रामायण मे बहोत सी घटना काल्पनिक है,जैसे कुंभकर्ण छह महिने सोता था,वह ताड जैसा ऊॅचा था,पहाडी जैसा था,मगर उनकी तीन,चार पत्निया भी थी तो वह भी ताड जैसे ऊॅचीया थी या मनुष्य जैसी यह भी प्लीज बताना,
@Rising_Star112 ай бұрын
@@chandrakantgaikwad5349 भाई जब वातावरण बहुत ज्यादा शुद्ध होता है किसी प्रकार की मिलावट नहीं होती तब इंसानों एवं जानवरों को शरीर बहुत बड़ा रहता है जैसे हम डायनासोर के बारे में पढ़े तो ज्ञात होता है कि उनकी ऊंचाई बहुत ज्यादा थी उसी प्रकार कुंभकरण रामायण श्री राम कृष्ण भगवान की भी ऊंचाई बहुत ज्यादा थी कृष्णा भगवान की ऊंचाई 18 ताड़ के पेड़ों के बराबर बताई गई है
@Saisarkaar-o9gАй бұрын
Ye sab kalpanik hay or kuch nahi
@कर्नलसिंगहरभजनАй бұрын
भाई रामायण महाभारत सब झूठ काल्पनिक मानगढ़न और ब्राह्मणों द्वारा मूर्ख बनाने वाली कहानी है
@sundeutschАй бұрын
बहुत सी नहीं, सारी काल्पनिक हैं।
@user-mo757Ай бұрын
@@chandrakantgaikwad5349 kunal jatak aur taripak pad kar dekho kabhi kahani kise kahte hai pta lagega
@AmitRajofficial76397 ай бұрын
Comments से पता चलता है कि लोग शिक्षित हो रहे हैं। लोग अंधविश्वास से विज्ञान की तरफ लौट रहे हैं। दोनों प्रोफेसर साहब को दिल की गहराई से नमन है।
@prasantapanda96593 ай бұрын
Agar sikshit ho re he hen to gajway hind ka koi knowledge he ?? Ram puluani kuch bataye ga. Is barime ??
@aquariusa2421Ай бұрын
Ek nafrati agya is comment me 😅. Inhi nafrati andhbhakt se neta log kursi per Jamme huwe hain.
@shahinrazi2540Ай бұрын
@@prasantapanda9659 faila bhaii aur faila apna zahar aur nafrat se bhar de poorey desh ko.. jahreele sanp
@prasantapanda9659Ай бұрын
@shahinrazi2540 mere comment ime nafarat failane wala koun sa bat he ???? Kuch nehi... A do no baith ke apne hisab se history aur hindu manyata ko ghuma rehe hen ... Air ak jagrup citizen is ka answer de raha he... Isme zahar aur nafrat Kahan ageya ???
@ravishankarkushawaha26182 жыл бұрын
आप लोग समाज को जागरूक कर रहे हैं इसके लिए धन्यवाद।
@Face42610 ай бұрын
बलि देना और मांस तो हिंदू बहोत खाते हे, हालाकि 5 बड़ी beef company ब्रामण or हिंदू की ही हे , अब में हिंदू ग्रंथ से सबूत देता हु, देवताओं को प्रसन्न करने के लिए बलि का प्रयोग किया जाता है। बलि प्रथा के अंतर्गत बकरा, मुर्गा या भैंसे की बलि दिए जाने का प्रचलन है। हिन्दू धर्म में खासकर मां काली और काल भैरव को बलि चढ़ाई जाती है। पूर्वी भारत के असम, ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा राज्यों के साथ-साथ नेपाल देश में भी पशु बलि की प्रथा है।. बलि देना और मांस तो हिंदू बहोत खाते हे, हालाकि 5 बड़ी beef company ब्रामण or हिंदू की ही हे , अब में हिंदू ग्रंथ से सबूत देता हु, देवताओं को प्रसन्न करने के लिए बलि का प्रयोग किया जाता है। बलि प्रथा के अंतर्गत बकरा, मुर्गा या भैंसे की बलि दिए जाने का प्रचलन है। हिन्दू धर्म में खासकर मां काली और काल भैरव को बलि चढ़ाई जाती है। पूर्वी भारत के असम, ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा राज्यों के साथ-साथ नेपाल देश में भी पशु बलि की प्रथा है।. मनुस्मृति हिंदुओं के सबसे लोकप्रिय, मौलिक और पवित्र ग्रंथों में एक है. मनुस्मृति के श्लोक 30, अध्याय 5 में लिखा गया है- ‘खाने योग्य जानवरों का मांस खाना पाप नहीं है क्योंकि ब्रह्मा ने खाने वाले और खाने योग्य दोनों को बनाया है.’ मनुस्मृति के श्लोक 3.267 से 3.272 तक में, मछली,हिरण, मृग, मुर्गी, बकरी, भेड़ और खरगोश के मांस को बलि के भोजन के रूप में मंजूरी देता है. अंबेडकर ने प्राचीन काल में हिंदुओं के गोमांस खाने की बात को साबित करने के लिए हिन्दू और बौद्ध धर्मग्रंथों का सहारा लिया. अंबेडकर ने लिखा है, "ऋगवेद काल के आर्य खाने के लिए गाय को मारा करते थे, जो खुद ऋगवेद से ही स्पष्ट है." ऋगवेद में (10. 86.14) में इंद्र कहते हैं, "उन्होंने एक बार 5 से ज़्यादा बैल पकाए'. ऋगवेद (10. 91.14) कहता है कि अग्नि के लिए घोड़े, बैल, सांड, बांझ गायों और भेड़ों की बलि दी गई. ऋगवेद (10. 72.6) से ऐसा लगता है कि गाय को तलवार या कुल्हाड़ी से मारा जाता था तैत्रीय ब्राह्मण में बताई गई कामयेष्टियों में न सिर्फ़ बैल और गाय की बलि का उल्लेख है बल्कि यह भी बताया गया है कि किस देवता को किस तरह के बैल या गाय की बलि दी जानी चाहिए." वो लिखते हैं, "विष्णु को बलि चढ़ाने के लिए बौना बैल, वृत्रासुर के संहारक के रूप में इंद्र को लटकते सींग वाले और माथे पर चमक वाले सांड, पुशन के लिए काली गाय, रुद्र के लिए लाल गाय आदि." नेपाल, यज्ञ स्थल "तैत्रीय ब्राह्मण में एक और बलि का उल्लेख है जिसे पंचस्रदीय-सेवा बताया गया है. इसका सबसे महत्वपूर्ण तत्व है, पांच साल के बगैर कूबड़ वाले 17 बौने बैलों का बलिदान और जितनी चाहें उतनी तीन साल की बौनी बछियों का बलिदान." मनुस्मृति हिंदुओं के सबसे लोकप्रिय, मौलिक और पवित्र ग्रंथों में एक है. मनुस्मृति के श्लोक 30, अध्याय 5 में लिखा गया है- ‘खाने योग्य जानवरों का मांस खाना पाप नहीं है क्योंकि ब्रह्मा ने खाने वाले और खाने योग्य दोनों को बनाया है.’ मनुस्मृति के श्लोक 3.267 से 3.272 तक में, मछली,हिरण, मृग, मुर्गी, बकरी, भेड़ और खरगोश के मांस को बलि के भोजन के रूप में मंजूरी देता है. अंबेडकर ने प्राचीन काल में हिंदुओं के गोमांस खाने की बात को साबित करने के लिए हिन्दू और बौद्ध धर्मग्रंथों का सहारा लिया. अंबेडकर ने लिखा है, "ऋगवेद काल के आर्य खाने के लिए गाय को मारा करते थे, जो खुद ऋगवेद से ही स्पष्ट है." ऋगवेद में (10. 86.14) में इंद्र कहते हैं, "उन्होंने एक बार 5 से ज़्यादा बैल पकाए'. ऋगवेद (10. 91.14) कहता है कि अग्नि के लिए घोड़े, बैल, सांड, बांझ गायों और भेड़ों की बलि दी गई. ऋगवेद (10. 72.6) से ऐसा लगता है कि गाय को तलवार या कुल्हाड़ी से मारा जाता था तैत्रीय ब्राह्मण में बताई गई कामयेष्टियों में न सिर्फ़ बैल और गाय की बलि का उल्लेख है बल्कि यह भी बताया गया है कि किस देवता को किस तरह के बैल या गाय की बलि दी जानी चाहिए." वो लिखते हैं, "विष्णु को बलि चढ़ाने के लिए बौना बैल, वृत्रासुर के संहारक के रूप में इंद्र को लटकते सींग वाले और माथे पर चमक वाले सांड, पुशन के लिए काली गाय, रुद्र के लिए लाल गाय आदि." "तैत्रीय ब्राह्मण में एक और बलि का उल्लेख है जिसे पंचस्रदीय-सेवा बताया गया है. इसका सबसे महत्वपूर्ण तत्व है, पांच साल के बगैर कूबड़ वाले 17 बौने बैलों का बलिदान और जितनी चाहें उतनी तीन साल की बौनी बछियों का बलिदान."
@BharatWisdomStudio5 ай бұрын
ये सिर्फ agenda चाला रहे i will proof with proof.
@BharatWisdomStudio5 ай бұрын
यहाँ सिर्फ़ without proof कहानी सुनाई जाती है बस
@BharatWisdomStudio5 ай бұрын
Who is Ram Puniyani? Answer: He is currently the President of the Executive Council of the Centre for Study of Society and Secularism (CSSS). He is also an advisory board member of the Muslim Mirror. If they say anything against Muslims then their head will be separated from their body, they know this very well that is why they will never speak against Muslims, watch all their videos, you will find videos against Hindus, this is the truth of all of them.
