भर सभागृहात बच्चू कडुंनी सगळ्यांचीचं जिरवली ! भाषणं गाजलं; Bachhu kadu vidhansabha speech

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Marathi Adda

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Күн бұрын

Пікірлер: 3 300
@rahulingle6472
@rahulingle6472 Жыл бұрын
आदरणीय बच्चू कडू साहेब गरीबाची सामान्याची व्यथा फक्त तुम्हीच नी डर पुणे माडता धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद❤
@PRATHAMESH_DHAGE96K
@PRATHAMESH_DHAGE96K Жыл бұрын
अशा आमदाराची गरज आहे महाराष्ट्राला 👌सामान्य लोकांची व्यथा मांडणारा सलाम साहेब
@dadachaudhary5369
@dadachaudhary5369 Жыл бұрын
बाकी कुठे गेलेत
@avadhutjoshi796
@avadhutjoshi796 Жыл бұрын
आदरणीय 96K_MARATHA29🙏 ! कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें। 2015 में माननीय मोदीजी/बीजेपी के नेतृत्व में, वर्तमान हिंदू पार्टी भारत, इतिहास के संदर्भ में दुनिया का सबसे मूर्ख राष्ट्र बन गया है। राजनीतिक विरोधाभास हो या कोई सामाजिक/धार्मिक विवाद, दोनोंका मूल कारण हिंदू धर्म पर विरोधाभास है। मैं 2015 को विश्वमूर्ख स्थिति की उपलब्धि के लिए एक वर्ष के रूप में क्यों दे रहा हूं? कारण- 2015 में, मैंने खुद को इतिहास, जाति/धर्म के संबंध में सभी पुराने विवादों को हल करने की स्थिति में ला दिया।लेकिन माननीय मोदीजी/भाजपा के नेतृत्व में वर्तमान तथाकथित हिंदू सरकार ने मुझे इतिहास, जाति और धर्म व्यवस्था पर एक राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने का अवसर नहीं दिया है। अहंकार से नहीं, बल्कि वास्तविकता के तौर पर, मैं कहता हूं कि मैं इन विषयों पर सबसे सही व्यक्ति हूं, खासकर विवादों के संबंध में। मुझे इन विवादों पर स्थायी समाधान मिलने का भरोसा है.' अतः 2015 के बाद भारत में जितने भी जाति/धर्म/इतिहास संबंधी विवाद हैं, उसके लिए वर्तमान सरकार जिम्मेदार है। स्वतंत्रता संग्राम के काल में डॉ. अम्बेडकर जी और सावरकर जी के हिन्दू धर्म पर बिल्कुल विपरीत अतिवादी विचार थे। और नेहरू ने हमारे देश के हित में इस पर एक सुनहरा समझौता किया। सौभाग्य से बहुसंख्यक बहुजन समाज और बहुसंख्यक ब्राह्मणों ने नेहरू/कांग्रेस का समर्थन किया, इस एकता ने हमें स्वतंत्रता प्राप्त करने में मदद की। इसीलिए डॉ. अम्बेडकरजी और श्यामाप्रसादजी (सावरकर के शिष्य और वर्तमान भाजपा के संस्थापक) को नेहरू/कांग्रेस पार्टी, उस काल की हिंदू पार्टी के नेतृत्व में भारत की पहली सरकार में शामिल किया गया था। दोनों की अपनी-अपनी राजनीतिक पार्टी थी, और कांग्रेस का कोई सदस्य नहीं था। यह समझौता एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान के रूप में किया गया था। समय के साथ चीजें गलत होती गईं. किसी भी समझौते के लिए उच्च स्तर की बुद्धिमत्ता और समझ की आवश्यकता होती है। 15 अगस्त 1947 को भारत ज्ञान के चरम पर था। समय के साथ, एक राष्ट्र के रूप में हमने उस ज्ञान और समझ को खोना शुरू कर दिया। 2015 में, हम एक राष्ट्र के रूप में, मूर्ख राष्ट्र हैं। मैं भारत को बुद्धिमान राष्ट्र का दर्जा वापस दिलाना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुसार चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है 1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) किसी भी जाति और धर्म के वास्तविक सम्मान को कोई नुकसान नहीं 4) हमारे देश की विशाल आबादी शिक्षित लोगों से बनी है और अशिक्षित वर्ग 5) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 6) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है। कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें और साझा करें। आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। अवधूत जोशी
@101Nilesh
@101Nilesh Жыл бұрын
Maharashtrachach aamdar aahe😅
@dattatraymahadkar1410
@dattatraymahadkar1410 Жыл бұрын
सही भाऊ आमदार असावा तर असा
@tukarammule734
@tukarammule734 Жыл бұрын
​@@dadachaudhary536900p⁰0
@Udaychavan29
@Udaychavan29 Жыл бұрын
कडू साहेब.....आज आपण जे काही बोललात ते मनाला भिडलं,अशीच गरिबांची बाजू मांडली तर सर्व जनता तुमच्या बरोबर असेल🙏💐
@anilkhengare3300
@anilkhengare3300 Жыл бұрын
सलाम आहे तुमच्या कार्याला, आशेच नेहमी बोलत रहा गरिबांच्या बाजूने. जय हिंद.
@shivramkeni6102
@shivramkeni6102 Жыл бұрын
मा श्री कडूसाहेब मनस्वी आभार. शेतकरी जनतेला दिलासा देणारी व्यक्ती सभागृहात असल्याची खात्री झाली धन्यवाद
@javedpathan9547
@javedpathan9547 Жыл бұрын
बच्चू कडू, सच्चा,प्रामाणिक, पोटतीडकिने जनते साठी लढा देणारा असली खानदानी, जांबाज, सुप्रीम,भारतीय देशभक्त आहे❤❤❤सलाम करते हैं हम बच्चू भैय्या को❤❤❤
@ChimajiGonjare
@ChimajiGonjare Жыл бұрын
3:25 😊😊
@sairajmirajkar4974
@sairajmirajkar4974 Жыл бұрын
|| आमदार बच्चुकडुजी फक्त तुमच्यासारख्या कांही थोड्याच लोकांना जनतेची काळजी आहे. धन्यवाद! तुमच्या पुढील वाटचालीस हार्दिक शुभेच्छा 🌹🌹||
@भाऊसाहेबठोकळ
@भाऊसाहेबठोकळ Жыл бұрын
Ma Bachubhau Ya Dudhane Mntriynci मूल MeleAste Tar आयक्सेन Ghetliasti
@dineshsakpal9748
@dineshsakpal9748 Жыл бұрын
साहेब तुम्ही नेहमी विरोधी बाकावरच बसा गरज आहे महाराष्ट्राला तुमच्यासारखे नेतृत्वाचे
@avadhutjoshi796
@avadhutjoshi796 Жыл бұрын
आदरणीय @dineshsakpal9748🙏 ! कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें। 2015 में माननीय मोदीजी/बीजेपी के नेतृत्व में, वर्तमान हिंदू पार्टी भारत, इतिहास के संदर्भ में दुनिया का सबसे मूर्ख राष्ट्र बन गया है। राजनीतिक विरोधाभास हो या कोई सामाजिक/धार्मिक विवाद, दोनोंका मूल कारण हिंदू धर्म पर विरोधाभास है। मैं 2015 को विश्वमूर्ख स्थिति की उपलब्धि के लिए एक वर्ष के रूप में क्यों दे रहा हूं? कारण- 2015 में, मैंने खुद को इतिहास, जाति/धर्म के संबंध में सभी पुराने विवादों को हल करने की स्थिति में ला दिया।लेकिन माननीय मोदीजी/भाजपा के नेतृत्व में वर्तमान तथाकथित हिंदू सरकार ने मुझे इतिहास, जाति और धर्म व्यवस्था पर एक राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने का अवसर नहीं दिया है। अहंकार से नहीं, बल्कि वास्तविकता के तौर पर, मैं कहता हूं कि मैं इन विषयों पर सबसे सही व्यक्ति हूं, खासकर विवादों के संबंध में। मुझे इन विवादों पर स्थायी समाधान मिलने का भरोसा है.' अतः 2015 के बाद भारत में जितने भी जाति/धर्म/इतिहास संबंधी विवाद हैं, उसके लिए वर्तमान सरकार जिम्मेदार है। स्वतंत्रता संग्राम के काल में डॉ. अम्बेडकर जी और सावरकर जी के हिन्दू धर्म पर बिल्कुल विपरीत अतिवादी विचार थे। और नेहरू ने हमारे देश के हित में इस पर एक सुनहरा समझौता किया। सौभाग्य से बहुसंख्यक बहुजन समाज और बहुसंख्यक ब्राह्मणों ने नेहरू/कांग्रेस का समर्थन किया, इस एकता ने हमें स्वतंत्रता प्राप्त करने में मदद की। इसीलिए डॉ. अम्बेडकरजी और श्यामाप्रसादजी (सावरकर के शिष्य और वर्तमान भाजपा के संस्थापक) को नेहरू/कांग्रेस पार्टी, उस काल की हिंदू पार्टी के नेतृत्व में भारत की पहली सरकार में शामिल किया गया था। दोनों की अपनी-अपनी राजनीतिक पार्टी थी, और कांग्रेस का कोई सदस्य नहीं था। यह समझौता एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान के रूप में किया गया था। समय के साथ चीजें गलत होती गईं. किसी भी समझौते के लिए उच्च स्तर की बुद्धिमत्ता और समझ की आवश्यकता होती है। 