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गीत ऋषि श्रद्धेय भंवर जी भंवर का आज माघ कृष्ण अमावस्या को जन्मदिन है वह आज हमारे बीच में नहीं है लेकिन उनके गीत सदैव हमारी जुबान पर रहते हैं मीठे मीठे गीत सरल व सहज भाषा में लिखे गीत घर परिवार में बैठ कर के सुनने वाले गीतों के राजस्थानी गीतों के सरताज को हम सब दिल से नमन करते हैं और उनके द्वारा लिखी 11 पुस्तकें जिनमें कविताएं वह भजन को गुनगुना कर आनंद की अनुभूति करते हैं वह प्रेरणा अपने दिल और दिमाग में भरते हैं ईश्वर उन्हें अपने समक्ष रखें और उनके परिवार को सुखी व स्वस्थ रखे हैं उनको जन्मदिन पर कोटि कोटि प्रणाम।
भंवर जी भंवर का जन्म वह निधन अमावस्या के दिन ही हुआ था जहां जन्म माघ कृष्ण अमावस्या को वह देवलोक गमन आषाढ़ कृष्ण अमावस्या 10 जुलाई 2021 को हुआ था गीतों के माध्यम से वह अपने भजनों के द्वारा लोगों को आनंद मगन करने वाले भंवर जी भंवर एक किसान परिवार से थे उन्होंने अपने अथक प्रयासों से जमी जीविका बनाई वह है आज की स्थिति में अपने परिवार को समृद्ध किया भंवर जी भंवर जितने अच्छे कभी वह भजनी थे उससे भी कहीं बेहतर वह इंसान थे उन्हें हम सदैव याद रखेंगे मैंने सदैव उनको आदर्श मानकर कविता मंच पर उनको साथ रखा उनका आशीर्वाद मुझे सदैव मिला है ओए मिलता रहेगा।
यह कविता उन्हें अति प्रिय थी उन्हीं की कविता उन्हीं के परिवार के समक्ष मेरे द्वारा गाई कविता आज आपके समक्ष उनके जन्मदिन पर प्रस्तुत कर रहा हूं आनंद लीजिए और कमेंट बॉक्स में जाकर सदैव भंवर जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं प्रेषित कीजिए।
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