@theprintvoice3 ай бұрын
@@BharatWisdomStudio tu bta aur proof kar
@deekshadongre67142 жыл бұрын
बहुत बढ़िया । कहानियों को सत्य नही कहा जा सकता
@manishtomar73152 жыл бұрын
O hello kuch saalo baad tumse tumhare or tumhare baap k beech k rishte k liye bhi proof manage
@user-sy7zp8vy3t10 ай бұрын
पहले पुष्पक विमान काल्पनिक था तो हवाई जहाज ने तुम लोगों का मुंह काला कर दिया.. राम सेतु काल्पनिक था पर सेटेलाइट पिक्चर ने तुम्हारा मुंह काला कर दिया. फिर डूबी हुई द्वारका काल्पनिक थी तो सोनार सिस्टम से डूबी हुई द्वारका मिल गई और तुम्हारा मुंह फिर से काला हो गया ..😂😂
@Ros-pc2qo9 ай бұрын
@@user-sy7zp8vy3t agar wo kalpanik nhi to kya hai , Hanuman sun ko nigal sakta hai lekin wanar sena ko uda ker nhi le ja sakta , sun aur earth k dimension k difference to pata hoga nhi to apna muh khud kala ker lo 🤣🤣
@user-sy7zp8vy3t9 ай бұрын
@@Ros-pc2qo सूर्य और धरती के बीच की दूरी का वैज्ञानिक आज पता लगा पाए हैं उसको 500 साल पहले तुलसीदास महाराज जी ने अपनी मानस में लिख दिया था... उसको भी थोड़ा गूगल कर लो इसके बाद तुम्हारा मूंह फिर से काला हो जाएगा🤣
@ArifAnsari-vb6vj9 ай бұрын
@@user-sy7zp8vy3t jhut chij ko sach sabit nahi Kiya ja sakta
@premnarayan69032 жыл бұрын
जब काल्पनिक सेतु बनाया गया था तो पत्थर तो पानी में तैर रहे थे तो जमीन में कैसे पहुंच गए? वो तो तैरते तैरते कहीं और चले गए होंगे।
@TheAnshul75192 жыл бұрын
Haan bihar mein jaa ker, biariyon ke akal per pad gae.
@kamaldeepsingh39882 жыл бұрын
Shi pakde ho... 😄andhwishvashi log...
@TheAnshul75192 жыл бұрын
@@kamaldeepsingh3988 12 baj gae
@togetservi43422 жыл бұрын
Naav nahin bna paye ??
@TheAnshul75192 жыл бұрын
@@togetservi4342 banai thi, but wo tune apne pichwade mein le li aur bhaag gaya.
@shabnamjesus4jesus6222 ай бұрын
My dad went to Sri Lanka and asked about Ravana, but he came to know that no one knows about Ravan. There are no evidences of him
@shabnamjesus4jesus6222 ай бұрын
Thank you 🙏
@shabnamjesus4jesus622Ай бұрын
It means then the these stories are myth
@AwslkBlalАй бұрын
Bhaqt thodi manega😂😂😂
@pravinpatil-kt9xtАй бұрын
@@shabnamjesus4jesus622 Waise adam and hawwa k story bhi kalpanik hai , Jesus bhi kalpanik hai .main to proof kar sakta hu
@shabnamjesus4jesus622Ай бұрын
@pravinpatil-kt9xt you are not right brother. There are many evidence of Jesus, history and calendar depends on Him
@dj8442able Жыл бұрын
समय के साथ साथ हर चीज मिलावट हो जाती है रामायण तो मुझे शुरू से ही काल्पनीक लगती है
@gurumukhsingh10719 ай бұрын
झूठ मत बोल बचपन में आपने बहुत मजे लिए हैं जब एक तीर के 20-20 बनते थे सु सु करके चलते थे
@MDJAWED-c3s9 ай бұрын
Sastr sirf barhman hi utha sakta our kisi me taQat himmat nahi fer bhi sab log ek sath maje late the😅😅
@Denial8919 ай бұрын
He to kalpnik pr andhbhkto ko ullu bna ne k lye kafi h😅😅
@thingmasterzavnischannel20159 ай бұрын
NASA, ye proof de chuka hai ki ram setu ek kalpana nahi balki hakikat hai, aur ye sab kuch science ke evidence dene ke baad bola gaya hai, isi liye u tube par fake baat karna sahi nahi hai.
@Notorious1607 ай бұрын
Kisney bola kuch bi matlab Adam bridge ek natural phenomena hai@@thingmasterzavnischannel2015
@camper8832 жыл бұрын
बहुत ही शालीनता से अपना पक्ष रखने के लिए धन्यवाद।
@piyushtrivedi00232 жыл бұрын
Juth salinta se bolne se sahi nhai ho jata mahoday
@Sciencejourney22 жыл бұрын
@@piyushtrivedi0023 💩💩💩💩
@Mr.master752 жыл бұрын
@@piyushtrivedi0023 सही कहा झूठ तो बार बार बोलने और जोर जोर से बोलने से सच लगने लगता जैसे आपको लग रहा है बीजेपी rss फेंकू का झूठ😁😁
@vineetmishra4471Ай бұрын