15 अगस्त 1947 को भारत ज्ञान के चरम पर था। समय के साथ, एक राष्ट्र के रूप में हमने उस ज्ञान और समझ को खोना शुरू कर दिया। 2015 में, हम एक राष्ट्र के रूप में, मूर्ख राष्ट्र हैं। मैं भारत को बुद्धिमान राष्ट्र का दर्जा वापस दिलाना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुसार चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है 1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) किसी भी जाति और धर्म के वास्तविक सम्मान को कोई नुकसान नहीं 4) हमारे देश की विशाल आबादी शिक्षित लोगों से बनी है और अशिक्षित वर्ग 5) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 6) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है। कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें और साझा करें। आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। अवधूत जोशी
@SUNILKHEDKAR-mp7bv
@SUNILKHEDKAR-mp7bv Жыл бұрын
त्याची लायकीच ती आहे.... 50 खोके
@swapnilshinde-rt6sb
@swapnilshinde-rt6sb Жыл бұрын
लाख मोलाचा विषय मांडला आहे साहेब १००००० मोलाची सलामी❤❤
@madhaojoshi54
@madhaojoshi54 Жыл бұрын
बच्चुभाऊ,आज तुम्ही कमाल केली. राजकारणात एवढे स्पष्ट बोलणारे दोनच गडकरी साहेब आणि तुम्ही. अशाच फटक्यांची आवश्यकता आहे. खुप दिवसांनी जुने बच्चुभाऊ दिसले.👌👌👌👌👌👌☝️☝️☝️☝️☝️☝️
@ashishn9414
@ashishn9414 Жыл бұрын
निवडणूक येत आहे 😂आहे😂
@madhaojoshi54
@madhaojoshi54 Жыл бұрын
@@ashishn9414 😄
@mimumbaikar45
@mimumbaikar45 Жыл бұрын
बरोबर निवडणुका जवळ आल्या असतील
@ajinkyatale3045
@ajinkyatale3045 Жыл бұрын
मंत्री पद गेलं म्हणून जनतेचा कळवळा, आणि पुढच्या वर्षी आमदारकी धोक्यात आहे
@prashantkumarmane5157
@prashantkumarmane5157 Жыл бұрын
मा आमदार कडू साहेब, आपण खरी व्यथा मांडली. आपण सभागृहात आवाज उठवला, आपणाकडे विरोधीपक्ष नेते पद पाहिजे, असाच आवाज जनतेसाठी काढत चला धन्यवाद.
@indirarane7745
@indirarane7745 Жыл бұрын
आदरणीय बच्चुभाऊ अगदी सत्य बोललात.गरीबांकडे लक्ष देणे आवश्यक आहे.सत्यमेव जयते.
@sunilsonlanke5401
@sunilsonlanke5401 Жыл бұрын
बच्चू कडू साहेब योग्य वेळी योग्य वेळी येईल 2024 उद्धव बाळासाहेब ठाकरे
@swapnilmeshram215
@swapnilmeshram215 Жыл бұрын
MANTRI MANDADAT JAGA NAHI MHNUN SARKAR विरोधात बोलतय
@avadhutjoshi796
@avadhutjoshi796 Жыл бұрын
आदरणीय @indirarane7745 🙏 ! कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें। 2015 में माननीय मोदीजी/बीजेपी के नेतृत्व में, वर्तमान हिंदू पार्टी भारत, इतिहास के संदर्भ में दुनिया का सबसे मूर्ख राष्ट्र बन गया है। राजनीतिक विरोधाभास हो या कोई सामाजिक/धार्मिक विवाद, दोनोंका मूल कारण हिंदू धर्म पर विरोधाभास है। मैं 2015 को विश्वमूर्ख स्थिति की उपलब्धि के लिए एक वर्ष के रूप में क्यों दे रहा हूं? कारण- 2015 में, मैंने खुद को इतिहास, जाति/धर्म के संबंध में सभी पुराने विवादों को हल करने की स्थिति में ला दिया।लेकिन माननीय मोदीजी/भाजपा के नेतृत्व में वर्तमान तथाकथित हिंदू सरकार ने मुझे इतिहास, जाति और धर्म व्यवस्था पर एक राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने का अवसर नहीं दिया है। अहंकार से नहीं, बल्कि वास्तविकता के तौर पर, मैं कहता हूं कि मैं इन विषयों पर सबसे सही व्यक्ति हूं, खासकर विवादों के संबंध में। मुझे इन विवादों पर स्थायी समाधान मिलने का भरोसा है.' अतः 2015 के बाद भारत में जितने भी जाति/धर्म/इतिहास संबंधी विवाद हैं, उसके लिए वर्तमान सरकार जिम्मेदार है। स्वतंत्रता संग्राम के काल में डॉ. अम्बेडकर जी और सावरकर जी के हिन्दू धर्म पर बिल्कुल विपरीत अतिवादी विचार थे। और नेहरू ने हमारे देश के हित में इस पर एक सुनहरा समझौता किया। सौभाग्य से बहुसंख्यक बहुजन समाज और बहुसंख्यक ब्राह्मणों ने नेहरू/कांग्रेस का समर्थन किया, इस एकता ने हमें स्वतंत्रता प्राप्त करने में मदद की। इसीलिए डॉ. अम्बेडकरजी और श्यामाप्रसादजी (सावरकर के शिष्य और वर्तमान भाजपा के संस्थापक) को नेहरू/कांग्रेस पार्टी, उस काल की हिंदू पार्टी के नेतृत्व में भारत की पहली सरकार में शामिल किया गया था। दोनों की अपनी-अपनी राजनीतिक पार्टी थी, और कांग्रेस का कोई सदस्य नहीं था। यह समझौता एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान के रूप में किया गया था। समय के साथ चीजें गलत होती गईं. किसी भी समझौते के लिए उच्च स्तर की बुद्धिमत्ता और समझ की आवश्यकता होती है। 15 अगस्त 1947 को भारत ज्ञान के चरम पर था। समय के साथ, एक राष्ट्र के रूप में हमने उस ज्ञान और समझ को खोना शुरू कर दिया। 2015 में, हम एक राष्ट्र के रूप में, मूर्ख राष्ट्र हैं। मैं भारत को बुद्धिमान राष्ट्र का दर्जा वापस दिलाना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुसार चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है 1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) किसी भी जाति और धर्म के वास्तविक सम्मान को कोई नुकसान नहीं 4) हमारे देश की विशाल आबादी शिक्षित लोगों से बनी है और अशिक्षित वर्ग 5) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 6) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है। कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें और साझा करें। आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। अवधूत जोशी
@VishalHire-y4f
@VishalHire-y4f Жыл бұрын
गरीबाची बाझु मांडणारे नेते फार कमी आहे... सलाम साहेब तुमाला
@NagnathLashkare
@NagnathLashkare Жыл бұрын
Bachu nahi timer gret ahat❤
@spore8617
@spore8617 Жыл бұрын
1 number saheb
@spore8617
@spore8617 Жыл бұрын
Tumhich mukyamantri vhayla pahije
@Sudarshanam55
@Sudarshanam55 Жыл бұрын
U R. Great Sirji
@NavnathWagh21
@NavnathWagh21 Жыл бұрын
मा. कडू साहेब कायम विरोधी पक्षात पाहिजेत
@sanilagnihotri2929
@sanilagnihotri2929 Жыл бұрын
Ha asli atli kid nakoch.. bahercha bara ahe ha.. tasa pan mantripadasathi alela.. nahi milala mhnun ata kekaty..
