‘वो आ गए, घर खाली कर दो’ Nawada Bihar में 21 घर किसने और क्यों जलाए। Modi J&K। LT Show

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Күн бұрын

In today’s #TheLallantopShow , Kuldeep Mishra is discussing following news:
PM Modi Jammu Kashmir visit: What did he say on Congress and NC alliance? Why did he say that these 2 parties are getting support from Pakistan?
Pakistani defence minister Khawaja Asif said that there are a 'high chance' that the Congress-National Conference alliance would come to power in Jammu and Kashmir and that they are on the same page with the Congress alliance.
Why did the dispute occur in Nawada, Bihar? Was there a caste angle involved? In the past, when have such collective crimes happened in Bihar, or when have crimes been committed against people from specific regions? We will also take firsthand accounts of the victims.
What is India’s reaction after US court summons government in plot to murder Gurpatwant Pannun?
FATF praises India's efforts to combat money laundering, says country a 'victim of terror' from Al-Qaeda, ISIL
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Produced By: The Lallantop
Edited By: rahul

Пікірлер: 351
@prashantkumawat410
@prashantkumawat410 7 сағат бұрын
नाना पाटेकर जी की "क्रांतिवीर" फिल्म याद आ गयी। नवादा की घटना सोचने पर मजबूर कर रही है। 😢😢😢
@India22-80
@India22-80 7 сағат бұрын
बहुत ही शर्मानाक घटना।😢
@ubtechnicalworld
@ubtechnicalworld 7 сағат бұрын
किसी के भी साथ अन्याय या अत्याचार करना न केवल अमानवीय है, बल्कि यह हमारे समाज के नैतिक मूल्यों के भी खिलाफ है। जाति, धर्म या किसी भी प्रकार के भेदभाव के आधार पर किसी के साथ ज़ुल्म करना सरासर गलत है। ऐसे कृत्यों की हम सख़्त निंदा करते हैं और उम्मीद करते हैं कि इसके खिलाफ उचित कदम उठाए जाएंगे। समाज में समानता और इंसाफ़ की स्थापना होना ही एक सच्चे इंसान की पहचान है।"😢😢
@smjhosamajhdarbano7365
@smjhosamajhdarbano7365 5 сағат бұрын
दुनिया में कोई भी इंसान छोटा-बड़ा, छूत-अछूत, ऊंचा-नीचा नहीं है, सभी इंसान बराबर हैं। - पैगंबर हज़रत मुहम्मद (s.a.w.)
@user-ug6xp6ef8d
@user-ug6xp6ef8d 4 сағат бұрын
Ummid hi kar sakte hai wo bhi joothi...
@mrSumitFox
@mrSumitFox 6 сағат бұрын
मुनि पासवान, अनिल यादव, करण यादव, राजू यादव, खेलावन यादव, रोहित यादव, बबलू यादव, हरि प्रसाद यादव, कन्हिया यादव, शिवम यादव, मोहित यादव, अरुण यादव, राजू यादव, सोभित यादव, राज किशोर यादव विधायक RJD का ही है एक आरोपी RJD ka स्थानीय नेता है इनका काम जमीन कब्जाना। मुसहर के खिलाफ पासवान को आगे करके पीछे से RJD के खेला खेल रहे थे ताकि इलेक्शन के समय पासवान के खिलाफ मुसहर जाति का वोट लूट सके
@smjhosamajhdarbano7365
@smjhosamajhdarbano7365 5 сағат бұрын
प्राचीन काल से भारत में जाति व्यवस्था का बहुत गहरा प्रभाव रहा है। सवर्ण जातियों ने अपने प्रभुत्व को बनाए रखने के लिए समाज में ऊंच-नीच की भावना को प्रबल किया और मूलनिवासियों को कई जातियों में बांटा। यह विभाजन केवल सामाजिक ही नहीं था, बल्कि इसके पीछे राजनैतिक और आर्थिक हित भी छिपे हुए थे। मूलनिवासी समुदायों को 'नीच जाति' का दर्जा देकर उन्हें सवर्ण जातियों की सेवा के लिए बाध्य किया गया। मूलनिवासियों पर थोपी गई ये निर्योग्यताएं उन्हें सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से पिछड़ा बनाए रखने के लिए की गई थीं। जातियों में विभाजन के साथ-साथ छूत-अछूत का भेदभाव भी फैलाया गया, जिससे एकता के अभाव में ये समुदाय सवर्ण जातियों के खिलाफ खड़े न हो सकें। सवर्णों ने इस व्यवस्था का इस्तेमाल अपनी सत्ता को स्थायी बनाने और मूलनिवासियों की स्वतंत्रता एवं समानता के अधिकारों को कुचलने के लिए किया। इस प्रकार, जाति व्यवस्था ने भारतीय समाज को गहराई से प्रभावित किया है। मूलनिवासियों के प्रति यह अन्यायपूर्ण व्यवहार केवल सामाजिक नहीं, बल्कि एक प्रकार से उनके अस्तित्व के खिलाफ की गई एक साजिश थी। इस विभाजनकारी नीति ने भारतीय समाज को विभाजित कर दिया और आज भी कई क्षेत्रों में इसके परिणाम देखे जा सकते हैं। जाति प्रथा के इस ऐतिहासिक अन्याय को समझना और इसका समाधान निकालना बेहद जरूरी है, ताकि समाज में समानता और न्याय की स्थापना हो सके।
@imudreammasterbed1181
@imudreammasterbed1181 5 сағат бұрын
ये लोग ही वहा शासन प्रशासन है?
@JanakNandini42
@JanakNandini42 Сағат бұрын
सुशासन बाबू कहां चूड़ियां खनका रहे हैं, जो इतने सालों से इन लोगो की सरकार जाने के बाद भी इनकी हिम्मत अभी भी इतनी बढ़ी हुई है..
@KamalKumarKindo-z3h
@KamalKumarKindo-z3h 22 минут бұрын
BJP ka Raj
@indian-ql6hu
@indian-ql6hu 7 сағат бұрын
Is बार स्वर्ण एंगल नही मिल रहा है इन नफरती पत्रकारों को। खैर इसमें पासवान और कुछ यादव लोगो ने किया है। बाकी ऐसा होना गलत है हिंदू आपस में लड़ रहे हैं ये समय के साथ गलत हो रहा है इन गरीबों को न्याय मिलना चाहिए
@ShivamKumar-wh3ud
@ShivamKumar-wh3ud 6 сағат бұрын
Bilkul sahi bole aap
@prakashpati3087
@prakashpati3087 5 сағат бұрын
Hamesha se hi obc wale adhiktar soshan karte aye h sc st ka lekin galiya sawarno ko padti h
@lionwarrior3497
@lionwarrior3497 Сағат бұрын
Is jastivaadi hindu dharm ko tyag de na chahiye in logo ne.. Aur in saare logo ko Muslim ya christain ban jana chahiye jald se jald phir dekhte hai kon hamala karta hai
@ravindrakumar-mm4bu
@ravindrakumar-mm4bu 6 сағат бұрын
सजा नही एनकाउंटर होना ही न्याय है
@r.s.s.b1101
@r.s.s.b1101 6 сағат бұрын
Yese logo ka kuch nahi hoga sab bjp bale h ye log😢😢
@sujalpandit1074
@sujalpandit1074 5 сағат бұрын
सजा तो पिछले 70 साल से हो रही थी लेकिन न्याय अभी मिला है जेले ओफिस थी सजा सुरक्षित उपहार
@ShivamKumar-wh3ud
@ShivamKumar-wh3ud 6 сағат бұрын
अच्छा हुआ आरोपी भी SC ST और obc का निलका नहीं तो पुरा राजनति चालू हो जाता 😂
@kanhaiyajee6862
@kanhaiyajee6862 5 сағат бұрын
Are Bhai hamko to yhi Dar lag rha tha general na nikal jaye, thandak Mila dil ko, Lekin apradhi koi v Ho glat glat hota hai
@ShivamKumar-wh3ud
@ShivamKumar-wh3ud 5 сағат бұрын
@@kanhaiyajee6862 Hamesha se hi obc wale adhiktar soshan karte aye h sc st ka lekin galiya sawarno ko padti h
@ShobitMishra-xp8nx
@ShobitMishra-xp8nx 5 сағат бұрын
General hote to zyada hote mujhe v daar lga ​@@kanhaiyajee6862
@Rahul-kumar7777
@Rahul-kumar7777 4 сағат бұрын
​@@kanhaiyajee6862 Rahul gandhi ne to kaha hai ki bahujano par attack ho raha hai. Usko kaun bataye bahujan sab hi attack karne wale hai.
