Evening bulletin10।गुना में तीन दिन रहे मुनि निराहार। जैन समाज किसमें पिछड़ा जाने।जन्मदिन ऐसा...।

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Shreephal Jain News

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9 नवम्बर 2024 । Evening bulletin। Shreephal jain news ।
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आप देख रहे हैंं श्रीफल जैन न्यूज का ईवनिंग बुलेटिन। आप सभी का स्वागत है, मैं हूं रेखा जैन. आज हमारे समाज को एक संपूर्ण जैन समाचार पत्र की जरूरत है। इस पर चर्चा करने के साथ ही कुछ और खबरों पर भी रहेगी नजर, तो आइए करते हैं आज के बुलेटिन की शुरुआत....
लोकेशन इंदौर
रिपोर्टर रेखा जैन संपादक श्रीफल जैन न्यूज
जैन समाज शिक्षा, व्यापार, प्राचीन धरोहर, त्याग, तप, साधना में सबसे आगे है। आज समाज में अगर किसी चीज की कमी है तो वह है एक संपूर्ण जैन समाचार पत्र की, जिसमें धार्मिक, सामाजिक के साथ जैन संस्कार, संस्कृति और इतिहास पर फोकस हो सके। इस कमी का अनुभव तो सब कर रहे हैं लेकिन कोई इस क्षेत्र में आगे नहीं आ रहा है। ऐसा नहीं कि अभी वर्तमान में धर्म का कोई समाचार पत्र नहीं है बल्कि कई हैं लेकिन कोई भी संपूर्ण नहीं है। कई अखबार अपनी संस्थाओं, राज्यों तक सीमित हैं तो कई समाचार पत्र पुराने समाचारों से भरे होते हैं। कोई नयापन नहीं आ रहा है। आज इसी कमी के कारण समाज के प्रतिभावान एक दूसरे से नहीं जुड़ पा रहे, समाज के बड़े-बड़े पदों पर बैठे अधिकारी एक दूसरे जुड़ नहीं पा रहे हैं। समाज के व्यापारी एक दूसरे से नहीं जुड़ पा रहे हैं। आज स्थिति यह भी बन गई है कि समाज का व्यक्ति, समाज की धरोहर और इतिहास को सहज और सरल भाषा में नहीं समझ पा रहा है। राष्ट्रीय स्तर पर एक ऐसा मंथन शिविर हो जहां पर इस बात पर विचार किया जाए कि वास्तव समाज का प्रतिनिधित्व करने वाला समाचार पत्र कैसा होना चाहिए और उसी के साथ उसके संपूर्ण प्रारूप पर चर्चा होनी चाहिए। वास्तव वह समाचार पत्र सकारात्मक सोच के साथ किसी की निंदा आदि से संबंधित समाचारों का प्रकाशन नहीं करने वाला होना चाहिए और उसमें मात्र वही खबरें प्रकाशित हों, जिनसे समाज की एकता-अखंडता बनी रहे और जो एक-दूसरे को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाए।
Slug - समाज को चाहिए एक अग्रणी जैन समाचार पत्र
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लोकेशन गुना
रिपोर्ट- मध्य प्रदेश ब्यूरो
गुना नगर पालिका की लापरवाही से शहर में सफाई व्यवस्था बेहाल है। जगह-जगह कचरे के ढेर और मृत जानवर पड़े रहते हैं। नगर पालिका की इस लापरवाही का खामियाजा शहरवासी तो भुगत ही रहे हैं, अब साधु-संत भी इससे अछूते नहीं रहे हैं। सड़क पर पड़े मृत जीवों के कारण विधान के लिए गुना पधारे जैन संतों को तीन दिन तक निराहार रहना पड़ा। 16 नवंबर तक आयोजित होने वाले विधान के लिए जैन मुनि हर दिन कचरे के बीच से विहार करते हुए गुजरते हैं। गोशाला रोड पर 8 से 16 नवंबर तक विधान का आयोजन हो रहा है, जिसमें आचार्य विद्यासागरजी के शिष्य मुनि निर्दोष सागर, मुनि निरूपम सागर और मुनि निर्लोक सागर गुना में मौजूद हैं। हर सुबह जब मुनिश्री विहार के लिए निकलते हैं, तो रास्ते में उन्हें कचरे के ढेर का सामना करना पड़ता है। जैन मुनियों का एक धार्मिक नियम होता है कि यदि वे भोजन के पहले रास्ते में मरा हुआ जीव देख लें, तो वे 24 घंटे तक निराहार रहते हैं, इसे आलाप कहा जाता है। पिछले दिनों, लगातार तीन दिन ऐसी स्थिति बनी जब मुनि विहार के लिए निकले और रास्ते में उन्हें कभी मरा हुआ चूहा, कभी मरा हुआ कुत्ता, तो कभी अन्य मरा हुआ जीव दिखाई दिया। इस कारण मुनिश्री को आलाप करना पड़ा और उन्हें निराहार रहना पड़ा।
Slug - गुना में तीन दिन रहे मुनि निराहार
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लोकेशन इंदौर
रिपोर्टर राजेश जैन दद्दू
इंदौर में दिगंबर जैन समाज के वरिष्ठ समाजसेवी एम के जैन का 75 वर्ष की आयु पूर्णता पर अमृत महोत्सव आयोजित किया गया। इस समारोह में दो हजार से अधिक लोग शामिल हुए, जहां जैन का सम्मान माला, शाल, श्रीफल और अभिनंदन पत्र से किया गया। समारोह में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, विधायक रमेश मेंदोला और कई प्रमुख समाजसेवी एवं राजनीतिक हस्तियां उपस्थित थीं। समाजसेवियों ने जैन के साधारण लेकिन असाधारण व्यक्तित्व और समाज सेवा के प्रति समर्पण की सराहना की। आयोजन में आभार जैन के पुत्र मधुर जैन ने व्यक्त किया और उनके स्वस्थ जीवन की शुभकामनाएं दीं।
आज के लिए इतना ही। कल पुनः इसी समय आप से मुलाकात होगी। आप के पास भी जैन धर्म से संबंधित कोई भी खबर संबंधित हो तो हमें 9460155006 अवश्य भेजें
जय जिनेन्द्र

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