@avadhutjoshi796
@avadhutjoshi796 Жыл бұрын
आदरणीय@NavnathWagh21🙏 ! कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें। 2015 में माननीय मोदीजी/बीजेपी के नेतृत्व में, वर्तमान हिंदू पार्टी भारत, इतिहास के संदर्भ में दुनिया का सबसे मूर्ख राष्ट्र बन गया है। राजनीतिक विरोधाभास हो या कोई सामाजिक/धार्मिक विवाद, दोनोंका मूल कारण हिंदू धर्म पर विरोधाभास है। मैं 2015 को विश्वमूर्ख स्थिति की उपलब्धि के लिए एक वर्ष के रूप में क्यों दे रहा हूं? कारण- 2015 में, मैंने खुद को इतिहास, जाति/धर्म के संबंध में सभी पुराने विवादों को हल करने की स्थिति में ला दिया।लेकिन माननीय मोदीजी/भाजपा के नेतृत्व में वर्तमान तथाकथित हिंदू सरकार ने मुझे इतिहास, जाति और धर्म व्यवस्था पर एक राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने का अवसर नहीं दिया है। अहंकार से नहीं, बल्कि वास्तविकता के तौर पर, मैं कहता हूं कि मैं इन विषयों पर सबसे सही व्यक्ति हूं, खासकर विवादों के संबंध में। मुझे इन विवादों पर स्थायी समाधान मिलने का भरोसा है.' अतः 2015 के बाद भारत में जितने भी जाति/धर्म/इतिहास संबंधी विवाद हैं, उसके लिए वर्तमान सरकार जिम्मेदार है। स्वतंत्रता संग्राम के काल में डॉ. अम्बेडकर जी और सावरकर जी के हिन्दू धर्म पर बिल्कुल विपरीत अतिवादी विचार थे। और नेहरू ने हमारे देश के हित में इस पर एक सुनहरा समझौता किया। सौभाग्य से बहुसंख्यक बहुजन समाज और बहुसंख्यक ब्राह्मणों ने नेहरू/कांग्रेस का समर्थन किया, इस एकता ने हमें स्वतंत्रता प्राप्त करने में मदद की। इसीलिए डॉ. अम्बेडकरजी और श्यामाप्रसादजी (सावरकर के शिष्य और वर्तमान भाजपा के संस्थापक) को नेहरू/कांग्रेस पार्टी, उस काल की हिंदू पार्टी के नेतृत्व में भारत की पहली सरकार में शामिल किया गया था। दोनों की अपनी-अपनी राजनीतिक पार्टी थी, और कांग्रेस का कोई सदस्य नहीं था। यह समझौता एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान के रूप में किया गया था। समय के साथ चीजें गलत होती गईं. किसी भी समझौते के लिए उच्च स्तर की बुद्धिमत्ता और समझ की आवश्यकता होती है। 15 अगस्त 1947 को भारत ज्ञान के चरम पर था। समय के साथ, एक राष्ट्र के रूप में हमने उस ज्ञान और समझ को खोना शुरू कर दिया। 2015 में, हम एक राष्ट्र के रूप में, मूर्ख राष्ट्र हैं। मैं भारत को बुद्धिमान राष्ट्र का दर्जा वापस दिलाना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुसार चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है 1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) किसी भी जाति और धर्म के वास्तविक सम्मान को कोई नुकसान नहीं 4) हमारे देश की विशाल आबादी शिक्षित लोगों से बनी है और अशिक्षित वर्ग 5) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 6) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है। कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें और साझा करें। आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। अवधूत जोशी
@dineshrchake77
@dineshrchake77 Жыл бұрын
आणि फडणवीस सत्तेत पहिजे का
@sanilagnihotri2929
@sanilagnihotri2929 Жыл бұрын
@@dineshrchake77 nakkich pahije.. tyancha sarkha hushar masun nahi sadhya.. manje tya wakdya favdyala akkal ahe pan to ti nuksaan karayalch vaprto.. te atankwadi kase nuksaanch kartat tasa ahe favdya..
@pravinmokal750
@pravinmokal750 Жыл бұрын
हे भाषण संपूर्ण महाराष्ट्र मतदारांनी पाहून मतदान केले पाहिजे हीच सत्यता आहे... आपण जातीच्या धर्माच्या राजकारणात व्यस्त आहे
@prashantshivarkar1084
@prashantshivarkar1084 Жыл бұрын
असे बोलणारे लोकांची आपल्या राज्याला व देशाला खूप गरज आहे, कडू भाऊ यांना शत शत नमन.
@rajendrajadhav9457
@rajendrajadhav9457 Жыл бұрын
बच्चू साहेब विचार फार चांगले आहेत. सर्वसामान्यांच्या विषयीची तळमळ, कळकळ आवडली. शेवटपर्यंत या विचारांशी ठाम रहा जनतेच्या हृदयात स्थान मिळवा ते मंत्री पदापेक्षा श्रेष्ठ आहे.
@pramodlawand5163
@pramodlawand5163 Жыл бұрын
बच्चुभाऊ तुम्ही इतके सुंदर बोलता समाजातील प्रत्येक व्यक्तीच्या काळजाला हात घालतात तुम्ही असेच जर राहिला तर अतिशय सुंदर बच्चुभाऊ जिंदाबाद
@nbmanedomgaon8654
@nbmanedomgaon8654 Жыл бұрын
आदरणीय बचूजी लई भारी वाटल आणि सत्य विचार मांडलात.तुम्हाला जनतेचा विश्वास आणि आशीर्वाद मिळेल.तुमचेसारखे लोकायले जनता उचून घेतल्याशिवाय राणार नाही
@udaykelaskar2373
@udaykelaskar2373 Жыл бұрын
बच्चू कडू आपण सामान्य माणसाच्या व्यथा मांडल्या आहेत.तुम्हला मंत्री पद मिळाले नाही.हे चांगले झाले.
@Ex3238
@Ex3238 Жыл бұрын
😅😅
@rahulwasnik2630
@rahulwasnik2630 Жыл бұрын
Mhanun ordat aahe bachhu
@sanjayshirode976
@sanjayshirode976 Жыл бұрын
😂
@manohargelye8977
@manohargelye8977 Жыл бұрын
Shevati gaddar
@Shubham-rh8pv
@Shubham-rh8pv Жыл бұрын
Election javal ahe... Bevkuf banvtoy...
@meenagurav4383
@meenagurav4383 Жыл бұрын
वा बच्चू कडू , कडू नाही गोड म्हणायला हवं, पण हे विचार गद्दारी करताना कुठे गेले होते?