@ShivamKumar-wh3ud
@ShivamKumar-wh3ud 4 сағат бұрын
@@Rahul-kumar7777 rahul gandi propeganda kar rahe hai
@vikashpatel2387
@vikashpatel2387 5 сағат бұрын
Sc/st me क्रीमी लेयर लागू हो ताकि सबको आरक्षण का लाभ मिल सके
@smjhosamajhdarbano7365
@smjhosamajhdarbano7365 5 сағат бұрын
प्राचीन काल से भारत में जाति व्यवस्था का बहुत गहरा प्रभाव रहा है। सवर्ण जातियों ने अपने प्रभुत्व को बनाए रखने के लिए समाज में ऊंच-नीच की भावना को प्रबल किया और मूलनिवासियों को कई जातियों में बांटा। यह विभाजन केवल सामाजिक ही नहीं था, बल्कि इसके पीछे राजनैतिक और आर्थिक हित भी छिपे हुए थे। मूलनिवासी समुदायों को 'नीच जाति' का दर्जा देकर उन्हें सवर्ण जातियों की सेवा के लिए बाध्य किया गया। मूलनिवासियों पर थोपी गई ये निर्योग्यताएं उन्हें सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से पिछड़ा बनाए रखने के लिए की गई थीं। जातियों में विभाजन के साथ-साथ छूत-अछूत का भेदभाव भी फैलाया गया, जिससे एकता के अभाव में ये समुदाय सवर्ण जातियों के खिलाफ खड़े न हो सकें। सवर्णों ने इस व्यवस्था का इस्तेमाल अपनी सत्ता को स्थायी बनाने और मूलनिवासियों की स्वतंत्रता एवं समानता के अधिकारों को कुचलने के लिए किया। इस प्रकार, जाति व्यवस्था ने भारतीय समाज को गहराई से प्रभावित किया है। मूलनिवासियों के प्रति यह अन्यायपूर्ण व्यवहार केवल सामाजिक नहीं, बल्कि एक प्रकार से उनके अस्तित्व के खिलाफ की गई एक साजिश थी। इस विभाजनकारी नीति ने भारतीय समाज को विभाजित कर दिया और आज भी कई क्षेत्रों में इसके परिणाम देखे जा सकते हैं। जाति प्रथा के इस ऐतिहासिक अन्याय को समझना और इसका समाधान निकालना बेहद जरूरी है, ताकि समाज में समानता और न्याय की स्थापना हो सके।
@asfaquehussain7146
@asfaquehussain7146 7 сағат бұрын
BIHAR me Criminal ka list nikal lo 70% sirf YADAV & BHUMIHAR hoga😢😢😢😢😢
@surajsingh-jq2tt
@surajsingh-jq2tt 7 сағат бұрын
नंदू पासवान द,लित और अरविंद यादव ओबीसी ने घ,रों को आग लगाई कन्वर्टेड k, 2A
@abhishekshankar5658
@abhishekshankar5658 7 сағат бұрын
Wahi toh criminals have cast or religion but terrorism has no religion 😊
@asfaquehussain7146
@asfaquehussain7146 6 сағат бұрын
@@abhishekshankar5658 Japan pe Atom ⚛️ 💣 bomb kon feka tha... IRAQ/SIRIYA pe attack kon kiya tha....
@vikas4319
@vikas4319 6 сағат бұрын
​@@asfaquehussain7146 54 साल की उम्र में 9 साल की लड़की से निकाह सॉरी रेप किसने किया था।
@vikas4319
@vikas4319 6 сағат бұрын
​@@asfaquehussain7146 वैसे 54 साल की उम्र में 9 साल की लड़की से निकाह सॉरी रेप किसने किया था ? रेप के 90% मामले में आरोपी 1 ही समुदाय से क्यों होता है ?
@Abhishek_Indiaa
@Abhishek_Indiaa 7 сағат бұрын
महात्मा गांधी जी ने दलितों और अन्य शोषित लोगो की लड़ाई लड़ा।🕉️🚩🛕
@surajsingh-jq2tt
@surajsingh-jq2tt 7 сағат бұрын
नंदू पासवान दलित और अरविंद यादव ओबीसी ने घरों को आग लगाई
@ashishsir3825
@ashishsir3825 6 сағат бұрын
Kab
@piyushparihar861
@piyushparihar861 6 сағат бұрын
Ha dalito se 2 vote dalne ka adhikar chin karr jai bhim😂😂😂
@surajsingh-jq2tt
@surajsingh-jq2tt 6 сағат бұрын
@@Abhishek_Indiaa अखिलेश राहुल वाले गठबंधन पीडीए ने ह,मला किया जिसमें नंदू पासवान द,लित अरविंद यादव ओबीसी और कुछ मु,ल्ला लोगों ने मिलकर म,हादलितो के घरों को आ,ग लगाई ।।
@smjhosamajhdarbano7365
@smjhosamajhdarbano7365 5 сағат бұрын
दुनिया में कोई भी इंसान छोटा-बड़ा, छूत-अछूत, ऊंचा-नीचा नहीं है, सभी इंसान बराबर हैं। - पैगंबर हज़रत मुहम्मद (s.a.w.)
@dear934
@dear934 6 сағат бұрын
जंगलराज तो अब दिख रहा है। इतना ज़ालिम इंसान कैसे हो सकता है।
@smjhosamajhdarbano7365
@smjhosamajhdarbano7365 5 сағат бұрын
दुनिया में कोई भी इंसान छोटा-बड़ा, छूत-अछूत, ऊंचा-नीचा नहीं है, सभी इंसान बराबर हैं। - पैगंबर हज़रत मुहम्मद (s.a.w.)
@sujeetsingh1740
@sujeetsingh1740 Сағат бұрын
​@@smjhosamajhdarbano7365 Aur ye bhi batao ki Quraan kahta hai ki Islam ke alawa aur sabhi dharm ke log Kaafir hai aur unko maaro ya unko Islam mei convert krwao
@lionwarrior3497
@lionwarrior3497 Сағат бұрын
Is jastivaadi hindu dharm ko tyag de na chahiye in logo ne.. Aur in saare logo ko Muslim ya christain ban jana chahiye jald se jald phir dekhte hai kon hamala karta hai
@sujeetsingh1740
@sujeetsingh1740 Сағат бұрын
@@lionwarrior3497 Ye sb apne baap ko skhao
@sujeetsingh1740
@sujeetsingh1740 Сағат бұрын
@@smjhosamajhdarbano7365 What think about Kaafir
@AshwaniSingh-os4tx
@AshwaniSingh-os4tx 7 сағат бұрын
Agar kisi general walo ne kia hota toh chandrashekhar ravar kitna bda mudda banata ab chup hai. Galt hua logo ke sath yaha pr dalit dalit apas mea ld gye .😢😢😢
@BSahilJoshi
@BSahilJoshi 6 сағат бұрын
Bhai sahi bola Pura oposition ptani kitna bda rr krta
@anshulsharma8284
@anshulsharma8284 6 сағат бұрын
सही कहा भाई, अब तक तो ब्राह्मणों को गाली पड़ चुकी होती।
@KkKk-qi2bq
@KkKk-qi2bq 3 сағат бұрын
​@@anshulsharma8284 ha manuwadi, brahmanwadi ya fir thakurwad esa kuch bolte aur khub galiya padti .
