विडंबना यह है कि भारत में किसान न इंग्लिश बोलते है न ही समझते है फिर ये कोशिश हिंदी में क्यों नहीं ? तभी पशुपालन सफल होगा ज्यादातर किसान दूध वाले पशु से अलग पशु रखने में सक्षम नहीं है महंगाई किसानों को वरवाद कर रही है
@folkmemory Жыл бұрын
८वर्षों में आपके पास कितने कॉमेंट हैं यही तो savit karta hai Aapko matlav नहीं है हर महीने ढेर सारा सरकारी रुपया खाते में जो aa jata gai hai