@बळीराजाजीवन
@बळीराजाजीवन Жыл бұрын
Janteshi gaddari nahi keli tyani
@sanjayshirode976
@sanjayshirode976 Жыл бұрын
👍
@RRSNews91
@RRSNews91 Жыл бұрын
Janteshi nahi Keli rao... Lokshahi ahe... Je kele te thik ch hote bhau
@manojexuberant
@manojexuberant Жыл бұрын
Evadha abhasu manus jar support kadhato tar mag jithun kadhala tithe problem aselach
@Attttattttt
@Attttattttt Жыл бұрын
Balya cha kidya ne udhya ne agriculture bill la virodh krun punjab hariyana cha shetkaryan cha fayda kela ani maharashtra cha shetkaryanch nuksan kel
@pravinbhagwatkar9903
@pravinbhagwatkar9903 Жыл бұрын
अश्या "मुख्यमंत्र्याची" गरज आहे आपल्या महाराष्ट्राला🙏
@santhoshdevre5496
@santhoshdevre5496 Жыл бұрын
कडुसाहेब आज आपण शेतकरी आणि गरीब जनतेसाठी जे बोलला त्याबद्दल धन्यवाद माऊली राम कृष्ण हरी🙏🙏🙏
@balasahebnalawade9982
@balasahebnalawade9982 Жыл бұрын
जनतेचा देवमानूष 🙏🙏
@avadhutjoshi796
@avadhutjoshi796 Жыл бұрын
आदरणीय@santoshdevre5496 🙏 ! कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें। 2015 में माननीय मोदीजी/बीजेपी के नेतृत्व में, वर्तमान हिंदू पार्टी भारत, इतिहास के संदर्भ में दुनिया का सबसे मूर्ख राष्ट्र बन गया है। राजनीतिक विरोधाभास हो या कोई सामाजिक/धार्मिक विवाद, दोनोंका मूल कारण हिंदू धर्म पर विरोधाभास है। मैं 2015 को विश्वमूर्ख स्थिति की उपलब्धि के लिए एक वर्ष के रूप में क्यों दे रहा हूं? कारण- 2015 में, मैंने खुद को इतिहास, जाति/धर्म के संबंध में सभी पुराने विवादों को हल करने की स्थिति में ला दिया।लेकिन माननीय मोदीजी/भाजपा के नेतृत्व में वर्तमान तथाकथित हिंदू सरकार ने मुझे इतिहास, जाति और धर्म व्यवस्था पर एक राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने का अवसर नहीं दिया है। अहंकार से नहीं, बल्कि वास्तविकता के तौर पर, मैं कहता हूं कि मैं इन विषयों पर सबसे सही व्यक्ति हूं, खासकर विवादों के संबंध में। मुझे इन विवादों पर स्थायी समाधान मिलने का भरोसा है.' अतः 2015 के बाद भारत में जितने भी जाति/धर्म/इतिहास संबंधी विवाद हैं, उसके लिए वर्तमान सरकार जिम्मेदार है। स्वतंत्रता संग्राम के काल में डॉ. अम्बेडकर जी और सावरकर जी के हिन्दू धर्म पर बिल्कुल विपरीत अतिवादी विचार थे। और नेहरू ने हमारे देश के हित में इस पर एक सुनहरा समझौता किया। सौभाग्य से बहुसंख्यक बहुजन समाज और बहुसंख्यक ब्राह्मणों ने नेहरू/कांग्रेस का समर्थन किया, इस एकता ने हमें स्वतंत्रता प्राप्त करने में मदद की। इसीलिए डॉ. अम्बेडकरजी और श्यामाप्रसादजी (सावरकर के शिष्य और वर्तमान भाजपा के संस्थापक) को नेहरू/कांग्रेस पार्टी, उस काल की हिंदू पार्टी के नेतृत्व में भारत की पहली सरकार में शामिल किया गया था। दोनों की अपनी-अपनी राजनीतिक पार्टी थी, और कांग्रेस का कोई सदस्य नहीं था। यह समझौता एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान के रूप में किया गया था। समय के साथ चीजें गलत होती गईं. किसी भी समझौते के लिए उच्च स्तर की बुद्धिमत्ता और समझ की आवश्यकता होती है। 15 अगस्त 1947 को भारत ज्ञान के चरम पर था। समय के साथ, एक राष्ट्र के रूप में हमने उस ज्ञान और समझ को खोना शुरू कर दिया। 2015 में, हम एक राष्ट्र के रूप में, मूर्ख राष्ट्र हैं। मैं भारत को बुद्धिमान राष्ट्र का दर्जा वापस दिलाना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुसार चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है 1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) किसी भी जाति और धर्म के वास्तविक सम्मान को कोई नुकसान नहीं 4) हमारे देश की विशाल आबादी शिक्षित लोगों से बनी है और अशिक्षित वर्ग 5) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 6) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है। कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें और साझा करें। आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। अवधूत जोशी
@sameerkhopde7139
@sameerkhopde7139 Жыл бұрын
सलाम कडू साहेब,👏👏 ही सगळीच लोक गेंड्याच्या कातडीची झालिये...😢😢 गरीब शेतकरी आणि साधा माणूस मरतोय..😭 काय आदर्श घेणार नवीन पिढी ह्या चालू परिठीतीचा..
@latakadam8761
@latakadam8761 Жыл бұрын
तुमच्या भाषणाला लाखो सलामी दादा 👏👏👏👏
@TechTalkWithSushil
@TechTalkWithSushil Жыл бұрын
बाकी काही असो. आज दिल जीत जीत लिया कडू साहब ने. ❤
@rameshade6004
@rameshade6004 Жыл бұрын
Ha bhi..dicha 50 khokewala aahe.yala paytanane han..le pahije.
@npcreation1654
@npcreation1654 Жыл бұрын
1n bachu saheb aapko 🙏🙏
@ब्रह्मनाथआरगडे
@ब्रह्मनाथआरगडे Жыл бұрын
​@@rameshade6004q
@dwarkachim5057
@dwarkachim5057 Жыл бұрын
Sundar.jai vidarbh
@BharatSonavane-h9e
@BharatSonavane-h9e Жыл бұрын
​@@rameshade6004प
@bhaskarwalke8844
@bhaskarwalke8844 Жыл бұрын
व शाब्बास बच्चु भाऊ तुझ्या या स्वभावामुळे उद्धव साहेबांनी तुला जवळ केले होते तू आज आमच्याबरोबर असतास हिरो झाला असतास पण तुला काय दुर्बुद्धी झाली उद्धव साहेबांनी तुला न मागता फोन करून बोलून दिलं अजून पण विचार कर आणि बुद्रुक साहेबांच्या पाठीशी उभा राहा एक ज्येष्ठ नागरिक ज्येष्ठ शिवसैनिक जय महाराष्ट्र
@rameshchavhan705
@rameshchavhan705 Жыл бұрын
कोटी कोटी आशिर्वाद साहेब तुम्हाला शेतकऱ्यांकडून
@shankargadhave3635
@shankargadhave3635 Жыл бұрын
बच्यु कडु साहेब, धन्यवाद. तुम्ही जी भुमिका मांडली . ती एकदम योग्य आहे. तुमच्या सारख्या कमीत कमी १०० ते १५० आमदारांची गरज आहे विधानसभेत.
@meenagurav4383
@meenagurav4383 Жыл бұрын
एवढा गंभीर विषय मांडला जातोय तर सगळ्यांनी माना खाली घालायला हव्यात पण इथे? माना खाली तर नाहीच पण चेहरय्रावर हसरे भाव , वा , ग्रेट सगळेच
@sureshkukade9108
@sureshkukade9108 Жыл бұрын
राजकाणी : हम तो इतने बेशरम है कि शर्माने वाले को और शरमिंदा करते है
@madhavpawar6167
@madhavpawar6167 Жыл бұрын
बच्चूकडू सारखे नेते महाराष्ट्र राज्यात कमीत कमी १०० तरी पाहिजेतच तरच आणि तरच महाराष्ट्र हा महान राष्ट्र सुजलाम सुफलाम आणि आनंदी होईल 🔱🚩🚩🚩 हरहर महादेव 🔱🚩🚩🚩
@nitindeshmukh5822
@nitindeshmukh5822 Жыл бұрын
कडू साहेब ह्या भाषणातून जी इज्जत मिळते ना तुम्हाला त्या कोणत्याही मंत्री पदा पेक्षा मोठी आहे......
