Рет қаралды 156
“भारतीय संदर्भ में तकनीकी शिक्षा की प्रासंगिकता” विषय पर एकदिवसीय वेबिनार का आयोजन
शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास (एस.एस.यू.एन.), हरियाणा और TERii, कुरुक्षेत्र द्वारा संयुक्त रूप से “भारतीय संदर्भ में तकनीकी शिक्षा की प्रासंगिकता” विषय पर एक दिवसीय प्रांतीय वेबिनार का आयोजन किया गया | कार्यक्रम की शुरुआत TERii, कुरुक्षेत्र की छात्रा साक्षी द्वारा सरस्वती वंदना के साथ शुरू हुआ। इस अवसर पर प्रमुख वक्ताओं में डा. कैलाश चन्द्र शर्मा, पूर्व कुलपति, कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी, कुरुक्षेत्र, डा. संजीव शर्मा, रजिस्ट्रार, कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी, कुरुक्षेत्र, डा. विवेक कोहली, प्राचार्य सोहन लाल डीएवी शिक्षा महाविद्यालय, अंबाला, डा. अनीता शर्मा, प्रिंसिपल, दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल भिवानी एवं प्रो. सागर गुलाटी, निदेशक TERii, कुरुक्षेत्र रहे | सभी उपस्थित वक्ताओं ने एक स्वर में भारतीय सन्दर्भ में तकनीकी शिक्षा की शक्ति पर जोर दिया |
इस अवसर पर डा. कैलाश चन्द्र शर्मा ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के बाद अब एक वैश्विक मानक स्थापित हो रहा है जिसमे भारत की महत्वपूर्ण भूमिका होगी | उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति मानवीय मूल्यों पर जोर देती है | कोरोना महामारी के दौरान एक ओर विकसित राष्ट्र जहाँ आर्थिक मूल्यों पर जोर दे रहे थे वहीँ भारत मानवीय हितों को ध्यान में रहकर इस चुनौती को बेहतर तरीके से निपटने में सफल रहा |
कार्यक्रम समन्वयक, विषय संयोजक (तकनीकी शिक्षा), शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास व विभागाध्यक्ष, मैकेनिकल विभाग प्रो. पी.सी.तिवारी, एन.आई.टी. कुरुक्षेत्र ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि इसमें युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करते हुए विभिन्न क्षेत्रों से इंजीनियरिंग, पॉलिटेक्निक तथा आई.टी.आई. के छात्र-छात्राओं को भी विशेषज्ञों का व्याख्यान सुनने हेतु आमन्त्रित किया गया | उन्होंने कहा कि नवाचार व अनुसंधान के क्षेत्र में हम अन्य संस्थानों को भी सहयोग करने हेतु प्रतिबद्ध हैं | उन्होंने आयोजनकर्ताओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि सरकार और स्वयंसेवी संस्थाओं के संयुक्त प्रयास से चलाये जा रहे आत्मनिर्भर भारत अभियान में स्किल डेवलपमेंट और गुणवता के साथ साथ सकल घरेलु उत्पाद में सुधार होगा |
डा. विवेक कोहली ने कहा कि उत्कृष्ट तकनीकी शिक्षा के बदौलत भारतीय युवा विश्व स्तर पर अपना परचम लहरा रहे हैं | डा. सागर गुलाटी ने कहा कि हमें भविष्य को ध्यान में रखकर पाठ्यक्रम विकसित करने होंगे जिससे कि हमारे युवा आसानी से रोजगार पा सकें | वेबिनार में वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों से निपटने में भारतीय सन्दर्भ में तकनीकी शिक्षा की उपयोगिता सहित कई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई जिसका मानवीय जीवन पर सीधा अथवा परोक्ष रूप से प्रभाव है |
अंत में कार्यक्रम सह समन्वयक TERii पॉलिटेक्निक के प्रिंसिपल प्रो. सुधीर कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया | मंच का कुशल संचालन TERii से प्रो. पारुल चुटानी ने किया | इस अवसर पर एन.आई.टी. कुरुक्षेत्र के पी.एच.डी. शोधार्थी नरेन्द्र कुमार एवं शांती प्रकाश भी इस वेबिनार में उपस्थित रहे | कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गीत वंदेमातरम् से किया गया |
#TechnicalEducation #MakeInIndia #TERiikkr