हम अपने को सौभाग्यशाली मानते हैं कि आप जैसे गुरु से हमें यह आचार्यों द्वारा प्रणीत शास्त्र इतने सहज रूप से पढ़ा रहे हैं।आपका कैसे धन्यवाद करें पता नहीं पर सभी शास्त्र चाहे वह सर्वार्थ सिद्धि हो ,या तत्त्वार्थ सूत्र या पुरुषार्थ सिद्धि उपाय उनका स्वाध्याय आपके माध्यम से हम ने किया और बहुत ही रुचिकर लगा।कोटि कोटि धन्यवाद।
@kirankothari83917 күн бұрын
जय जिनेंद्र भैया जी ।आपका ख़ूब ख़ूब आभार ।आप अपने व्यस्त समय में से टाईम निकालकर हमारे लिए जो मेहनत की हैं उसके लिए ख़ूब ख़ूब धन्यवाद ।हमें तो यह लगता है कि आप नहीं होते तो हम यह पढ़ाई पूर्ण नहीं कर पाते। आपका ख़ूब ख़ूब आभार
@anitajain306213 күн бұрын
भैया आपकी मेहनत से ही ये पूरा हुआ है आपने बहुत समय दिया है इस ग्रन्थ में थैंक भैया
@alkachandiwal36815 күн бұрын
Bahut badiya padate hai bbhaiji aap Bahut bahut anmodana
@renujain735014 күн бұрын
🙏🙏जय जिनेन्द्र भैया जी,
@sulekhavidyarthi189515 күн бұрын
भैया जी आपका बहुत बहुत उपकार है
@snehaldoshi997015 күн бұрын
जय जिनेन्द्र भैया आपके ज्ञान की खूब खूब अनुमोदना
@prabhajain105412 күн бұрын
भैया जी जय जिनेन्द्र आपका प्रयास वास्तव में सराहनीय है आभार व्यक्त करने के लिए शब्द नहीं हैं सच कहूं मैने तो कई पंडित जी, जो भी कभी कभी मंदिर जी में आगमन होता था सबसे पूछती थी कि क्या वह मुझे इस ग्रन्थ की ट्यूशन पढ़ाने की कृपा करेंगे, परंतु किसी ने भी हां नहीं किया कोई भी इस ग्रन्थ को पढ़ाने में सक्षम नहीं था,। और आप तो अपने नियमित व्यस्तताओं के बावजूद इतना समय हमें दे रहे हैं वो भी निशुल्क । Hats of to you
@nidhijain50524 күн бұрын
जय जिनेन्द्र भैय्या जी आपके अनंत उपकार मेरे और हमारे साहब के ऊपर है।उसके लिए धन्यवाद बहुत ही छोटा शब्द है,कभी आपके हम कुछ काम आ सके तो जरूर बताइएगा।आपके वीडियो सुनकर हम नोट्स बनाते हैं,बहुत लोग उसका लाभ ले रहे हैं।आपका बहुत बहुत आभार धन्यवाद ।🙏🙏🙏
@alokmodiswadhyaysudha88543 күн бұрын
जरूर, वैसे भी जिनागम का महत्वपूर्ण सूत्र भी "परस्परोपग्रहो जीवानाम्" है। हमें हमेशा दूसरों पर उपकार करते रहना चाहिए और जिसने हमारे ऊपर उपकार किया है उसे भूलना नहीं चाहिए बल्कि किसी न किसी रूप में उसका उपकार चुकाना ही चाहिए। मैं भी यही कर रहा हूं।
@ushasogani766715 күн бұрын
बहुत बहुत धन्यावाद भैया जी
@kiranjain725315 күн бұрын
आपके ज्ञानकी बहुत अनुमोदना🙏
@pramilajain148615 күн бұрын
जय जिनेंद्र भैया जी ग्रंथ की 200 गाथाएं बहुत अच्छी तरह से समझाने के लिए आपका बहुत-बहुत आभार एवं बहुत-बहुत बधाई
@acupointsbysangeetajain363315 күн бұрын
भैया जय जिनेंद्र अपने 200 गाथाएं इतनी आसानी से पढ़ा दी हमने कभी नहीं सोचा था कि हम गोमट कर जैसा ग्रंथ कभी पढ़ पाएंगे गुरु के आशीर्वाद और आपने निरंतर जो हम लोगों को स्वाध्याय कराया उसके लिए आपको कोटि कोटि नमन
@rachanajain536215 күн бұрын
Bahut bahut dhanyawad bhaiya ji 200 gathaye purn karane ke liye thank you 🙏 thank you 🙏 thank you 🙏
@shakuntalajain189815 күн бұрын
जय जिनेन्द्र भैयाजी। वास्तव में निःस्वार्थभाव से ही आप इतने कठिन परिश्रम से हमे स्वाध्याय करा रहे है बहुत सराहनीय व उपकार कार्य है आपका ।बहुत 2अभिनन्दन,स्वागत,सम्मानजितना किया जाए कम है।मुझे तो बहुत इंतजार रहता है विडियो का।बिना आप के समझाये समझ ही नही आता। एक बार पुनः आपका हार्दिक आभार वकोटी2 अभिनन्दन।
@manjujain252915 күн бұрын
आपका हम पर इतना बृहद उपकार है कि धन्यवाद शब्द पर्याप्त नहीं है. मुझे समझ में सारी गाथाएँ अच्छी तरह से आ रही हैं. मैं तो कभी हिम्मत ही नहीं करती जीवकाँड जी को पढने की. आप का उपकार हमेशा याद रखूंगी. 🙏🙏