@AsifKhan-xt6ym
@AsifKhan-xt6ym Жыл бұрын
मंत्री पद पाहिजे याला
@sanjayshirode976
@sanjayshirode976 Жыл бұрын
😂👍
@kaleprakash-p8e
@kaleprakash-p8e Жыл бұрын
खर आहे
@sudhirpatil6015
@sudhirpatil6015 Жыл бұрын
@@kaleprakash-p8e पण त्याला मंत्री पदातच इज्जत वाटते
@stsir868
@stsir868 Жыл бұрын
✔️👍👍
@ganeshshejul5563
@ganeshshejul5563 Жыл бұрын
शिवाजी महाराजांची आठवण फक्त मतदान घेण्याकरिता येते एवढ्या माहापूरूषच्या आपमान करते तेव्हा कोणी बोलत नाही जय शिवराय जय भिम 🚩💙
@sanjayshirode976
@sanjayshirode976 Жыл бұрын
👍👍
@bhaktikale541
@bhaktikale541 Жыл бұрын
एका माळेचे मणी
@shankarthorat4569
@shankarthorat4569 Жыл бұрын
असले विचार सर्व आमदारांचे असले तर देशात एकही माणूस मरणार नाही.एवढे खोल विचार तुमच्याकडे आले कुठून साहेब?धन्यवाद. सलाम आहे तुम्हाला.खरंच असले विचार आमच्यासारख्या सामान्य माणसाने ऐकले तर आपलं कोणीतरी आहे सरकारमध्ये असं वाटतं. धन्यवाद साहेब.
@mangeshjadhav9999
@mangeshjadhav9999 Жыл бұрын
बच्चुभाई साहेब असे सर्व आमदार पोटतिडकीने बोलले तर आखा महाराष्ट्र त्यांच्या बाजूने उभा राहील, खुप सुंदर विचार मांडले साहेब,आभार आपले
@jayawantsawant3895
@jayawantsawant3895 Жыл бұрын
वाह कडू साहेब असेच धुत रहा असे प्रश्न मांडणारे किती मंत्री आणि आमदार आहेत ?एक ही दिसत नाही
@rkgulbar2419
@rkgulbar2419 Жыл бұрын
एक नंबर साहेब असे मुद्दे मांडले पाहिजेत प्रत्येक नेतेनी गरज आहे असेही आमदार व खासदारांची प्रत्येक राज्याला व देशाला 👌🙏
@biruvarak2260
@biruvarak2260 Жыл бұрын
बच्चू कडू हे एकमेव लोकप्रतिनिधी असे आहेत जे अगदी तळमळीने लोकांच्या समस्या मांडतात. बाकी सगळे फक्त खुर्ची साठी तळमळतायेत. सलाम आहे बच्चू कडू साहेब तुम्हाला.
@navnathpatekar2175
@navnathpatekar2175 Жыл бұрын
बच्चू भाऊ शेतकऱ्यांचे कैवारी आहेत जय जवान जय किसान
@ajitmurudkar5105
@ajitmurudkar5105 Жыл бұрын
मंत्री पद मिळाले की भाषा बदलेल. जनतेची आठवण फक्त पद मिळे पर्यंत असते. एकदा पद मिळाले की जनता गेली खड्ड्यात.
@mr.sachinstatus2.086
@mr.sachinstatus2.086 Жыл бұрын
mantri hote teha konala as bolu Dil nahi kam kele
@kgfking7570
@kgfking7570 Жыл бұрын
अरे ऍडझव्या मुद्दा बघ आपला मांडलाय....मंत्री कशाला उपटायला बोलतील...आपल्या बाबतीत तो बोलतोय एकटा कोणाच्या गांडीत दम हाय काय बोलाचा
@sanjayshirode976
@sanjayshirode976 Жыл бұрын
👍👍
@duttarampujari1963
@duttarampujari1963 Жыл бұрын
Ekdam barobar.
@RamGaikwad6092
@RamGaikwad6092 Жыл бұрын
👍👍
@SATISHBHUJBALE
@SATISHBHUJBALE Жыл бұрын
या माणसाकड पाहून या अश्या व्यवस्थेविरुद्ध लढण्याची, जाब विचारण्याची प्रेरणा मिळते...👌
@dattatraybhosale268
@dattatraybhosale268 Жыл бұрын
खरा नेता ,प्रामाणिक नेता असा असावा बचच्यु कडू सलाम तुम्हाला
@sankalpphotography5685
@sankalpphotography5685 Жыл бұрын
बच्चु भाऊ तुम्हाला 100कोटी तोफाचा सलाम दील जिंत लिया आपने
@wankhaderahul7023
@wankhaderahul7023 25 күн бұрын
अशी वाघाची डरकाळी विधान सभे मधे दिसत नाही ऐकू येत नाही खुप दुःख ची गोष्ट 😢😢
@mahavirkhot2275
@mahavirkhot2275 Жыл бұрын
बच्चू भाऊ बरोबर खरोखरच दुधाची भेसळ रोखण्यात सरकार अपयशी
@rajeshgaikwad4764
@rajeshgaikwad4764 Жыл бұрын
साहेब तुमचे बरोबर आहे खर तर तुमच्या सारखे लोक राजकारणात पाहिजे तरच महाराष्ट्र वाचणार नाही तर काही आपलं खर नाही
@DhanrajWankhede-y1p
@DhanrajWankhede-y1p 6 ай бұрын
थॅन्क्स बचू. भाऊ बर वाटल की जय भीम जय शिवराय जय महाराष्ट्र जय हिंद जय महाराष्ट्र जय हिंद 👍💙🙏🇮🇳❤️🌹😍💐
@dnyandeorakshe1673
@dnyandeorakshe1673 Жыл бұрын
तुमच्या भाषणाला लाख लाख सलाम दादा गरीबांसाठी आशिच. बाजु मांडा. धन्यवाद साहेब
@rameshbiradar3493
@rameshbiradar3493 Жыл бұрын
धन्यवाद बचू कडू साहेब असे जर इमानदार सगळेच आमदार असतील तर आपली भारत मातेच जगात नाव उंचवेल घाणेरड्या आमदाराचा धिकार असो जय भारतमाता
@sureshchandradev6619
@sureshchandradev6619 Жыл бұрын
मा.आमदार कडु साहेब तुम्हाला मानाचा मुजरा करतो.एवढे स्पष्ट व निर्भिड बोलणारा एकही विधानसभा सदस्य आजपर्यंत माझ्या पाहण्यात नाही.परमेश्वर तुम्हाला कधीच पराजित होऊ देणार नाही.असेच गरीब , गरजूंना मदत करत रहा. ते आपले सदैव ऋणी राहीन.
@nitinrajahire
@nitinrajahire Жыл бұрын
जबरदस्त जर प्रत्येक आमदार असा अभ्यासपूर्ण बाजू मांडली तर महाराष्ट्र जरूर अजून प्रगत होईल👌👏🎊
@rameshade6004
@rameshade6004 Жыл бұрын
50 khokyach kay
@anaghabarve2709
@anaghabarve2709 Жыл бұрын
नुस्ती बाजु मांडून काय उपयोग , सातत्यांने अमंलबजावणी कधी?
@devrao3765
@devrao3765 Жыл бұрын
खरोखर अभिनंदन मा,श्रि ,कडु साहेब कितीही कौतुक करावं तेवढं कमिचं पडेल हे भाषण अैकुन खरोखर जनतेन खरा विचार करावा असेच मानसं मंत्रि मंडळात पाहिजेत ? माझ्या कडून मानाचा जय भिम जय संविधान
@tuneloftime
@tuneloftime Жыл бұрын
👍👍👍👍🙏🙏 खऱ्या साठी भांडणारा नेता आमदार bacchu कडू यांनी खरोखर तळमळीने सामान्य लोकांचे प्रश्न उचलून धरले मार्गी लावले .अतिशय योग्य विवेचन आमदार साहेबांचे आभार.maharshtra मधील प्रश्नांची बरोबर जाणं असणारा नेता.
