@@Hariniwasइन्द्रो अस्माँ अरदद् वज्रबाहुरपाहन् वृत्रं परिधिं नदीनाम् । देवो नयत्सविता सुपाणिस्तस्य वयं प्रसवे याम उर्वीः ॥ इस मंत्र का अनुवाद बता दीजिए 🙏
@Hariniwas3 жыл бұрын
@@payalsharma422 नदी विश्वामित्र से कहती है वृत्रासुर ने परिधि बनाकर हम को बांधकर रखा था वज्रधारी इंद्र ने अपनी भुजाओं के पराक्रम से हमें वृत्रासुर की परिधि को तोड़ कर प्रवाहित किया है। स्वयं सविता हमारे मार्गदर्शक हैं उन्हीं के पथ प्रदर्शन में उन्हीं के बताए हुए मार्ग पर हम पृथ्वी पर सदा प्रवाहित होती रहती है। यहां नदी अपनी गति का वर्णन कर रही हैं उनका विश्वामित्र से कहना यह है कि आप हमको हमारी गति के विरुद्ध रुकने के लिए मत बोलिए।
@payalsharma4223 жыл бұрын
@@Hariniwas धन्यवाद जी🙏
@payalsharma4223 жыл бұрын
@@Hariniwas सर दो मंत्र और है क्या आप मेरी मदद करेंगे ?मेरे exam है 10 तारीख को
@mahigurjardevipura8843 жыл бұрын
Tnaku sar
@haribfcbikanerbishnoi79894 жыл бұрын
Very very nice sir🙏🙏
@vimalchainpur4 жыл бұрын
वृहद देवता सूक्त के बारे में कुछ बतायें
@Anshvloger1234 жыл бұрын
Thank you sir vedic grantho ki jaankaari failate rahiye
@diptidoijad30533 жыл бұрын
धन्यवाद सर ,🙏
@jitenderkumarthecritic3 жыл бұрын
आपने विश्वामित्र को ब्रह्म ऋषि कहा जबकि वो रज गुण धारी होने और सेना नायक होने के कारण राजऋषि नहीं थे क्या? वो तो बाद में जब राज का त्याग कर तप से ब्रह्म ज्ञान प्राप्त करते हैं तब ब्रह्म ऋषि नहीं हुए थे?
@Hariniwas3 жыл бұрын
किसी भी तथ्य पर पहुंचने से पहले किसी भी संदर्भ के सभी विषयों पर विचार करना जरूरी होता है आप अगर वीडियो देखेंगे तो आपको स्वयं आपके प्रश्न के जवाब मिल जाएंगे
@devyanijoshi39934 жыл бұрын
Nice
@AmanKumar-gm2zq5 жыл бұрын
Ji kripakae veda ko veda jaisa hi padha jay
@Hariniwas5 жыл бұрын
धन्यवाद मेरी कोशिश तो यही है
@AmanKumar-gm2zq5 жыл бұрын
@@Hariniwas mafi chahta hu mahodaya aap sanskrit evam vyakaran ke vidvan ho isme koi sandeh nahi h lekin veda mantra ka uchharan veda panditon se hi karvaiye
@AmanKumar-gm2zq5 жыл бұрын
Aap achhe bat bol Rahe h Hume bhi gyan mil rahi h lekin aap veda ko aise nahi padh sakte uska 1 niyam h
@Hariniwas5 жыл бұрын
आपकी बात सर्वथा सत्य है अगर आपने पुरुष सूक्त का वीडियो देखा होता तो मैंने स्पष्ट शब्दों में यह कहा है कि मेरा आशय आपको मंत्र पाठ सिखाना नहीं है क्योंकि मैं नहीं मानता हूं कि उसको यहां मैं पढ़ा रहा हूं यहां मेरा लक्ष्य मात्र मंत्रों के अर्थों को स्पष्ट करना है और इसीलिए प्रारंभ में ही मैंने यह बात कही कि मैं ऋग्वेद का पाठ बिल्कुल नहीं जानता हूं उसके मंत्रों को ऋग्वेद की पद्धति में कैसे उच्चारित करना है इसके लिए भी मैंने स्पष्ट कहा है कि वह मेरा लक्ष्य नहीं है हां यजुर्वेद का उच्चारण कैसे करना चाहिए उसके लिए मैंने 12 सूक्त के मंत्रों को प्रस्तुत किया है अन्यथा मैं यहां मात्र और मात्र अर्थ को स्पष्ट करना है का कार्य कर रहा हूं जो वर्तमान विश्वविद्यालय शिक्षा पद्धति में विद्यार्थियों को जानना आवश्यक है बहुत अच्छा होता अगर मैं मंत्र पाठ निर्दिष्ट पद्धति से कर पाता और फिर अर्थ भी कह पाता किंतु यह मेरे लिए संभव नहीं है आप जैसे वेद पाठी ब्राह्मणों को संभवत कुछ पीड़ा होगी लेकिन मेरा प्रयास जिन विद्यार्थियों के लिए है उनको इससे बहुत लाभ होगा
@AmanKumar-gm2zq5 жыл бұрын
@@Hariniwas ji apki krushi poori ho yahi Mera veda purushon se prarthana aap bahoot hi achhe Kam kar Rahe h...... Maine apke sare video nahi dekha tha too........ Lekin Mai apse 1 prarthana avashya karunga ki jab aap veda ke mantrartha kr rahe ho us samay pe kripa kar dhoti aur dupatta lele ye mere or se vinati h..... Mere batoon ka agar koi galat upayog ho gaya ho too uske li kshma kare.... Manassankalpita karya siddhidwara veda purusha anugraha siddhirastu
@jitenderkumarthecritic3 жыл бұрын
जब आप छंद का नाम बताते हैं तब उच्चारण कुछ अस्पष्ट सा होता है अत: वो साथ में लिखकर दिखा भी दिया करें।
@anildeshpande173 жыл бұрын
First time come to know the "suktta". Thanks very much.