मैं जयपुर से हूँ, हिन्दू हूँ, आपकी विडियो रेगुलरली देखता हूँ, आप सिख इतिहास आम जनता तक पहुंचा रहे हो, बहुत ही नेक काम कर रहे हो, आपकी विडियो को देख कर पता चला कि श्री गुरु गोविन्द सिंह जी के त्याग और बलिदान की बदौलत उस टाइम काफी हिन्दू सुरक्षित रह पाए | हिन्दुओ की सुरक्षा के बदले में लाखों लोगों ने कुर्बानियां दी थी, मगर हमारा दुर्भाग्य ये है कि हम इतना गौरवशाली इतिहास जानते तक नहीं | सभी दसों गुरु साहिबानों के श्री चरणों में मुझे जैसे तुच्छ प्राणी का कोटि कोटि प्रणाम...... मैं नहीं जानता कि सिख पंथ में किसी महापुरुष को इस तरह से प्रणाम करना जायज है या नहीं, बट मैंने तो अपनी आस्था प्रकट की है | शायद महापुरुष को प्रणाम करना मूर्ति पूजा का हिस्सा माना जाता होगा | खैर, दिल की गहराईयों से उनको बारम्बार प्रणाम |
मैं चेन्नई से लिख रहा हूं। आप का पढ़ा पत्र सुन कर रोंगटे खड़े हो गए। धर्म की शक्ति और सत्य की शक्ति प्रत्येक शब्द में सुनाई और दिखाई देती है। गोविंद सिंह जी जैसे योद्धा न होते तो आज हम सब मुसल्मान होते। भारत गुरु जी का कृतज्ञ है।
पंजाब सिंह आप सिख इतिहास बारे लोगों को जागरूक करके बहुत बड़ा सिख इतिहास को रूबरू कर रहे हैं आम लोगों का फायदा कर रहे हैं इस नेक काम के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद। रणजीत सिंह हनुमानगढ़ राजस्थान