@sanjaymuneshwar2335
@sanjaymuneshwar2335 Жыл бұрын
अपक्षाची गरज आता नाही फडणवीस साहेबाला! त्यामुळे तुम्ही लोकांचे प्रश्न मांडा
@patelshakil2158
@patelshakil2158 Жыл бұрын
ऐसे मंत्री होना चाहिए देश के अंदर❤❤❤
@NanasahebKalamkar-x5s
@NanasahebKalamkar-x5s Жыл бұрын
बच्चुदादा फक्त आपणच खरे गरीबांचे देवता म्हणून आपले पुजन करतो🎉🎉🎉🎉🎉🎉😊
@rajendra2862
@rajendra2862 Жыл бұрын
किती ही केल तरी गद्दारीचा शिक्का पुसला जाणार नाही गृहमंत्रालयाच नाव बदला छळ मंत्रालय ठेवा
@anilnaik2336
@anilnaik2336 Жыл бұрын
मंत्री पद गेलं बसा बोबलत मंत्री होते तेव्हा हम सब एक है वारे वा 💯💥💥👍🔥💥💯
@sanjayshirode976
@sanjayshirode976 Жыл бұрын
बरोबर बोललात भाऊ👍
@shantilalvasave9544
@shantilalvasave9544 Жыл бұрын
😁😁😁
@traveller-d1z
@traveller-d1z Жыл бұрын
सामान्य माणसांसाठी खूप सुंदर वक्तव्य केलं❤❤❤मनापासून सलाम साहेब🙏जय शिवराय🚩
@shamshembekar9464
@shamshembekar9464 Жыл бұрын
झालं गेलं विसरून सत्याची कास धाराल तर च टीकाल (सत्य मेव जयते ) स्पष्टता टिकवा वाणीत व कामात 🌹
@rameshade6004
@rameshade6004 Жыл бұрын
50khokewala. Fakt mantripadasathi bombltoy..
@anaghabarve2709
@anaghabarve2709 Жыл бұрын
बोले तैसा चाले कधी येणार रामराज्य.का नुस्तीच मंदिर.
@mahendragadekar9558
@mahendragadekar9558 Жыл бұрын
असे कडक ताशेरे ओढले पाहिजे
@SURESHJADHAV-p9z
@SURESHJADHAV-p9z Жыл бұрын
बच्चुभाऊ आपलं मनापासून अभिनंदन फक्त भेसळ थांबवा आम्हाला सरकारला दुध दर मागायची गरज नाही दुधाचे दर आपोआप वाढतील
@pratapraokadam8415
@pratapraokadam8415 Жыл бұрын
वा वा बच्चु भाऊ चांगले कान उपले यांचे. एकाचा ही आवाज निघत नाही यांचा. एवढ कसे हवरट झाले हे शरमिंदे, बेशरम, निर लज्ज. जय शिवाजी.
@chandrakantgurav8189
@chandrakantgurav8189 Жыл бұрын
अती सुंदर धन्यावाद कडू साहेब.
@aryawaradkar2998
@aryawaradkar2998 Жыл бұрын
वा कडू साहेब खर बोलणारा पाहिला मंत्री पाहिला
@rishabhtank4504
@rishabhtank4504 Жыл бұрын
Abe mantri kycha ata
@mimumbaikar45
@mimumbaikar45 Жыл бұрын
मंत्री?????😂😂😂😂
@vilasbhagat5832
@vilasbhagat5832 Жыл бұрын
साहेब आपल्या सारख्या आमदारांची गरज आहे आज... खूप छान मांडणी केली आहे..
@dadachaudhary5369
@dadachaudhary5369 Жыл бұрын
इतर आमदारांना ह्या बाबी का जाणवत नाहीत.
@ishwermarathe6529
@ishwermarathe6529 Жыл бұрын
साहेबांना मानाचा मुजरा एकदम बरोबर बोललात आहे ❤❤
@surajpawar4165
@surajpawar4165 Жыл бұрын
Very strong speech🙏 thank you
@NitinShelke-gy8xo
@NitinShelke-gy8xo Жыл бұрын
बच्चू भाऊ गरिबांसाठी एवढ प्रेम खूप खूप धन्यवाद भाऊ 🙏🙏🙏
@nitindeshmukh4291
@nitindeshmukh4291 Жыл бұрын
बच्चुभाऊ बरोबर बोलले जय महाराष्ट्र
@sandipchavan1383
@sandipchavan1383 Жыл бұрын
Very good, Bhau
@praladraobhalerao6770
@praladraobhalerao6770 Жыл бұрын
मा.बच्चु कडु साहेब रेग्युलर कर्ज परतफेड करणारे शेतकरी बिचारे बॅकेत चक्करा मारत आहेत आली का आमची प्रोत्साहन रक्कम पण हतबल बॅक कर्मचारी आली नाही या पलीकडे काहीही बोलु शकत नाही यामुळे बॅकींग व्यवस्था (कर्ज वसुली) बोजवारा उडाला आहे साहेब . 288 आमदार ,मंत्री सभागृहात असुन एकही शेतकरी कर्ज माफी बद्दल बोलु शकत नाही साहेब गेली 10 वर्ष झालीत कर्ज माफीचा मेळ चालु आहे या मध्ये होरपळतोय शेतकरी आणि संबधित बॅक कर्मचारी . धंन्यवाद साहेब आपण शेतकरी कर्ज माफी बद्दल विधानसभेत परखड मत मांडले त्याबद्दल शत:शा आभार
@kamalakardevikar431
@kamalakardevikar431 Жыл бұрын
शेतकरी आणि दिव्यांग बांधवांची व्यथा मांडणारा एकमेव आमदार 🙏
@SureshBaid
@SureshBaid Жыл бұрын
बच्चू कडू साहेब मानला पाहिजे अपल्याला गरीब जनते बद्दल आवाज बुलन्द केला मि तुम्हला सलाम करतो जय भीम जय महाराष्ट्र जय बाल्मिकी
@pradeeptambe9677
@pradeeptambe9677 Жыл бұрын
बाचू कडू साहेब मी तुमचे मना पासून आभार मानतो, तुम्ही छान विषय घेऊन बोलत, मुखेमंत्रांची ठोकून मारली लय भारी काम केलात,
@shambhulingbirajdarpatil8515
@shambhulingbirajdarpatil8515 Жыл бұрын
बरोबर आहे सर आज खरच काळाची गरज आहे तिरंगा घेऊन ...???..ञिवार मानाचा मुजरा सर.👌👌👌👌जय महाराष्ट्र
@shravankhandagle7115
@shravankhandagle7115 9 ай бұрын
बच्चुभाऊ तुमच्यासारख्या मुख्यमंत्र्यांची गरज आहे या महाराष्ट्राला
@sushilmunde3738
@sushilmunde3738 Жыл бұрын
सत्ता गेली, मंत्रिपद गेलं, शहाणपण आला
@panks2887
@panks2887 Жыл бұрын
छान कॉमेंट
@dadachaudhary5369
@dadachaudhary5369 Жыл бұрын
तुम्ही काय करता मग. तुमचे उमेदवार काय करतात. त्यांना काही बोलायला सांगा अधिवेशनात.. का फक्त निधी कडेच लक्ष असते.