@Elevation_19
@Elevation_19 6 сағат бұрын
महा दलितों की बस्ती दलितों ने ही जलाई है । इसीलिए चिराग पासवान नामक कट्टर हिंदू कुछ नहीं बोल रहा है। इसीलिए मैं sc st में संशोधन हुए आरक्षण को मैं सपोर्ट करता हूं। मैं ईधर का ही आदमी हूं।
@harshitbaid5077
@harshitbaid5077 6 сағат бұрын
USKE BHAI PASWAN NE JO JLAYA H
@lionwarrior3497
@lionwarrior3497 Сағат бұрын
Is jastivaadi hindu dharm ko tyag de na chahiye in logo ne.. Aur in saare logo ko Muslim ya christain ban jana chahiye jald se jald phir dekhte hai kon hamala karta hai
@shadabspy
@shadabspy 6 сағат бұрын
सवाल ये है कि इतनी बड़ी घटना घटित होने वाली है प्रशासन को ख़बर तक नहीं,
@pradeepkumar-lu2dh
@pradeepkumar-lu2dh 7 сағат бұрын
पता नहीं मैं बिहार से हूं पर मुझे सीतामढ़ी से नवादा का डिस्टेंस आज तक मालूम नहीं था सएयोग है या कुछ और है जहां तक मुझे मालूम है सीतामढ़ी गंगा की दूसरी और है
@unknownman1966
@unknownman1966 6 сағат бұрын
Wahi baat 😂😂
@rahulmehtarm2077
@rahulmehtarm2077 5 сағат бұрын
हां, सीतामढ़ी उतरी बिहार में है जबकि नवादा दक्षिण बिहार के मगध वाला क्षेत्र में है।
@smjhosamajhdarbano7365
@smjhosamajhdarbano7365 5 сағат бұрын
प्राचीन काल से भारत में जाति व्यवस्था का बहुत गहरा प्रभाव रहा है। सवर्ण जातियों ने अपने प्रभुत्व को बनाए रखने के लिए समाज में ऊंच-नीच की भावना को प्रबल किया और मूलनिवासियों को कई जातियों में बांटा। यह विभाजन केवल सामाजिक ही नहीं था, बल्कि इसके पीछे राजनैतिक और आर्थिक हित भी छिपे हुए थे। मूलनिवासी समुदायों को 'नीच जाति' का दर्जा देकर उन्हें सवर्ण जातियों की सेवा के लिए बाध्य किया गया। मूलनिवासियों पर थोपी गई ये निर्योग्यताएं उन्हें सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से पिछड़ा बनाए रखने के लिए की गई थीं। जातियों में विभाजन के साथ-साथ छूत-अछूत का भेदभाव भी फैलाया गया, जिससे एकता के अभाव में ये समुदाय सवर्ण जातियों के खिलाफ खड़े न हो सकें। सवर्णों ने इस व्यवस्था का इस्तेमाल अपनी सत्ता को स्थायी बनाने और मूलनिवासियों की स्वतंत्रता एवं समानता के अधिकारों को कुचलने के लिए किया। इस प्रकार, जाति व्यवस्था ने भारतीय समाज को गहराई से प्रभावित किया है। मूलनिवासियों के प्रति यह अन्यायपूर्ण व्यवहार केवल सामाजिक नहीं, बल्कि एक प्रकार से उनके अस्तित्व के खिलाफ की गई एक साजिश थी। इस विभाजनकारी नीति ने भारतीय समाज को विभाजित कर दिया और आज भी कई क्षेत्रों में इसके परिणाम देखे जा सकते हैं। जाति प्रथा के इस ऐतिहासिक अन्याय को समझना और इसका समाधान निकालना बेहद जरूरी है, ताकि समाज में समानता और न्याय की स्थापना हो सके।
@Gauravkumar-pn4rh
@Gauravkumar-pn4rh 6 сағат бұрын
ग्वार सब का हाथ है पासवान मोहरा हैं 😮😮😮
@smjhosamajhdarbano7365
@smjhosamajhdarbano7365 5 сағат бұрын
प्राचीन काल से भारत में जाति व्यवस्था का बहुत गहरा प्रभाव रहा है। सवर्ण जातियों ने अपने प्रभुत्व को बनाए रखने के लिए समाज में ऊंच-नीच की भावना को प्रबल किया और मूलनिवासियों को कई जातियों में बांटा। यह विभाजन केवल सामाजिक ही नहीं था, बल्कि इसके पीछे राजनैतिक और आर्थिक हित भी छिपे हुए थे। मूलनिवासी समुदायों को 'नीच जाति' का दर्जा देकर उन्हें सवर्ण जातियों की सेवा के लिए बाध्य किया गया। मूलनिवासियों पर थोपी गई ये निर्योग्यताएं उन्हें सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से पिछड़ा बनाए रखने के लिए की गई थीं। जातियों में विभाजन के साथ-साथ छूत-अछूत का भेदभाव भी फैलाया गया, जिससे एकता के अभाव में ये समुदाय सवर्ण जातियों के खिलाफ खड़े न हो सकें। सवर्णों ने इस व्यवस्था का इस्तेमाल अपनी सत्ता को स्थायी बनाने और मूलनिवासियों की स्वतंत्रता एवं समानता के अधिकारों को कुचलने के लिए किया। इस प्रकार, जाति व्यवस्था ने भारतीय समाज को गहराई से प्रभावित किया है। मूलनिवासियों के प्रति यह अन्यायपूर्ण व्यवहार केवल सामाजिक नहीं, बल्कि एक प्रकार से उनके अस्तित्व के खिलाफ की गई एक साजिश थी। इस विभाजनकारी नीति ने भारतीय समाज को विभाजित कर दिया और आज भी कई क्षेत्रों में इसके परिणाम देखे जा सकते हैं। जाति प्रथा के इस ऐतिहासिक अन्याय को समझना और इसका समाधान निकालना बेहद जरूरी है, ताकि समाज में समानता और न्याय की स्थापना हो सके।
@SubhashKumar-up1jw
@SubhashKumar-up1jw 7 сағат бұрын
जीतन राम मांझी के बयान से ये स्पष्ट हो गया कि जाति का वोट लेकर ये सिर्फ अपनी राजनीतिक स्वार्थ पूर्ति मे लगा है
@dealwithit
@dealwithit 6 сағат бұрын
Reservation ke ander reservation. Inception of reservation.