राम सेतु, जिसे एडम्स ब्रिज भी कहा जाता है, एक ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण स्थल है जो भारत के तमिलनाडु के रामेश्वरम और श्रीलंका के मन्नार द्वीप को जोड़ता है। हिंदू धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, यह सेतु भगवान राम द्वारा लंका (वर्तमान श्रीलंका) पर चढ़ाई करने के लिए वानर सेना के सहयोग से बनाया गया था। वैज्ञानिक और पुरातात्विक दृष्टिकोण से इस संरचना के बारे में अलग-अलग अध्ययन और सिद्धांत हैं। NASA और भारतीय पुरातत्व विभाग ने इस पर कुछ महत्वपूर्ण शोध और विश्लेषण किए हैं, जिनके बारे में नीचे विस्तृत जानकारी दी जा रही है। 1. NASA का अध्ययन: NASA (National Aeronautics and Space Administration) ने अपने उपग्रह चित्रों में देखा कि रामेश्वरम और श्रीलंका के बीच एक प्रकार का संकरा और संकीर्ण पुल जैसी संरचना है। उनके उपग्रह चित्र इस सेतु की संरचना को दिखाते हैं, लेकिन NASA ने इसे लेकर कोई आधिकारिक धार्मिक मान्यता या ऐतिहासिक पुष्टि नहीं दी है कि यह "राम का पुल" है। NASA के अनुसार, यह संरचना लगभग 30 किलोमीटर लंबी है और इसका निर्माण प्राकृतिक प्रक्रियाओं, जैसे समुद्री रेत, प्रवाल भित्तियों और खाड़ी धाराओं के द्वारा हुआ हो सकता है। इसका गठन किसी ज्वालामुखी या भूकंपीय गतिविधि के कारण भी हो सकता है। NASA ने स्पष्ट रूप से यह नहीं कहा कि यह मानव निर्मित है या प्राकृतिक संरचना है, क्योंकि वे पुरातात्विक रूप से ऐसी पुष्टि करने में असमर्थ हैं। 2. भारतीय पुरातत्व विभाग का दृष्टिकोण: भारतीय पुरातत्व विभाग (ASI) ने भी राम सेतु के बारे में कई अध्ययन किए हैं। कुछ भारतीय विद्वानों और पुरातात्विक विशेषज्ञों का मानना है कि यह पुल मानव निर्मित हो सकता है। ASI ने इस पर कई सर्वेक्षण और शोध किए हैं, जिनसे कुछ पुरातात्विक अवशेष मिले हैं, जो यह संकेत देते हैं कि इस स्थान पर मानव निर्मित संरचनाओं के अवशेष हो सकते हैं। भारतीय पुरातत्व विभाग के कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि यह संरचना संभवतः प्राचीन काल में बसी हुई सभ्यता का हिस्सा हो सकती है और इसका धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी है। हालाँकि, ASI के पास पर्याप्त साक्ष्य नहीं हैं जो यह सिद्ध कर सकें कि इसे भगवान राम ने वानरों की सेना की मदद से बनाया था। यह एक पुरातात्विक रहस्य बना हुआ है और ASI द्वारा इसे लेकर पूरी तरह से वैज्ञानिक निष्कर्ष पर पहुँचना अभी भी बाकी है। 3. वैज्ञानिक और ऐतिहासिक दृष्टिकोण: वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह माना जाता है कि यह संरचना लगभग 7000 साल पुरानी हो सकती है, लेकिन इसका सटीक समय निर्धारण अभी भी विवादित है। भारतीय पुराणों और रामायण के अनुसार, यह सेतु रामायण काल का है और इसका निर्माण त्रेता युग में किया गया था। रामायण में इसे भगवान राम द्वारा बनाया गया सेतु माना गया है। भारतीय और विदेशी वैज्ञानिकों का मानना है कि यह संरचना पानी के नीचे बनी प्राकृतिक संरचनाओं और प्रवाल भित्तियों का मिश्रण है, जो समय के साथ बन गई है। 4. निष्कर्ष: NASA और भारतीय पुरातत्व विभाग दोनों ही इस संरचना के प्राकृतिक या मानव निर्मित होने के बारे में स्पष्ट निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह "राम का पुल" है, लेकिन वैज्ञानिक और पुरातात्विक प्रमाण इसे लेकर कोई ठोस निष्कर्ष देने में असमर्थ रहे हैं। NASA के उपग्रह चित्र और भारतीय पुरातत्व विभाग के शोध इसे एक रोचक स्थल बनाते हैं, लेकिन इसे लेकर आगे के शोध की आवश्यकता है। इस तरह, राम सेतु के बारे में NASA और भारतीय पुरातत्व विभाग की राय में वैज्ञानिक और धार्मिक दृष्टिकोण के आधार पर अंतर है, जो आज भी एक ऐतिहासिक रहस्य बना हुआ है।
@scientificpartyofindia99202 жыл бұрын
बाल्मीकि ने (कुश) एक जंगली पौधे से बच्चा पैदा कर दिया, पर अपनी ध्यान, अपनी अध्यात्म शक्ति, से ये पता करने की कोशिश नहीं की, कि आखिर सीता का बच्चा कौन ले गया । सीधा बच्चा बनाने में लग गए ।।
@askme95722 жыл бұрын
@Mohammad🐷randi ki aulad hai ammi ki chut 😂 Kaya Ram ke mummy be randi thee?