@avadhutjoshi796
@avadhutjoshi796 Жыл бұрын
आदरणीय @sushilmunde3738 🙏 ! कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें। 2015 में माननीय मोदीजी/बीजेपी के नेतृत्व में, वर्तमान हिंदू पार्टी भारत, इतिहास के संदर्भ में दुनिया का सबसे मूर्ख राष्ट्र बन गया है। राजनीतिक विरोधाभास हो या कोई सामाजिक/धार्मिक विवाद, दोनोंका मूल कारण हिंदू धर्म पर विरोधाभास है। मैं 2015 को विश्वमूर्ख स्थिति की उपलब्धि के लिए एक वर्ष के रूप में क्यों दे रहा हूं? कारण- 2015 में, मैंने खुद को इतिहास, जाति/धर्म के संबंध में सभी पुराने विवादों को हल करने की स्थिति में ला दिया।लेकिन माननीय मोदीजी/भाजपा के नेतृत्व में वर्तमान तथाकथित हिंदू सरकार ने मुझे इतिहास, जाति और धर्म व्यवस्था पर एक राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने का अवसर नहीं दिया है। अहंकार से नहीं, बल्कि वास्तविकता के तौर पर, मैं कहता हूं कि मैं इन विषयों पर सबसे सही व्यक्ति हूं, खासकर विवादों के संबंध में। मुझे इन विवादों पर स्थायी समाधान मिलने का भरोसा है.' अतः 2015 के बाद भारत में जितने भी जाति/धर्म/इतिहास संबंधी विवाद हैं, उसके लिए वर्तमान सरकार जिम्मेदार है। स्वतंत्रता संग्राम के काल में डॉ. अम्बेडकर जी और सावरकर जी के हिन्दू धर्म पर बिल्कुल विपरीत अतिवादी विचार थे। और नेहरू ने हमारे देश के हित में इस पर एक सुनहरा समझौता किया। सौभाग्य से बहुसंख्यक बहुजन समाज और बहुसंख्यक ब्राह्मणों ने नेहरू/कांग्रेस का समर्थन किया, इस एकता ने हमें स्वतंत्रता प्राप्त करने में मदद की। इसीलिए डॉ. अम्बेडकरजी और श्यामाप्रसादजी (सावरकर के शिष्य और वर्तमान भाजपा के संस्थापक) को नेहरू/कांग्रेस पार्टी, उस काल की हिंदू पार्टी के नेतृत्व में भारत की पहली सरकार में शामिल किया गया था। दोनों की अपनी-अपनी राजनीतिक पार्टी थी, और कांग्रेस का कोई सदस्य नहीं था। यह समझौता एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान के रूप में किया गया था। समय के साथ चीजें गलत होती गईं. किसी भी समझौते के लिए उच्च स्तर की बुद्धिमत्ता और समझ की आवश्यकता होती है। 15 अगस्त 1947 को भारत ज्ञान के चरम पर था। समय के साथ, एक राष्ट्र के रूप में हमने उस ज्ञान और समझ को खोना शुरू कर दिया। 2015 में, हम एक राष्ट्र के रूप में, मूर्ख राष्ट्र हैं। मैं भारत को बुद्धिमान राष्ट्र का दर्जा वापस दिलाना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुसार चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है 1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) किसी भी जाति और धर्म के वास्तविक सम्मान को कोई नुकसान नहीं 4) हमारे देश की विशाल आबादी शिक्षित लोगों से बनी है और अशिक्षित वर्ग 5) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 6) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है। कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें और साझा करें। आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। अवधूत जोशी
@pyarelalprajapati8781
@pyarelalprajapati8781 Жыл бұрын
चुकीचे धोरण बंद तुम्ही करणार का असे बोलता
@umeshpotdar2529
@umeshpotdar2529 Жыл бұрын
देर आये दुरुस्त आये. काहीही असो सगळे मुद्दे एकदम बरोबर आहेत. फक्त त्यांच्या अम्मलबजावणीचा पाठपुरावा करावा लागेल, नुसतं बोलून चालणार नाही.
@prabhakarsangle9731
@prabhakarsangle9731 Жыл бұрын
कडू साहेब हे सर्व सामाने कुटूंबातील असले मुळे त्याना गरिबीचा अनुभव हाये शेत करी हायेत त्याना शेती चा देकील भरपूर अनुभव आहे महाराष्ट्र ला बचू कडू साहेबबांची गरज आहे (गरीबाचा वाली ) दमदार आमदार साहेब तुमाला सलाम 👌
@royalpusadkar9733
@royalpusadkar9733 Жыл бұрын
बचु भाऊ तुम्ही 50 खोके वाल्या सोबत गेले नसते तर खुप मजा आली आसती पण तुम्ही सर्व लेकांचा विश्वास गमावला बचुभाऊ आता पहीलया सार ख तुमच्या बोलण्या कडे कोणीच लक्ष देत नाही
@dattasarukte6248
@dattasarukte6248 Жыл бұрын
एकदम बरोबर आहे .आज राजकारणी लोकांनी लोकशाहीची वाट लावली.आज मतदारा सुद्धा मतदान करायची लाज वाटते
@prabhakarjoshi6605
@prabhakarjoshi6605 Жыл бұрын
कडु साहेब , किती कटू सत्य समोर आणले , या राजकारनी लोकांचे स्वतःचे दूध संघ आहेत , करोडो कमावतात , जर भरपाई द्यायची तर जनतेच्या पैश्या तून , सते माज, यांना घरी बसबा, धन्यवाद कडू साहेब
@bhagwantrangole393
@bhagwantrangole393 Жыл бұрын
बच्चु कडुना आता जाग आली वाटत डोक्यात पाणी गेल्यावर.
@nagappajadhav3388
@nagappajadhav3388 Жыл бұрын
Bas,o bhau,
@nagappajadhav3388
@nagappajadhav3388 Жыл бұрын
Hou dya,cancer,,u all p0litician,burocrats responsible for it
@anantnadkar9716
@anantnadkar9716 Жыл бұрын
कडक भाषण कडू भाऊ असे रोख ठोक भाषण सत्ताधारी मधल्या आमदारांनी कडी केलं नाही सलाम तुम्हाला कडू भाऊ 👍
@sushmadevang8398
@sushmadevang8398 Жыл бұрын
हॅलो नमस्ते कडु भाऊ सलाम तुम्हाला फार छान भाषण मस्त धन्यवाद 👌
@milindtambe9674
@milindtambe9674 Жыл бұрын
बच्चू कडू साहेब खूपच छान बोलले तुम्ही तुमच्यासारखे नेता भेटले ना भारताचे कल्याण व मंगल होईल....
@ravikukade9003
@ravikukade9003 Жыл бұрын
सामान्य माणसाचा नेता ❤❤( बच्चू भाऊ कडू)
@Hanumanjadhav-w6x
@Hanumanjadhav-w6x 5 ай бұрын
सामान्य माणसाचा नेता❤ बच्चुभाऊ कडू
@NaliniBalghare
@NaliniBalghare Жыл бұрын
गोर गरीब व सर्वसामान्य जनतेचा कैवारी नेता.सत्यकथन कथा सभागृहात मांडल.धनय वाद आमदार साहेब.
@JagdishBorkar-zm8nh
@JagdishBorkar-zm8nh Жыл бұрын
कडू साहेबाना शतं शत प्रणाम आज या देशात आपल्यासारख्या नेत्यांची फार आवश्यकता आहे जो सामान्य माणसासाठी आपली आवाज उचलतो.
@binubal
@binubal Жыл бұрын
❤ He should be made CM knows exactly where priority has to be
@wearethetruth.5336
@wearethetruth.5336 Жыл бұрын
खूप छान भाऊसाहेब,हर एक नेता असा असेल तर भारत देश लवकरच बदलून जाईल..👌👌👌👌💐💐💐💐💐💐💐👏👏👏👏🙏🙏🙏🙏🙏
@AratiK-c7k
@AratiK-c7k Жыл бұрын
Very good speech and have put valid points. First person who kept all points in right direction in last 6+ months. Appreciate this person.