@Abhishekyadauwanshi
@Abhishekyadauwanshi 3 сағат бұрын
भारत मे वास्तविक रूप से राष्ट्वादी बनाना अत्यधिक जरूरी है तब ही ख़तम होगा यौसा कांड 🇮🇳🇮🇳🇮🇳
@viruyadav1298
@viruyadav1298 7 сағат бұрын
Bihar me sushasan ke naam par jungleraj hai
@ArvindSingh-hd1zu
@ArvindSingh-hd1zu 7 сағат бұрын
राम राज्य है इसमें दलित कैसे रह सकता है।
@surajsingh-jq2tt
@surajsingh-jq2tt 7 сағат бұрын
नंदू पासवान दलित और अरविंद यादव ओबीसी ने घरों को आग लगाई
@surajsingh-jq2tt
@surajsingh-jq2tt 7 сағат бұрын
नंदू पासवान द,लित और अरविंद यादव ओबीसी ने घरों को आ,ग लगाई
@phenomenal06351
@phenomenal06351 6 сағат бұрын
Tum jaroor katua ya bhimte hoge
@shivanshumishra7740
@shivanshumishra7740 6 сағат бұрын
Dalit ne hi kia h ab bolo
@Visible_to_anyone_1
@Visible_to_anyone_1 6 сағат бұрын
To kya vo hindu nahi hai??😅😅​@@surajsingh-jq2tt
@daredevils889
@daredevils889 6 сағат бұрын
Dono taraf dalit hi h....😢😢😢
@ajeetsingh-gi9sz
@ajeetsingh-gi9sz 5 сағат бұрын
यादवों द्वारा दलितों का नरसंहार करने का पुराना इतिहास रहा है। यही यादव लालू यादव के सामाजिक न्याय के प्रतीक है।
@smjhosamajhdarbano7365
@smjhosamajhdarbano7365 5 сағат бұрын
प्राचीन काल से भारत में जाति व्यवस्था का बहुत गहरा प्रभाव रहा है। सवर्ण जातियों ने अपने प्रभुत्व को बनाए रखने के लिए समाज में ऊंच-नीच की भावना को प्रबल किया और मूलनिवासियों को कई जातियों में बांटा। यह विभाजन केवल सामाजिक ही नहीं था, बल्कि इसके पीछे राजनैतिक और आर्थिक हित भी छिपे हुए थे। मूलनिवासी समुदायों को 'नीच जाति' का दर्जा देकर उन्हें सवर्ण जातियों की सेवा के लिए बाध्य किया गया। मूलनिवासियों पर थोपी गई ये निर्योग्यताएं उन्हें सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से पिछड़ा बनाए रखने के लिए की गई थीं। जातियों में विभाजन के साथ-साथ छूत-अछूत का भेदभाव भी फैलाया गया, जिससे एकता के अभाव में ये समुदाय सवर्ण जातियों के खिलाफ खड़े न हो सकें। सवर्णों ने इस व्यवस्था का इस्तेमाल अपनी सत्ता को स्थायी बनाने और मूलनिवासियों की स्वतंत्रता एवं समानता के अधिकारों को कुचलने के लिए किया। इस प्रकार, जाति व्यवस्था ने भारतीय समाज को गहराई से प्रभावित किया है। मूलनिवासियों के प्रति यह अन्यायपूर्ण व्यवहार केवल सामाजिक नहीं, बल्कि एक प्रकार से उनके अस्तित्व के खिलाफ की गई एक साजिश थी। इस विभाजनकारी नीति ने भारतीय समाज को विभाजित कर दिया और आज भी कई क्षेत्रों में इसके परिणाम देखे जा सकते हैं। जाति प्रथा के इस ऐतिहासिक अन्याय को समझना और इसका समाधान निकालना बेहद जरूरी है, ताकि समाज में समानता और न्याय की स्थापना हो सके।
@Abhishek_Indiaa
@Abhishek_Indiaa 7 сағат бұрын
महात्मा गांधी जी का योगदान और दलितों के लिए लड़ी गई लड़ाई ने, विश्व को बताया कि एक गुप्ता बनिया जाति में पैदा हुए महात्मा गांधी ने पूरे देश को एकजुट करने का काम किया।
@smjhosamajhdarbano7365
@smjhosamajhdarbano7365 5 сағат бұрын
प्राचीन काल से भारत में जाति व्यवस्था का बहुत गहरा प्रभाव रहा है। सवर्ण जातियों ने अपने प्रभुत्व को बनाए रखने के लिए समाज में ऊंच-नीच की भावना को प्रबल किया और मूलनिवासियों को कई जातियों में बांटा। यह विभाजन केवल सामाजिक ही नहीं था, बल्कि इसके पीछे राजनैतिक और आर्थिक हित भी छिपे हुए थे। मूलनिवासी समुदायों को 'नीच जाति' का दर्जा देकर उन्हें सवर्ण जातियों की सेवा के लिए बाध्य किया गया। मूलनिवासियों पर थोपी गई ये निर्योग्यताएं उन्हें सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से पिछड़ा बनाए रखने के लिए की गई थीं। जातियों में विभाजन के साथ-साथ छूत-अछूत का भेदभाव भी फैलाया गया, जिससे एकता के अभाव में ये समुदाय सवर्ण जातियों के खिलाफ खड़े न हो सकें। सवर्णों ने इस व्यवस्था का इस्तेमाल अपनी सत्ता को स्थायी बनाने और मूलनिवासियों की स्वतंत्रता एवं समानता के अधिकारों को कुचलने के लिए किया। इस प्रकार, जाति व्यवस्था ने भारतीय समाज को गहराई से प्रभावित किया है। मूलनिवासियों के प्रति यह अन्यायपूर्ण व्यवहार केवल सामाजिक नहीं, बल्कि एक प्रकार से उनके अस्तित्व के खिलाफ की गई एक साजिश थी। इस विभाजनकारी नीति ने भारतीय समाज को विभाजित कर दिया और आज भी कई क्षेत्रों में इसके परिणाम देखे जा सकते हैं। जाति प्रथा के इस ऐतिहासिक अन्याय को समझना और इसका समाधान निकालना बेहद जरूरी है, ताकि समाज में समानता और न्याय की स्थापना हो सके।
@CKY0884
@CKY0884 5 сағат бұрын
पूरा मामला भूमि विवाद से जुड़ा है । जातिवादी लोगों की आदत है हर घटना को जातिवादी चश्में से देखना । जरूरत है इस घटिया चश्मे को निकाल देना और पीड़ित लोगो के साथ खड़ा होना,उनकी सहायता करना और उनकी आवाज उठाना ।🙏
@smjhosamajhdarbano7365
@smjhosamajhdarbano7365 5 сағат бұрын
प्राचीन काल से भारत में जाति व्यवस्था का बहुत गहरा प्रभाव रहा है। सवर्ण जातियों ने अपने प्रभुत्व को बनाए रखने के लिए समाज में ऊंच-नीच की भावना को प्रबल किया और मूलनिवासियों को कई जातियों में बांटा। यह विभाजन केवल सामाजिक ही नहीं था, बल्कि इसके पीछे राजनैतिक और आर्थिक हित भी छिपे हुए थे। मूलनिवासी समुदायों को 'नीच जाति' का दर्जा देकर उन्हें सवर्ण जातियों की सेवा के लिए बाध्य किया गया। मूलनिवासियों पर थोपी गई ये निर्योग्यताएं उन्हें सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से पिछड़ा बनाए रखने के लिए की गई थीं। जातियों में विभाजन के साथ-साथ छूत-अछूत का भेदभाव भी फैलाया गया, जिससे एकता के अभाव में ये समुदाय सवर्ण जातियों के खिलाफ खड़े न हो सकें। सवर्णों ने इस व्यवस्था का इस्तेमाल अपनी सत्ता को स्थायी बनाने और मूलनिवासियों की स्वतंत्रता एवं समानता के अधिकारों को कुचलने के लिए किया। इस प्रकार, जाति व्यवस्था ने भारतीय समाज को गहराई से प्रभावित किया है। मूलनिवासियों के प्रति यह अन्यायपूर्ण व्यवहार केवल सामाजिक नहीं, बल्कि एक प्रकार से उनके अस्तित्व के खिलाफ की गई एक साजिश थी। इस विभाजनकारी नीति ने भारतीय समाज को विभाजित कर दिया और आज भी कई क्षेत्रों में इसके परिणाम देखे जा सकते हैं। जाति प्रथा के इस ऐतिहासिक अन्याय को समझना और इसका समाधान निकालना बेहद जरूरी है, ताकि समाज में समानता और न्याय की स्थापना हो सके।
