pranam, dumari wale baba ko
@mahendrapratapsingh-4 ай бұрын
🥰🥰
@dr.jamunakrishnaraj62054 ай бұрын
हिंदी साहित्य जगत के इस युग पुरुष से हाल में दिल्ली गमन के दौरान मेरी मुलाकात हुई, इसे मैं अपना परम सौभाग्य मानती हूं।
@arvindmishra4 ай бұрын
यशस्वी दीर्घजीविता ।
@anandmishra62474 ай бұрын
सादर प्रणाम
@vishnushankar46784 ай бұрын
Guru shrest Mera bhi pranam
@vandanasharma84974 ай бұрын
Awesome
@ashokseth24264 ай бұрын
संगत को फिर से साप्ताहिक करें।
@KIRANSHARMA-fg1nu4 ай бұрын
प्रेरणादायक उद्धरण
@ritumanjari73194 ай бұрын
शत शत नमन आदरणीय चाचा जी को, प्रेरणा स्रोत हैं आप हम सब के ,बहुत बहुत उम्दा साक्षात्कार।
@chuman.pandey_-_-_4 ай бұрын
❤
@nirjalasharma68184 ай бұрын
🙏🙏
@nivishkumarsinghoriginal79454 ай бұрын
👍❤👌
@amitsharmaaa7714 ай бұрын
Jis jindagi mein mahatvakanksha hi na ho, toh kya fayda 100 jine ka, mujhe bhagwan aaj utha le toh bhi apni mrityu ka welcome karunga😢
@hemantmishra5454 ай бұрын
अंजुम भाई, सहज भाव से जो झरता जा रहा है वार्ताकार के मुख से, उस प्रवाह को आप कई बार रोक देते हैं।शायद आपको लगता है कि भेंटवार्ता में आपका योगदान कम हो रहा है।वरिष्ठतम साहित्यकार को थोड़ा और समय और आदर दे सकते थे आप।बुरा न मानना। पर निःसंदेह ये कार्यक्रम अमूल्य हैं।
@risingbantu687023 күн бұрын
अंजुम सर जी लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रो. सूरज बहादुर थापा जी को कभी संगत में आमन्त्रित करिए, वर्तमान दौर के भारत में ऐसे ज्ञानवान प्रोफेसर बहुत कम ही मिलेंगे। उनको संगत पर सुनने का अवसर मिलेगा तो बहुत कुछ नया सीखने को मिल सकता है आज के युवा शोधार्थियों और शिक्षार्थियों को। विचार जरूर कारियेगा। 🙏🙏
@drmaheshchandralal6785Ай бұрын
Anjum ji UMRA KE EK SHATAK PURNA KAR LIYE VYAKTI KO AAP DWARA NAME SE SAMBODHAN THODA KHATAK RAHA
@parshuramshakti29344 ай бұрын
Anchor chuyita hai. Baar baar tokta hai. Bolne hi nahi de raha. Itna buzurg admi betha hai bolne tho de unko.
@ravishanker96724 ай бұрын
शतक लगा दिया क्या काम है
@risingbantu687023 күн бұрын
कहीं न कहीं उस दौर के पुरुष वादी सोच की मानसिकता मिश्र जी के अंतर्मन में अपनी पत्नी के प्रति स्त्री होने के नाते आ ही गया वे भी अछूते नहीं रह पाए। वरना उनको जरूर phd करने देते। 😂😂😂
@janmuddawithajaypatel77154 ай бұрын
जिस मन्नन द्विवेदी से मिश्र जी सर्वाधिक प्रभावित थे ,सौभाग्य से मै उसी गजपुर गाँव का हूँ। जिसके बारे में इन्होंने अपनी आत्म कथा सहचर है समय में विस्तार से जिक्र किया है
@janmuddawithajaypatel77154 ай бұрын
जिस मन्नन द्विवेदी से मिश्र जी सर्वाधिक प्रभावित थे ,सौभाग्य से मै उसी गजपुर गाँव का हूँ। जिसके बारे में इन्होंने अपनी आत्म कथा सहचर है समय में विस्तार से जिक्र किया है