@arhaan08012 жыл бұрын
@Mohammad🐷randi ki aulad hai ammi ki chut 😂 aise ghatiya channel par report karo . Aur ispar police case karo. Aise log hi india Mai nafrat failate aur kuch log aise ghatiya logo ko khulkar support karte hai. Aur khud ko ram bhakt batate hai jabki unke andar ram nahi rakshas lagte hai. Jai Hind 🇮🇳
@maharudragiram4045 Жыл бұрын
अरे भाई संविधान के पहले पेज पर राम है रामायण की अवहेलना करने से संविधान के बारेमे क्या होगा
@rajendramishra7423 Жыл бұрын
थोडा सा यह भी सोचो कि क्या क्षमता थी उनकी| वैज्ञानिकों ने फिजिशियन गाय बना दिया वर्तमान संचार माध्मम न होते तो 100 साल बाद इसे भी नहीं मानते| मूर्ख मत बनो सनातन ने मंगल लाल लिख दिया तो लाल ही है विना किसी भौतिक यंत्र के| मानव स्वभाव वश कही गलती भी स्वभाविक है| चन्द्रयान 2 फेल हुआ तो वैज्ञानिकों को अनपढ़ कहदोगे?चन्द्रयान 3 पहुचते ही वैज्ञानिक पढे लिखे| सोच समझ कर बोलो| न जाने कितने जन्मे मरे सबके सबूत नहीं है तो कहदो दुनिया 100 साल की है क्योंकि सबके C C TV फुटेज तो हैं ही नहीं|
@Devendrayadav-jf8sv9 ай бұрын
@@maharudragiram4045 राम के अलावा कुरान और बुद्ध भी हैं।
@Habibkhanful10 ай бұрын
कोरी कल्पना है और अगर इस बात का पता लगाना बहुत आसान है एक तो सेतु में उपयोग होने वाले पत्थरों के साईज को देखा जा सकता है। दूसरा कहानी के अनुसार सेतु का निर्माण फ्लोटिंग पत्थरों से हुआ है तो इस हिसाब से सेतु नीचे से खोखला होना चाहिए तो बहुत आसान है। नीचे से पानी का जहाज निकाल कर देखो।
@pritiusxalxo2354Ай бұрын
@@Habibkhanful bilkul sahi my v yhi sochta hun bro
@HB231272Ай бұрын
There one sea even today where salt level is high and man can float just like that......therefore judging somebody on today's date which is millions and millions yers before.....this discussion is just to insult hindu scriptures and literatures.....why donit we discuss abt Adam and Eve?.... We consider them as absolute correct where science says humans I. E homosepience were developed in 10000 yers back......these discussions are just disgusting...
@Avneekumar19947 күн бұрын
लेकिन नाशा अभी किसी भी बात को लेकर कन्फर्म नहीं है कि राम सेतु प्राकृतिक है या मानव-निर्मित।
@baishnabcharansahoo9119 Жыл бұрын
धन्यवाद प्रोफेसर डॉ राम पुनियाणी जी,आप सही ज्ञान दे रहे है।अगर हनुमान इतना शक्तिशाली था,एक परबत को एक हात में उठाकर उड़ सकता था।क्या राम के सैनिक उस परबत से भारी था?हनुमान सभी सैन्य को लेकर समुद्र पार कर सकता था।फिर राम सेतु बांधने क्या जरूरत था? ए सब झूठ है।
@shailujag5785 Жыл бұрын
सत्य सुर्य समान होता है ..वो अपनेआप सामने प्रकट होता है ..जागरूकता के लिए धन्यवाद
@vishaldrishti74772 жыл бұрын
ये सारी मनगढ़ंत कहानियां पंडितो की फैलाई हुई है बताइए अब बंदर भी पुल निर्माण करने लगे है
@vishaldrishti74772 жыл бұрын
@@suniil-Shukla साले संघी कुते हम बौद्ध है और अब कोई बहुजन तुम्हारे इस नीच बाहमण धर्म मे नही सडने वाला
@shivkumardubey95792 жыл бұрын
Visal checha tum ab bander nahe rahe......lekin mentaly tum usse bhe bahut neeche ho
@madhurshrivas88692 жыл бұрын
Burnol laga lo
@ashokkamble92026 ай бұрын
Andha bhagat
@alokverma13196 ай бұрын
बंदर कौन सी भाषा बोलते थे कन्नड़ या तमिल । और राम समझते कैसे होगें । @@shivkumardubey9579
@rajudangode55792 жыл бұрын
बहुत अच्छी जानकारी प्रो.मुकेश कुमार, प्रो राम पुनियानी जी सहृदय धन्यवाद समाज को जागरूक करने के लिए!
@omprakashsoni68232 жыл бұрын
इस्लाम,इन्सानों को दो भागों में बांटता है।एक वो जो नबी मौहम्मद को पैगम्बर मानता है और इस्लामी अल्लाह में विश्वास रखता है दूसरे वो इन्सान जो न तो इस्लामिक अल्लाह को मानता है और न नबी को पैगम्बर मानता है। दूसरे वाले इन्सान इस्लाम की रौशनी में काफिर है और इस्लामी रौशनी में काफिर वाजिबुले कत्ल हौता है। ये ही आतंकवादी सोच की जड हैं। नफ़रत फैलाती है इस्लामी विचारधारा।
@munaart162 Жыл бұрын
Dhanyad
@user-sy7zp8vy3t10 ай бұрын
पहले पुष्पक विमान काल्पनिक था तो हवाई जहाज ने तुम लोगों का मुंह काला कर दिया.. राम सेतु काल्पनिक था पर सेटेलाइट पिक्चर ने तुम्हारा मुंह काला कर दिया. फिर डूबी हुई द्वारका काल्पनिक थी तो सोनार सिस्टम से डूबी हुई द्वारका मिल गई और तुम्हारा मुंह फिर से काला हो गया ..😂😂
@prodhandas32698 ай бұрын
Kuye k mendok kuye ko hi duniya somajta hai, job kuye se bahar nikal ta hai to sacchai pota cholta mere kehne k matlab hai puniani ji aab aabhi kuye se bahar nikal paye hai so kuye ko duniya samaj bete hai
@user.DeepBrar2 ай бұрын
पुष्क विमान😂 अरे वो तो बिना इंजन के बिना परों के ही उड़ रहा है, कोनसी technology उनके हाथ लग गई थी जो बिना किसी power से ही वो उड़े जा रहे हैं 😂
@swapnil84532 жыл бұрын
This is the real journalism
@dhruvakumar6909 ай бұрын
FROD REPORT ONE SIDE LOVER.JELEBHI NO AGAINST TERROR BOOKS NO VOICE.