@Putin147
@Putin147 6 сағат бұрын
Sp साहब से एक बात पूछना की सिर्फ 20/21 घर बोलने मे शर्म नही आ रही है 🤬😡😡😡 यहां घर एक हो या 20 हो मूलनिवासियों को ऐसे परेशान करना शर्मनाक है 😢
@HinduHouse
@HinduHouse 6 сағат бұрын
अबे झोपड़ी के आग लगाने वाला भी मूलनिवासी ही है
@smjhosamajhdarbano7365
@smjhosamajhdarbano7365 5 сағат бұрын
प्राचीन काल से भारत में जाति व्यवस्था का बहुत गहरा प्रभाव रहा है। सवर्ण जातियों ने अपने प्रभुत्व को बनाए रखने के लिए समाज में ऊंच-नीच की भावना को प्रबल किया और मूलनिवासियों को कई जातियों में बांटा। यह विभाजन केवल सामाजिक ही नहीं था, बल्कि इसके पीछे राजनैतिक और आर्थिक हित भी छिपे हुए थे। मूलनिवासी समुदायों को 'नीच जाति' का दर्जा देकर उन्हें सवर्ण जातियों की सेवा के लिए बाध्य किया गया। मूलनिवासियों पर थोपी गई ये निर्योग्यताएं उन्हें सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से पिछड़ा बनाए रखने के लिए की गई थीं। जातियों में विभाजन के साथ-साथ छूत-अछूत का भेदभाव भी फैलाया गया, जिससे एकता के अभाव में ये समुदाय सवर्ण जातियों के खिलाफ खड़े न हो सकें। सवर्णों ने इस व्यवस्था का इस्तेमाल अपनी सत्ता को स्थायी बनाने और मूलनिवासियों की स्वतंत्रता एवं समानता के अधिकारों को कुचलने के लिए किया। इस प्रकार, जाति व्यवस्था ने भारतीय समाज को गहराई से प्रभावित किया है। मूलनिवासियों के प्रति यह अन्यायपूर्ण व्यवहार केवल सामाजिक नहीं, बल्कि एक प्रकार से उनके अस्तित्व के खिलाफ की गई एक साजिश थी। इस विभाजनकारी नीति ने भारतीय समाज को विभाजित कर दिया और आज भी कई क्षेत्रों में इसके परिणाम देखे जा सकते हैं। जाति प्रथा के इस ऐतिहासिक अन्याय को समझना और इसका समाधान निकालना बेहद जरूरी है, ताकि समाज में समानता और न्याय की स्थापना हो सके।
@AmirKhan-tw3sm
@AmirKhan-tw3sm 5 сағат бұрын
एसपी साहेब कैसे बोलसकते है की फायरिंग नहीं हुए क्या अपराधी एसपी साहेब को बोल कर गए थे की फायरिंग नहीं करेंगे
@JanakNandini42
@JanakNandini42 Сағат бұрын
सबसे बड़ी बात ये है कि लालू यादव ने लगभग 15 साल बिहार में सरकार चलाई, वो जंगलराज था। उससे बड़ी बात ये है कि पिछले लगभग 19 साल से नीतीश कुमार की सरकार है, अब भी वही राजद का नाम लगा रहे हैं। यहां भी मोदी-नेहरू वाली राजनीति चल रही है क्या??? 19 साल से सुशासन बाबू घुईया छील रहे हैं क्या..??
@SonuThakur-uj3gv
@SonuThakur-uj3gv 11 минут бұрын
रिक्त स्थान भरें :- मेरा देश बदल रहा है, ____बढ़ रहा है। ऐसे नेता और अधिकारी मेरे देश को आगे बढ़ाएंगे। "जाति, धर्म से ऊपर तो इन की सोच नहीं तो ये इनको न्याय कहां से दिलाएंगे"
@-ih7yl
@-ih7yl Сағат бұрын
अब आयेगी भीम army, रावण😅
@shahidmansoori6568
@shahidmansoori6568 7 сағат бұрын
मुझे ये सोचकर कर रोना आता है की दलित भाई लोग बीजेपी और ऊच जाति के लिए लड़ने मरने को तैयार हो जाते है 😢
@surajsingh-jq2tt
@surajsingh-jq2tt 7 сағат бұрын
नंदू पासवान द,लित और अरविंद यादव ओबीसी ने घरों को आ,ग लगाई क,न्वर्टेड k,2A
@indian_public__reaction
@indian_public__reaction 6 сағат бұрын
यह सब होता है शिक्षा के अभाव में
@nawalkumar4514
@nawalkumar4514 5 сағат бұрын
Pehle khud dekh lo muslimo me tumhara kon sa sthan h doyam darje ka
@yourthought1501
@yourthought1501 5 сағат бұрын
बहुत ही आंसुपूर्ण घटना है 😢....
@techsa2675
@techsa2675 6 сағат бұрын
Dalit vs dalit 😅😅😂😂😂
@techsa2675
@techsa2675 6 сағат бұрын
Dalit vs dalit 😅😅😅 😂😂
@happy_dwivedi
@happy_dwivedi 7 сағат бұрын
Dalit Vs MahaDalit Conflict hua h lekin Dallantop esme bhi Upper Caste ko le aaya!
@viratmaurya6212
@viratmaurya6212 7 сағат бұрын
कुछ बड़ी जातियों ने ये किया होगा राजनीति के लिए
@happy_dwivedi
@happy_dwivedi 7 сағат бұрын
Dalit Vs Dalit Conflict hua h wha, kuch bhi mat bolo!
@SanjayVerma-vw3nq
@SanjayVerma-vw3nq 7 сағат бұрын
नही जानकारी है तो चुप रहो एक दूसरो के हक खाने वालों ने खेल खेला है जनरल कभी किसी का हक मारी नही करते है अपने काबिलियत के दम पर 50 परसेंट सीट हासिल कर लेते है पढ़ाई पे विशेष ध्यान देते ढोंग ढकोसला पर नही
@surajsingh-jq2tt
@surajsingh-jq2tt 7 сағат бұрын
नंदू पासवान द,लित और अरविंद यादव ओबीसी ने घरों को आ,ग लगाई
@anonymoustron989
@anonymoustron989 6 сағат бұрын
​@@gauharvlog4904Ab paswan bhi upper caste ho gaye , jab gyan na ho to comment mat karo, paswan dalit hai 😂
@happy_dwivedi
@happy_dwivedi 6 сағат бұрын
@@gauharvlog4904 Paswan aur Yadav Upper Caste me kab aa gye?🤣🤧
@vrs660
@vrs660 5 сағат бұрын
No protest because it's not Bengal
@Rit11esh
@Rit11esh 3 сағат бұрын
No because they arnt doctors
@ssachin6984
@ssachin6984 6 сағат бұрын
सब चुनाव प्रचार में चले गए गरीब की कोई आवाज नहीं उठाता
@satya007satya
@satya007satya 5 сағат бұрын
And nothing will happen this is the beauty of our India
@atlantisjs
@atlantisjs 7 сағат бұрын
Good job Abhinav. You have special knack for field work.
@Rit11esh
@Rit11esh 3 сағат бұрын
💔 and yess we live in two India.