@avadhutjoshi796
@avadhutjoshi796 Жыл бұрын
आदरणीय 🙏 ! कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें। 2015 में माननीय मोदीजी/बीजेपी के नेतृत्व में, वर्तमान हिंदू पार्टी भारत, इतिहास के संदर्भ में दुनिया का सबसे मूर्ख राष्ट्र बन गया है। राजनीतिक विरोधाभास हो या कोई सामाजिक/धार्मिक विवाद, दोनोंका मूल कारण हिंदू धर्म पर विरोधाभास है। मैं 2015 को विश्वमूर्ख स्थिति की उपलब्धि के लिए एक वर्ष के रूप में क्यों दे रहा हूं? कारण- 2015 में, मैंने खुद को इतिहास, जाति/धर्म के संबंध में सभी पुराने विवादों को हल करने की स्थिति में ला दिया।लेकिन माननीय मोदीजी/भाजपा के नेतृत्व में वर्तमान तथाकथित हिंदू सरकार ने मुझे इतिहास, जाति और धर्म व्यवस्था पर एक राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने का अवसर नहीं दिया है। अहंकार से नहीं, बल्कि वास्तविकता के तौर पर, मैं कहता हूं कि मैं इन विषयों पर सबसे सही व्यक्ति हूं, खासकर विवादों के संबंध में। मुझे इन विवादों पर स्थायी समाधान मिलने का भरोसा है.' अतः 2015 के बाद भारत में जितने भी जाति/धर्म/इतिहास संबंधी विवाद हैं, उसके लिए वर्तमान सरकार जिम्मेदार है। स्वतंत्रता संग्राम के काल में डॉ. अम्बेडकर जी और सावरकर जी के हिन्दू धर्म पर बिल्कुल विपरीत अतिवादी विचार थे। और नेहरू ने हमारे देश के हित में इस पर एक सुनहरा समझौता किया। सौभाग्य से बहुसंख्यक बहुजन समाज और बहुसंख्यक ब्राह्मणों ने नेहरू/कांग्रेस का समर्थन किया, इस एकता ने हमें स्वतंत्रता प्राप्त करने में मदद की। इसीलिए डॉ. अम्बेडकरजी और श्यामाप्रसादजी (सावरकर के शिष्य और वर्तमान भाजपा के संस्थापक) को नेहरू/कांग्रेस पार्टी, उस काल की हिंदू पार्टी के नेतृत्व में भारत की पहली सरकार में शामिल किया गया था। दोनों की अपनी-अपनी राजनीतिक पार्टी थी, और कांग्रेस का कोई सदस्य नहीं था। यह समझौता एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान के रूप में किया गया था। समय के साथ चीजें गलत होती गईं. किसी भी समझौते के लिए उच्च स्तर की बुद्धिमत्ता और समझ की आवश्यकता होती है। 15 अगस्त 1947 को भारत ज्ञान के चरम पर था। समय के साथ, एक राष्ट्र के रूप में हमने उस ज्ञान और समझ को खोना शुरू कर दिया। 2015 में, हम एक राष्ट्र के रूप में, मूर्ख राष्ट्र हैं। मैं भारत को बुद्धिमान राष्ट्र का दर्जा वापस दिलाना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुसार चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है 1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) किसी भी जाति और धर्म के वास्तविक सम्मान को कोई नुकसान नहीं 4) हमारे देश की विशाल आबादी शिक्षित लोगों से बनी है और अशिक्षित वर्ग 5) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 6) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है। कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें और साझा करें। आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। अवधूत जोशी
@chandaranimane5069
@chandaranimane5069 Жыл бұрын
कडु सर धन्यवाद, गोरगरीब जनतेचे प्रश्न मांडलात ,तुमच्यासारख्या लोकप्रतिनिधी ची राजकारणात गरज आहे, 👍👍🙏
@NaikwadiSandip
@NaikwadiSandip Жыл бұрын
नाद करायचा नाय बच्चू भाऊंचा....❤
@kashirampatil4924
@kashirampatil4924 Жыл бұрын
खरं बोले कडू साहेब,great and true person
@satishshirsat3063
@satishshirsat3063 Жыл бұрын
अशा नेत्याची सध्या महाराष्ट्र राज्य व सर्व साधारण जनतेला गरज आहे. सर्व नेत्याचे पोल उघड केली.
@narayansolanke8406
@narayansolanke8406 Жыл бұрын
सलाम या भाषणाला
@anilbasarkar4574
@anilbasarkar4574 Жыл бұрын
छान.आमदार साहेब.🎉 अभिनंदन तळागाळापर्यंत कळकळीने सांगत आहेत.
@Aaditi542
@Aaditi542 19 күн бұрын
ग्रेट साहेब तुम्ही देशाचं भवितव्य घडिण्यासाठी सक्षम आहे
@netajipatil6077
@netajipatil6077 Жыл бұрын
सत्यता मांडणारा नेता बच्चुभाऊ
@felixtauro7618
@felixtauro7618 Жыл бұрын
Very well said by Fire brand MLA. Bacchu Kadu, raising real issues faced by the common people....
@avadhutjoshi796
@avadhutjoshi796 Жыл бұрын
आदरणीय@felixauro7618 🙏 ! कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें। 2015 में माननीय मोदीजी/बीजेपी के नेतृत्व में, वर्तमान हिंदू पार्टी भारत, इतिहास के संदर्भ में दुनिया का सबसे मूर्ख राष्ट्र बन गया है। राजनीतिक विरोधाभास हो या कोई सामाजिक/धार्मिक विवाद, दोनोंका मूल कारण हिंदू धर्म पर विरोधाभास है। मैं 2015 को विश्वमूर्ख स्थिति की उपलब्धि के लिए एक वर्ष के रूप में क्यों दे रहा हूं? कारण- 2015 में, मैंने खुद को इतिहास, जाति/धर्म के संबंध में सभी पुराने विवादों को हल करने की स्थिति में ला दिया।लेकिन माननीय मोदीजी/भाजपा के नेतृत्व में वर्तमान तथाकथित हिंदू सरकार ने मुझे इतिहास, जाति और धर्म व्यवस्था पर एक राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने का अवसर नहीं दिया है। अहंकार से नहीं, बल्कि वास्तविकता के तौर पर, मैं कहता हूं कि मैं इन विषयों पर सबसे सही व्यक्ति हूं, खासकर विवादों के संबंध में। मुझे इन विवादों पर स्थायी समाधान मिलने का भरोसा है.' अतः 2015 के बाद भारत में जितने भी जाति/धर्म/इतिहास संबंधी विवाद हैं, उसके लिए वर्तमान सरकार जिम्मेदार है। स्वतंत्रता संग्राम के काल में डॉ. अम्बेडकर जी और सावरकर जी के हिन्दू धर्म पर बिल्कुल विपरीत अतिवादी विचार थे। और नेहरू ने हमारे देश के हित में इस पर एक सुनहरा समझौता किया। सौभाग्य से बहुसंख्यक बहुजन समाज और बहुसंख्यक ब्राह्मणों ने नेहरू/कांग्रेस का समर्थन किया, इस एकता ने हमें स्वतंत्रता प्राप्त करने में मदद की। इसीलिए डॉ. अम्बेडकरजी और श्यामाप्रसादजी (सावरकर के शिष्य और वर्तमान भाजपा के संस्थापक) को नेहरू/कांग्रेस पार्टी, उस काल की हिंदू पार्टी के नेतृत्व में भारत की पहली सरकार में शामिल किया गया था। दोनों की अपनी-अपनी राजनीतिक पार्टी थी, और कांग्रेस का कोई सदस्य नहीं था। यह समझौता एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान के रूप में किया गया था। समय के साथ चीजें गलत होती गईं. किसी भी समझौते के लिए उच्च स्तर की बुद्धिमत्ता और समझ की आवश्यकता होती है। 15 अगस्त 1947 को भारत ज्ञान के चरम पर था। समय के साथ, एक राष्ट्र के रूप में हमने उस ज्ञान और समझ को खोना शुरू कर दिया। 2015 में, हम एक राष्ट्र के रूप में, मूर्ख राष्ट्र हैं। मैं भारत को बुद्धिमान राष्ट्र का दर्जा वापस दिलाना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुसार चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है 1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) किसी भी जाति और धर्म के वास्तविक सम्मान को कोई नुकसान नहीं 4) हमारे देश की विशाल आबादी शिक्षित लोगों से बनी है और अशिक्षित वर्ग 5) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 6) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है। कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें और साझा करें। आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। अवधूत जोशी
@shivajimaske7693
@shivajimaske7693 Жыл бұрын
गरीब आणि शेतकरी यांच्या बाजू मांडली आहे धन्यवाद भाऊ साहेब
@shreeganesh2606
@shreeganesh2606 Жыл бұрын
दादा तुमच्या सारखे जर सर्व आप आपल्या कामाशी जर एकनिष्ठ राहिले तर या जगात कोणी ही दुःखी राहणार नाही....महादेव तुम्हाला धिर्ग आयुष्य देवो ही महादेवन कडे माझी प्रार्थना...ओम नमः शिवाय
@kkjagtap8701
@kkjagtap8701 Жыл бұрын
आता तरी सामान्य माणसाने सामान्य मानसाला विषारी दुध पाजूण मारु नये,अन्यथा पाजनाराला एक दिवस फास बसल्याशिवाय राहनार नाही.हे सत्य.कडु साहेब,खुप छान व्यथा मांडली,पण बाकीच्या बांडगुळांना हे पचते का ते पहा?
@dnyaneshwargaikwad7893
@dnyaneshwargaikwad7893 Жыл бұрын
सामान्य माणुस विषारी दूध विकत नाही हे राजकारणी व यांचे बगल बच्चे विषारी दूध विकतात
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