@BharatWisdomStudio3 ай бұрын
@@swapnil8453 what a joke 👏👏🤣
@anshul__jogi5 ай бұрын
रामसेतु की सेटलाइट पिक्चर भी वायरल हो चुकी है। सर आपकी आयु का मै सम्मान करता हूं परंतु इस आयु में कम से कम एसी विडियो बनाएं जो सही हो।
@arupkumarjena5178Ай бұрын
Isliye main atheist hoon....bina soche samjhe har cheez ko aankh band karke yakeen nahi karta...🙏
@duggiralatube2 жыл бұрын
We need people like Prof Puniya who use scientific temper to make their point. As Science is the only truth that can make humans more dignified and enlightened.
@SAFFRONINFERNO2 жыл бұрын
LOVE DA Scientific Temper
@kumardesai82412 жыл бұрын
science ki bat manne lagege to zolachhap fakir ka kya hoga..!!😄 kyu ki fir to god ke nam politics karna mushkil ho jayega..!! dusari ko party chunav jitegi to milawatkhor,atyachari,durachari aur balatkari andh bhakto ka kya hoga..!!
@SAFFRONINFERNO2 жыл бұрын
@@kumardesai8241 ISLIYE TERA CROSS MAIBAAP PAPPU JANEUDHARI BANKE GHOOM RAHA HAI HAHAHAHAHAHAHAHAHAHAHAHAHAHAHAHAHAHAHAHAHAHAHAHA DIHADI CHEW TEA
@r.k32612 жыл бұрын
@@kumardesai8241 jholachap ka jhola fatt jaega
@kumardesai82412 жыл бұрын
@@SAFFRONINFERNO tea bola...!! Tea wala...!!?? kya bola..?? tea wala..??? papa ko tea wala bolta hai...!!! fakir jaushe papa ko tea wala..!!
@rajnikantrajnikant84342 жыл бұрын
उत्तर आमेरिका ओर दक्षिण आमेरिका के बीच मे भी ऐसा सेतु है . उसको कौन बनाया और कभी ? राम या रोम. ? ! ? !
@eagleron3 ай бұрын
Or to or south america se bhi ek bridge hai jo Antarctica Tak hai wo bhi kisne banaya 😂😂ram ya rom ye sab geographic activity hai 🙏🙏❤️
@user.DeepBrar2 ай бұрын
@@eagleronवो भी प्रभु राम ने बनाया , अरे राम ने शादी के बाद अमेरिका sattle होना था 😅 इसलिए
@eagleron2 ай бұрын
@@user.DeepBrar ye to galat hai hum lakhsdeep ko chod kar or jagah jate hai ghumne matlab ye trend tabse hai 🤣🤣
@eagleronАй бұрын
@@user.DeepBrar to rawan ka puspak viman chori kar ke le aate fir ghumte petrol dalva kar ! bridge banane ki kya jarurat waha par bhi 🤣🤣🤣us time fund jyada tha kya apna road banvane ka
@aftabalam-zp6ny2 жыл бұрын
पुनियानी जी अच्छे तार्किक इतिहास ज्ञाता हैं। बात कह भी देते हैं। धर्म के कटघरे से अपने को बचा लेते हैं। वैसे बहुत कुछ तर्क तार्किक आधारित ही और सोचने पर मजबूर करने वाले बयान होते हैं। अनर्गल से बचते हैं। बहुत खूब!
@DarshilModi012 жыл бұрын
Vese mahumaad bhi sach nahi vo bhi kalpana hi hain to dusre dharam main apni naak mat gusao
@sumankumarambashta85792 жыл бұрын
Han bhayi jis din muslim dharm ke against bolne lagengain sab tark kutark ban jayega. Ye maha wakwas waykti hai. Koun sa tark 10 book padhkar sab tark kar lega. Inhain kisi ki aastha se koi lena dena nahi hai.
@sumankumarambashta85792 жыл бұрын
Hazrat Mohmed ek unpadh waykti the aur ek kabile ke sardar the. Quran insan ka likha book hai jahan aurat ki koi ijjat nahi hai.
@aftabalam-zp6ny2 жыл бұрын
@@sumankumarambashta8579 , बिना अध्ययन किए, किसी की भी आलोचना ही अशिक्षित होने का प्रमाण है और जाहिल किसी और को कैसे समझ पाएगा।
@aftabalam-zp6ny2 жыл бұрын
@@DarshilModi01 , आपके अनुसार तो सब धर्म ही कोरी कल्पना के अतिरिक्त कुछ नहीं।
@dr.kishorkumar7695Ай бұрын
Very rational and logical explanation by Prof....RADIOCARBON DATING cannot lie.
@shakeelasif57302 жыл бұрын
True Analysis by Dr Punyani!!!
@narendrakumarbauriya31482 жыл бұрын
अंधविश्वास, पाखंड, जातिवाद, भेदभाव, छुआछूत, ऊंच-नीच के खिलाफ जंग जारी रहेगी।जयधर्मनिरपेक्ष जय नास्तिक जय विज्ञान जयभीम नमो बुद्धाय जय अशोक सम्राट जय पेरियार स्वामी। जय भारत जय संविधान जय लोकतंत्र जय न्यायालय 🙏
@Mr.master752 жыл бұрын
दूसरों की जय से पहले खुद की जय करें
@shibasahu22082 жыл бұрын
JAY Bheem.
@santoshpaldigouda5716 Жыл бұрын
@@Bharatvarsh20477 shahi baat hai.