@funny_shayri93092
@funny_shayri93092 6 сағат бұрын
बात जब धर्म की आती है तो सब हिंदू है जब adhikaro की आती है तब एसी sct obc ho jate hai ye हमारे देश का दुर्भाग्य है
@smjhosamajhdarbano7365
@smjhosamajhdarbano7365 5 сағат бұрын
प्राचीन काल से भारत में जाति व्यवस्था का बहुत गहरा प्रभाव रहा है। सवर्ण जातियों ने अपने प्रभुत्व को बनाए रखने के लिए समाज में ऊंच-नीच की भावना को प्रबल किया और मूलनिवासियों को कई जातियों में बांटा। यह विभाजन केवल सामाजिक ही नहीं था, बल्कि इसके पीछे राजनैतिक और आर्थिक हित भी छिपे हुए थे। मूलनिवासी समुदायों को 'नीच जाति' का दर्जा देकर उन्हें सवर्ण जातियों की सेवा के लिए बाध्य किया गया। मूलनिवासियों पर थोपी गई ये निर्योग्यताएं उन्हें सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से पिछड़ा बनाए रखने के लिए की गई थीं। जातियों में विभाजन के साथ-साथ छूत-अछूत का भेदभाव भी फैलाया गया, जिससे एकता के अभाव में ये समुदाय सवर्ण जातियों के खिलाफ खड़े न हो सकें। सवर्णों ने इस व्यवस्था का इस्तेमाल अपनी सत्ता को स्थायी बनाने और मूलनिवासियों की स्वतंत्रता एवं समानता के अधिकारों को कुचलने के लिए किया। इस प्रकार, जाति व्यवस्था ने भारतीय समाज को गहराई से प्रभावित किया है। मूलनिवासियों के प्रति यह अन्यायपूर्ण व्यवहार केवल सामाजिक नहीं, बल्कि एक प्रकार से उनके अस्तित्व के खिलाफ की गई एक साजिश थी। इस विभाजनकारी नीति ने भारतीय समाज को विभाजित कर दिया और आज भी कई क्षेत्रों में इसके परिणाम देखे जा सकते हैं। जाति प्रथा के इस ऐतिहासिक अन्याय को समझना और इसका समाधान निकालना बेहद जरूरी है, ताकि समाज में समानता और न्याय की स्थापना हो सके।
@chandrabhushan4576
@chandrabhushan4576 4 сағат бұрын
ऐसे क्रूरता करने वाले लोग अपराधी की जाती में आते है।ऐसे लोगों की समाजिक स्तर पर कोई जात नहीं होती है।दोषियों को कड़ी दे कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
@AJ.....440
@AJ.....440 5 сағат бұрын
Bihari or bihar ki gunda jungle raj ko kya bole special encounter kiye jai fir jati me tad kar rajniti karne se yehi hogi...
@bsg_vlogger
@bsg_vlogger 6 сағат бұрын
मेरा मानना यह है कि इस पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए
@smjhosamajhdarbano7365
@smjhosamajhdarbano7365 5 сағат бұрын
प्राचीन काल से भारत में जाति व्यवस्था का बहुत गहरा प्रभाव रहा है। सवर्ण जातियों ने अपने प्रभुत्व को बनाए रखने के लिए समाज में ऊंच-नीच की भावना को प्रबल किया और मूलनिवासियों को कई जातियों में बांटा। यह विभाजन केवल सामाजिक ही नहीं था, बल्कि इसके पीछे राजनैतिक और आर्थिक हित भी छिपे हुए थे। मूलनिवासी समुदायों को 'नीच जाति' का दर्जा देकर उन्हें सवर्ण जातियों की सेवा के लिए बाध्य किया गया। मूलनिवासियों पर थोपी गई ये निर्योग्यताएं उन्हें सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से पिछड़ा बनाए रखने के लिए की गई थीं। जातियों में विभाजन के साथ-साथ छूत-अछूत का भेदभाव भी फैलाया गया, जिससे एकता के अभाव में ये समुदाय सवर्ण जातियों के खिलाफ खड़े न हो सकें। सवर्णों ने इस व्यवस्था का इस्तेमाल अपनी सत्ता को स्थायी बनाने और मूलनिवासियों की स्वतंत्रता एवं समानता के अधिकारों को कुचलने के लिए किया। इस प्रकार, जाति व्यवस्था ने भारतीय समाज को गहराई से प्रभावित किया है। मूलनिवासियों के प्रति यह अन्यायपूर्ण व्यवहार केवल सामाजिक नहीं, बल्कि एक प्रकार से उनके अस्तित्व के खिलाफ की गई एक साजिश थी। इस विभाजनकारी नीति ने भारतीय समाज को विभाजित कर दिया और आज भी कई क्षेत्रों में इसके परिणाम देखे जा सकते हैं। जाति प्रथा के इस ऐतिहासिक अन्याय को समझना और इसका समाधान निकालना बेहद जरूरी है, ताकि समाज में समानता और न्याय की स्थापना हो सके।
@exitexit2018
@exitexit2018 7 сағат бұрын
Hamla karne wale bhi to sc st wale hi the...agar 10% bhi violence se upper caste wale hote to rahul ka caste divide ka game dekhte...sirf wahi politicians involve hote hai jinko kuch benefit ho raha ho....indian politics...aur ha ye maha dalit the...inko extra protection ki jaroorat hai,dalito k soahan se bhi...subcatagorisation ki jaroorat hai
@udaypratapsingh2333
@udaypratapsingh2333 4 сағат бұрын
सजा की जितनी निर्मम व्यवस्था हो वो in गुंडागर्द मानसिकता पर प्रयोग किया जाये
@wadudkhan8733
@wadudkhan8733 4 сағат бұрын
बिहार में भू माफिया पूरा उरूज़ पर है
@INDIAN.Vlogs.499
@INDIAN.Vlogs.499 6 сағат бұрын
घर जलाने वाले का धर्म क्या है पहले वो देखो फिर उसके बाद वो किस जाति के हैं वो देखो 😢
@smjhosamajhdarbano7365
@smjhosamajhdarbano7365 5 сағат бұрын
प्राचीन काल से भारत में जाति व्यवस्था का बहुत गहरा प्रभाव रहा है। सवर्ण जातियों ने अपने प्रभुत्व को बनाए रखने के लिए समाज में ऊंच-नीच की भावना को प्रबल किया और मूलनिवासियों को कई जातियों में बांटा। यह विभाजन केवल सामाजिक ही नहीं था, बल्कि इसके पीछे राजनैतिक और आर्थिक हित भी छिपे हुए थे। मूलनिवासी समुदायों को 'नीच जाति' का दर्जा देकर उन्हें सवर्ण जातियों की सेवा के लिए बाध्य किया गया। मूलनिवासियों पर थोपी गई ये निर्योग्यताएं उन्हें सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से पिछड़ा बनाए रखने के लिए की गई थीं। जातियों में विभाजन के साथ-साथ छूत-अछूत का भेदभाव भी फैलाया गया, जिससे एकता के अभाव में ये समुदाय सवर्ण जातियों के खिलाफ खड़े न हो सकें। सवर्णों ने इस व्यवस्था का इस्तेमाल अपनी सत्ता को स्थायी बनाने और मूलनिवासियों की स्वतंत्रता एवं समानता के अधिकारों को कुचलने के लिए किया। इस प्रकार, जाति व्यवस्था ने भारतीय समाज को गहराई से प्रभावित किया है। मूलनिवासियों के प्रति यह अन्यायपूर्ण व्यवहार केवल सामाजिक नहीं, बल्कि एक प्रकार से उनके अस्तित्व के खिलाफ की गई एक साजिश थी। इस विभाजनकारी नीति ने भारतीय समाज को विभाजित कर दिया और आज भी कई क्षेत्रों में इसके परिणाम देखे जा सकते हैं। जाति प्रथा के इस ऐतिहासिक अन्याय को समझना और इसका समाधान निकालना बेहद जरूरी है, ताकि समाज में समानता और न्याय की स्थापना हो सके।
@manniboy5979
@manniboy5979 4 сағат бұрын
Bahut badhiya Modi ji bahut achha kam chl rha desh me
@saveearthsaveliv
@saveearthsaveliv 7 сағат бұрын
जाति व्यवस्था बंद नहीं हुई तो हिंदुस्तान नही रहेगा . ☠️☠️☠️☠️ लाशे मिलेगी जैसे मणिपुर और बांग्लादेश में हुआ . कुछ करने से पहले सोचो . हमे चीन पाकिस्तान से लड़ना है की अपने आप मे ??
