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"नणदळ बाई का बीर" नाम से जो राजस्थानी गीत लिखा गया है वह एक चेतावनी गीत के अंतर्गत आता है। राजस्थानी भाषा का यह गीत बहुत ही सरल शब्दों में बहुत कुछ कहने का प्रयास करता है।
जिसमें तुलसीदास जी ,कालिदास जी, वह बाल्मीकि जी की जीवन के बारे में कुछ अंश बताए गए हैं।की वह सब लोग अपनी पत्नी के टेडी बोली से या उनको उनकी बातों से अपने जीवन को सकारात्मकता में ले करके उसे सार्थकता के आयाम तक पहुंचाया है ।और इसके अंदर यह कहा गया है की शरीर नश्वर है अच्छे कर्म व्यक्ति को महान बनाता है इसीलिए व्यक्ति विशेष को हमेशा अच्छे कर्म ही करनी चाहिए। लोगों को भी उसी के लिए प्रेरित करना चाहिए पत्नी अपने पति को यह बातें गीत के माध्यम से समझाने का प्रयास करती है।