@anilsingh-ej5jd10 ай бұрын
😂😂😂😂😂😂😂😂
@yuvrajsinh9997 ай бұрын
To phir ye bat bhi kyu nahi mante ki constitution ko akele ambedkar ne nahi banaya tha , vo to sirf chairman tha committee ka.
@Adivasilover102 жыл бұрын
Thank you Dr Ram puniya ji. You are authentic as always
@anupamghosh89582 жыл бұрын
Tuskey Aurangzeb ki Amma hai aur Puniyani Aurangzeb ki Baap hai....😎😎😎
@SAFFRONINFERNO2 жыл бұрын
Even a Street Thug would have more credibility than this Joker
@nilch14592 жыл бұрын
😂😂😂🌵
@tanveer.oakasa2 жыл бұрын
It’s fun to see Kyaaa kahtaa hi islam - Remake with Ben Bulayaa mahmaaan
@Adivasilover102 жыл бұрын
@@tanveer.oakasa , the comment was not for 2 nafrati chittu
@shivkumarmohite46722 жыл бұрын
रामसेतु पर कम रामायण पर अधिक बोल गये. एक और चैनल ने सही और वैज्ञानिक तौर पर विश्लेषण कर बताया है कि रामसेतु जैसी कोई चीज कभी वहां नहीं थी.
@pinkpasa26342 жыл бұрын
Plz link 🙏
@shivkumarmohite46722 жыл бұрын
@@pinkpasa2634 type 'science journey '. There are 100s of videos.
@pinkpasa26342 жыл бұрын
@@shivkumarmohite4672 Thanks a lot ❤
@gopalbhadiyadra5568 Жыл бұрын
Konsi chenal pe thi murkh link bhej
@justhuman.78611 ай бұрын
@@shivkumarmohite4672scienjourney!!???😂😂😂😂😂. Tu itna murakh hay ki ek makkar ko sach manta hay kitna padha hay tu ???
@healthguru10010 ай бұрын
उस समय के लोग सूर्य चान्द और मंगल पर तो नहीं पहुंचे थे परन्तु पत्थर को, तैराना सिख गये थे आज के वैज्ञानिक भी जल्दी से हमारे पुराणों का ज्ञान सिख कर पत्थर तैराना सिख जाए ं
@samreshoraon9 ай бұрын
पूरा रामायण, महाभारत, वेद सब काल्पनिक है
@dchetia88472 ай бұрын
Bilkul sahi kaha
@jivannishad39822 ай бұрын
Tera dada pardada bhi kalpnik h kya
@thegame27522 ай бұрын
True that…
@nabinkhadka47732 ай бұрын
Prove ... You must have been bought by someone so good bro
@nabinkhadka47732 ай бұрын
Who are you to say fiction or fact ? How intellectual you are !!!!! Brain washed
@satyendrasingh14711 ай бұрын
सोनिया गांधी ने राम को काल्पनिक साबित करने के लिए कुछ लोगों को इतिहासकार बनाया थे आप उनसे अलग है या उन्ही में से एक हैं
@dilipjadhao48822 жыл бұрын
सत्य को नकरनेवाले नकारेगे, उन्हें सत्य सुनाकर क्या करे, उन्हें मालूम है हम क्या कह रहे हैं।
@mobeenmalik25382 жыл бұрын
Thank you..for this humble and scientific dilouge
@mohdfiroz974710 ай бұрын
@@rahuljadhav5599,Tere bas ki baat nhi, Samajhna, Jankari ki niyat se padho to jano.
@asahmed240210 ай бұрын
Hum muslim bangye hai Allaah SWT ka lakh lakh sukriya nhi tho hum bhi in kalpnik God ki samne shar jukate rehte aur nark jane ke raste saf hojata. Brahmino ka asli darm se koi lena dena nhi unko sirf aur sirf ugahi karna hai aur logo ko asli khuda se dur rakna hai. Murtiyon ko pujna matlab nark jane ka guarntee.
@user-sy7zp8vy3t10 ай бұрын
@@mohdfiroz9747पहले पुष्पक विमान काल्पनिक था तो हवाई जहाज ने तुम लोगों का मुंह काला कर दिया.. राम सेतु काल्पनिक था पर सेटेलाइट पिक्चर ने तुम्हारा मुंह काला कर दिया. फिर डूबी हुई द्वारका काल्पनिक थी तो सोनार सिस्टम से डूबी हुई द्वारका मिल गई और तुम्हारा मुंह फिर से काला हो गया ..😂😂
@YogenderWarkadhe6 ай бұрын
Ap log hme histry se avgat kara rahe iske liye bahut bahut dhnywad🙏
@LakraMichael3 ай бұрын
सचाई कड़वी होती है इसलिए ढोंग लोगों को बहुत बुरा लगेगा
@ataharhussain97982 жыл бұрын
राम पुनियानी जी ! गहराई से इतिहास पर तार्किक और सार्थक ज्ञाता हैं !! !! ना काहू से दोस्ती ना काहू से बैर !! निति पर चलने वाले मार्मिक व्यक्ति हैं इनको लांक्षित करना एक मुर्खतापूर्ण ही होगा !!
@Rahul-vl6bu2 жыл бұрын
Ex-muslim same tark deta Hain Islam ka bada main...