@smjhosamajhdarbano7365
@smjhosamajhdarbano7365 5 сағат бұрын
प्राचीन काल से भारत में जाति व्यवस्था का बहुत गहरा प्रभाव रहा है। सवर्ण जातियों ने अपने प्रभुत्व को बनाए रखने के लिए समाज में ऊंच-नीच की भावना को प्रबल किया और मूलनिवासियों को कई जातियों में बांटा। यह विभाजन केवल सामाजिक ही नहीं था, बल्कि इसके पीछे राजनैतिक और आर्थिक हित भी छिपे हुए थे। मूलनिवासी समुदायों को 'नीच जाति' का दर्जा देकर उन्हें सवर्ण जातियों की सेवा के लिए बाध्य किया गया। मूलनिवासियों पर थोपी गई ये निर्योग्यताएं उन्हें सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से पिछड़ा बनाए रखने के लिए की गई थीं। जातियों में विभाजन के साथ-साथ छूत-अछूत का भेदभाव भी फैलाया गया, जिससे एकता के अभाव में ये समुदाय सवर्ण जातियों के खिलाफ खड़े न हो सकें। सवर्णों ने इस व्यवस्था का इस्तेमाल अपनी सत्ता को स्थायी बनाने और मूलनिवासियों की स्वतंत्रता एवं समानता के अधिकारों को कुचलने के लिए किया। इस प्रकार, जाति व्यवस्था ने भारतीय समाज को गहराई से प्रभावित किया है। मूलनिवासियों के प्रति यह अन्यायपूर्ण व्यवहार केवल सामाजिक नहीं, बल्कि एक प्रकार से उनके अस्तित्व के खिलाफ की गई एक साजिश थी। इस विभाजनकारी नीति ने भारतीय समाज को विभाजित कर दिया और आज भी कई क्षेत्रों में इसके परिणाम देखे जा सकते हैं। जाति प्रथा के इस ऐतिहासिक अन्याय को समझना और इसका समाधान निकालना बेहद जरूरी है, ताकि समाज में समानता और न्याय की स्थापना हो सके।
@shashikmishra2772
@shashikmishra2772 5 сағат бұрын
Mr. Nitiah Kumar plz take care of these families, I really don't know what happened there but it's not a good sign of democracy. They need to live in Bihar as we all do
@MarvinPatrickGray1981
@MarvinPatrickGray1981 6 сағат бұрын
ये कितनी बार बोलेगा "सबसे बड़ी बात ये ".........
@mukeshbharti1877
@mukeshbharti1877 6 сағат бұрын
छत्तीसगढ़ में 33 हजार शिक्षक भर्ती कवर कीजिये
@kunalkumar5516
@kunalkumar5516 7 сағат бұрын
90s ke phle ye condition normal tha... Lalu ke aane ke baad dalito ko power mila to even react ise hi jungleraaj bola Gaya .
@helpinghand192
@helpinghand192 4 сағат бұрын
BJP ne Grib dalit ko bilkul khatam kar dia😢😢😢
@anubhavpandey1517
@anubhavpandey1517 3 сағат бұрын
Ab yaha media dabango ki jaati kyu nahi bata rahi ki wo dalit the...
@ShanuKhan-s7u
@ShanuKhan-s7u Сағат бұрын
Pakistan ke name pr desh ke musalmano ke name pr darao vote lo😂Kam ke name pr to mil nhi skta Hindu khatre me he 😅
@amitpothare
@amitpothare 7 сағат бұрын
Sabko pata hai...but koi bolega nahi.... MahaHindu jo hai iske pichhe... 😂😂 Unko Dalit aur aadivasi sirf musalmanon ke khilaf hi cahiye...baki unko wo hamesha hi nichi samazte hai
@happy_dwivedi
@happy_dwivedi 7 сағат бұрын
Abe Dalit Vs MahaDalit Conflict hua h
@surajsingh-jq2tt
@surajsingh-jq2tt 6 сағат бұрын
अखिलेश राहुल वाले गठबंधन पीडीए ने ह,मला किया जिसमें नंदू पासवान द,लित अरविंद यादव ओबीसी और कुछ मु,ल्ला लोगों ने मिलकर म,हादलितो के घरों को आ,ग लगाई ।।
@imranmulani5375
@imranmulani5375 4 сағат бұрын
Welcome to new india
@VivekSingh-bf5gr
@VivekSingh-bf5gr 6 сағат бұрын
Agar yadav ke jagah general hota to inki dabang ke paribhaasha badal jate
@amitsinha953
@amitsinha953 7 сағат бұрын
80+ ghar jale hai
@mintokumar3119
@mintokumar3119 5 сағат бұрын
CM ko resign karna chahiye coz ese dardnak aur sarmnak kuchh nhi ho sakta hai. Jab tak humare yahan cast dekh kar vote hoga tab tak kuchh bhi achha nhi ho sakta hai. Me Bihar k har nivasi se request karunga ki educated aur talented person ko vote kare tabhi humara achha ho sakta hai 😢😢 In last jisne bhi ye ghatna ko anjaam diya hai unko publically hard punishment milna chahiye 😢😢
@sabirmansuri3172
@sabirmansuri3172 6 сағат бұрын
India me roj kuch na kuch hota rehta hai . Kya hai yrr . Ye to bahut hi dukhad khabar hai .
@RAUSHANKUMAR-vr6et
@RAUSHANKUMAR-vr6et 5 сағат бұрын
क्या यही हैं .. डबल इंजन का जंगल राज😢😢😢
@smjhosamajhdarbano7365
@smjhosamajhdarbano7365 5 сағат бұрын
प्राचीन काल से भारत में जाति व्यवस्था का बहुत गहरा प्रभाव रहा है। सवर्ण जातियों ने अपने प्रभुत्व को बनाए रखने के लिए समाज में ऊंच-नीच की भावना को प्रबल किया और मूलनिवासियों को कई जातियों में बांटा। यह विभाजन केवल सामाजिक ही नहीं था, बल्कि इसके पीछे राजनैतिक और आर्थिक हित भी छिपे हुए थे। मूलनिवासी समुदायों को 'नीच जाति' का दर्जा देकर उन्हें सवर्ण जातियों की सेवा के लिए बाध्य किया गया। मूलनिवासियों पर थोपी गई ये निर्योग्यताएं उन्हें सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से पिछड़ा बनाए रखने के लिए की गई थीं। जातियों में विभाजन के साथ-साथ छूत-अछूत का भेदभाव भी फैलाया गया, जिससे एकता के अभाव में ये समुदाय सवर्ण जातियों के खिलाफ खड़े न हो सकें। सवर्णों ने इस व्यवस्था का इस्तेमाल अपनी सत्ता को स्थायी बनाने और मूलनिवासियों की स्वतंत्रता एवं समानता के अधिकारों को कुचलने के लिए किया। इस प्रकार, जाति व्यवस्था ने भारतीय समाज को गहराई से प्रभावित किया है। मूलनिवासियों के प्रति यह अन्यायपूर्ण व्यवहार केवल सामाजिक नहीं, बल्कि एक प्रकार से उनके अस्तित्व के खिलाफ की गई एक साजिश थी। इस विभाजनकारी नीति ने भारतीय समाज को विभाजित कर दिया और आज भी कई क्षेत्रों में इसके परिणाम देखे जा सकते हैं। जाति प्रथा के इस ऐतिहासिक अन्याय को समझना और इसका समाधान निकालना बेहद जरूरी है, ताकि समाज में समानता और न्याय की स्थापना हो सके।
@dhruvrathee1
@dhruvrathee1 6 сағат бұрын
Dalit dalit humi vivad
@ANKITKUMARTIWARI-jx2sn
@ANKITKUMARTIWARI-jx2sn 4 сағат бұрын
गणेश शोभायात्रा पर पथराव भी हुए महाराष्ट्र में उसकी खबर तुम्हारी मम्मी के आशिक बताएंगे क्या
@ajayjadhav3363
@ajayjadhav3363 6 сағат бұрын
Hindutva ke peeche jaoge toh desh jal jayega, jo abhi hota raha hai. We want good old days.
@harshitbaid5077
@harshitbaid5077 6 сағат бұрын
HUTIYE TUMHARE PASWAN BHAI NE HI JALAYA H
@anonymous.indian
@anonymous.indian 7 сағат бұрын
Hindu Khatre mein hai, ye sab muslim dabang the. Hindu aisa nahi kar sakte
@subhakanta7
@subhakanta7 7 сағат бұрын
“Krantiveer” movie ki yaad aa gayi. Phir se kisi ko bann na padega krantiveer aur ye gundo aur maafiao ka gundaraaj khatam hoga.
@standartabhi
@standartabhi 5 сағат бұрын
RSS bjp Kar Rahe Hai sare Dange 😢😢
@AshishKumar-dk6wc
@AshishKumar-dk6wc 6 сағат бұрын
Dalit dalit aapas me na bhide hote .to shayad aaj brahmano ko is desh se nikal diya jata Itna bura mahool bana diya gya h .
@All.production_
@All.production_ 3 сағат бұрын
Modi hai to mumkin hai..esy ko kahate hai hindu rastry
@SonuTiwari-sx1sb
@SonuTiwari-sx1sb 5 сағат бұрын
नवादा घटना* किसके घर जलाए गए? -दलितों के घर जलाए किसने? -दलितों ने तो मीडिया में हैडलाइन - "दबंगों ने दलितों के घर जलाए" क्यों तो है? “दबंगों ने गरीबों के घर जलाए" या "दलितों ने दलितों के घर जलाए" क्यों नहीं? असली आग तो मीडिया लगाती है
@smjhosamajhdarbano7365
@smjhosamajhdarbano7365 5 сағат бұрын
क्योकि जब गोदी मीडिया हेडिंग लगाता है कि "योगी के चक्रव्यूह में दंगाइयों के आका" तब आप को मीडिया का प्रोपेगेन्डॉ नजर न आकर मुस्लिम विरोधी नैरेटिव में एन्जॉय करते हो , चुप रहते हो , तो कुछ मीडिया जो गोदी नही है , आप को चुभती है
@JitendarKumar-zy2xc
@JitendarKumar-zy2xc 7 сағат бұрын
Ikka Bihar mein hota Nitish ji
@anonymoustron989
@anonymoustron989 6 сағат бұрын
Dalito ne dalito ke ghar jalaye lekin comment section me sab pappu comment kar rahe hai 😂
@TheUltimateTrainJourney
@TheUltimateTrainJourney 5 сағат бұрын
Pappu yadav explaining dabbung 😅😅😅
@subodhpaswan3189
@subodhpaswan3189 2 сағат бұрын
Isliye bihar me koi investers ya industries nhi aati hai 😢
@ShivamKumar-wh3ud
@ShivamKumar-wh3ud 6 сағат бұрын
दलित vs महादलित हो गया
@prakashsahoo6883
@prakashsahoo6883 6 сағат бұрын
Atankwadi hamla kon Kiya hai ,jo jo atankwadi ye kiye hai, kon sangathan k hain jaanch ho.Dalito par hamla jari hai desh bhar me.Jangal Raaj expose
@lionwarrior3497
@lionwarrior3497 Сағат бұрын
Is jastivaadi hindu dharm ko tyag de na chahiye in logo ne.. Aur in saare logo ko Muslim ya christain ban jana chahiye jald se jald phir dekhte hai kon hamala karta hai
@Vladmir_Putin1
@Vladmir_Putin1 5 сағат бұрын
webseries के cast में जाती खोजने वाला लालनटोपा आज बदमाश लिख रहा.. बदमाश का जाती नहीं लिखेगा दल्लनटॉप?????????
@unknownman1966
@unknownman1966 6 сағат бұрын
Nawada se sitamarhi 30 km..wahh😂😂😂😂
@mazekibaathai8349
@mazekibaathai8349 6 сағат бұрын
AAM JANTA KO WAHA PAHUCH KAR UNKI MADAT KARNI CHAHIYE AUR JIMMEDAROKA VIRODH KARNA CHAHIYE
@devkumarsinghipt9458
@devkumarsinghipt9458 6 сағат бұрын
Garibo ka ghar jal gaya aur apne liye pm ka Jammu Jana bari khabar lag raha hai Ye to sharm wali khabar hai
@Wudududuuudduud
@Wudududuuudduud 3 сағат бұрын
बेशारे सर्वण बस गए
@ShivendraMishra-km9su
@ShivendraMishra-km9su 7 сағат бұрын
नंदू पासवान
@mazekibaathai8349
@mazekibaathai8349 6 сағат бұрын
CALL TIMING KI JANCH HONI CHAHIYE
@mithunkumar1988
@mithunkumar1988 6 сағат бұрын
Kya mazak hai hai ye itni himmat, ye sab to purani film me hota tha ki gareeb aur dalitoo ka ghar jala do. DM SP aur SHO ko suspend karna chahiye jo ki logo ko suraksha nhi de paye aur dosi ko sakht sazza Milne chahiye taki Aisa koi soch bhi na paaye.
@TheUltimateTrainJourney
@TheUltimateTrainJourney 6 сағат бұрын
Haasil movie ka seen yaad aagaya
@sun_ny_kumar
@sun_ny_kumar 5 сағат бұрын
सीतामढ़ी नेपाल के पास और नवादा झारखंड के पास है फैक्ट गलत हैं चेक करो
@Kabir00784
@Kabir00784 6 сағат бұрын
अमेरिकावा दो मुहा सांप है
@bipinpandey500pandey8
@bipinpandey500pandey8 5 сағат бұрын
Accha hua ek bhi general nhi tha 😢😢
@sunilpaswan6742
@sunilpaswan6742 6 сағат бұрын
Jo bhi hua ye ek sharnak ghatna hai bina police ki shah pe ye nahi ho sakta
@rakibkhan2935
@rakibkhan2935 3 сағат бұрын
Gar jaladiye aur godi media likha he badmash .atangki kiu nehi
@Rajindersingh-w2g
@Rajindersingh-w2g 6 сағат бұрын
Rss🐕 Bjp🐕👈😡😡
@divyanshushekhar9752
@divyanshushekhar9752 6 сағат бұрын
Sitamadhi is 245km from nawada.. plz correct
@sushil0457
@sushil0457 7 сағат бұрын
जंगल राज 2.0
@techsa2675
@techsa2675 6 сағат бұрын
Dalit vs dalit 😅😅
@Dkorai22
@Dkorai22 7 сағат бұрын
Sawal yeh nahi ki kisne jalaya, Sawal yeh hai ki prasan kaha soya hua rehta hai.. Dalit ka protection ka jimmedari kispe hai..
@Kkhansirfanclub
@Kkhansirfanclub Сағат бұрын
Kab tak devi dewta ke peeche chhupenge modi ji
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Hungry FAM
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