@saurabhsinghchauhan54822 ай бұрын
श्रीलंका के लोग इसे बुद्ध से जोड़ते थे, नौंवी शताब्दी में अरबी व्यापारी इसे आदम से जोड़ने लगे ...हिन्दू राम से, कृष्णदेव राय के एक अभिलेख में इसका नाम रामसेतु लिखा है.
@Akhilesh.Shukla2 ай бұрын
निस्पक्छ विवेचना के लिए आप लोगों का धन्यवाद ,देश में धर्म को प्राथमिकता देते हुए वैज्ञानिकता को दबाया जा रहा है ये प्रगतिशील समाज बनाने में रोड़ा बनता है
@prafullpandhare9943Ай бұрын
सही कहा , ये देशविकास का 'सेतू' नही , बल्की देशविकास में 'रोडा' हे l
@SunilBaghel-dt9mvАй бұрын
आपका, घनीयबाद🙋♂️🙏 💯👏
@whykoks2 жыл бұрын
हे 33 करोड़ हिंदु देवी देवताओं, जब भी कोई आपका अपमान करता है तो हम अपनी जान दांव पर लगा देते हैं और आप हमारे ऊपर ये प्राकृतिक आपदा छोड़ देते हैं? ऐसा क्यों भगवान? हिंदु होने का इतना बड़ा दंड? अभी कल ही आपने हिंदुओं से भरी हुई हेलीकॉप्टर गिरा कर 7 लोगों की जान लें ली?
@Top_Dogs2 жыл бұрын
सीधे ऊपर बुला लिए गए 🤣🤣🤣🤣🤣
@madhukanwar39962 жыл бұрын
उन्हें मोक्ष की प्राप्ति हुई है वत्स, सांसारिक लोग इसे दुर्घटना के नाम से संबोधित करते हैं
@Face42610 ай бұрын
बलि देना और मांस तो हिंदू बहोत खाते हे, हालाकि 5 बड़ी beef company ब्रामण or हिंदू की ही हे , अब में हिंदू ग्रंथ से सबूत देता हु, देवताओं को प्रसन्न करने के लिए बलि का प्रयोग किया जाता है। बलि प्रथा के अंतर्गत बकरा, मुर्गा या भैंसे की बलि दिए जाने का प्रचलन है। हिन्दू धर्म में खासकर मां काली और काल भैरव को बलि चढ़ाई जाती है। पूर्वी भारत के असम, ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा राज्यों के साथ-साथ नेपाल देश में भी पशु बलि की प्रथा है।. बलि देना और मांस तो हिंदू बहोत खाते हे, हालाकि 5 बड़ी beef company ब्रामण or हिंदू की ही हे , अब में हिंदू ग्रंथ से सबूत देता हु, देवताओं को प्रसन्न करने के लिए बलि का प्रयोग किया जाता है। बलि प्रथा के अंतर्गत बकरा, मुर्गा या भैंसे की बलि दिए जाने का प्रचलन है। हिन्दू धर्म में खासकर मां काली और काल भैरव को बलि चढ़ाई जाती है। पूर्वी भारत के असम, ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा राज्यों के साथ-साथ नेपाल देश में भी पशु बलि की प्रथा है।. मनुस्मृति हिंदुओं के सबसे लोकप्रिय, मौलिक और पवित्र ग्रंथों में एक है. मनुस्मृति के श्लोक 30, अध्याय 5 में लिखा गया है- ‘खाने योग्य जानवरों का मांस खाना पाप नहीं है क्योंकि ब्रह्मा ने खाने वाले और खाने योग्य दोनों को बनाया है.’ मनुस्मृति के श्लोक 3.267 से 3.272 तक में, मछली,हिरण, मृग, मुर्गी, बकरी, भेड़ और खरगोश के मांस को बलि के भोजन के रूप में मंजूरी देता है. अंबेडकर ने प्राचीन काल में हिंदुओं के गोमांस खाने की बात को साबित करने के लिए हिन्दू और बौद्ध धर्मग्रंथों का सहारा लिया. अंबेडकर ने लिखा है, "ऋगवेद काल के आर्य खाने के लिए गाय को मारा करते थे, जो खुद ऋगवेद से ही स्पष्ट है." ऋगवेद में (10. 86.14) में इंद्र कहते हैं, "उन्होंने एक बार 5 से ज़्यादा बैल पकाए'. ऋगवेद (10. 91.14) कहता है कि अग्नि के लिए घोड़े, बैल, सांड, बांझ गायों और भेड़ों की बलि दी गई. ऋगवेद (10. 72.6) से ऐसा लगता है कि गाय को तलवार या कुल्हाड़ी से मारा जाता था तैत्रीय ब्राह्मण में बताई गई कामयेष्टियों में न सिर्फ़ बैल और गाय की बलि का उल्लेख है बल्कि यह भी बताया गया है कि किस देवता को किस तरह के बैल या गाय की बलि दी जानी चाहिए." वो लिखते हैं, "विष्णु को बलि चढ़ाने के लिए बौना बैल, वृत्रासुर के संहारक के रूप में इंद्र को लटकते सींग वाले और माथे पर चमक वाले सांड, पुशन के लिए काली गाय, रुद्र के लिए लाल गाय आदि." नेपाल, यज्ञ स्थल "तैत्रीय ब्राह्मण में एक और बलि का उल्लेख है जिसे पंचस्रदीय-सेवा बताया गया है. इसका सबसे महत्वपूर्ण तत्व है, पांच साल के बगैर कूबड़ वाले 17 बौने बैलों का बलिदान और जितनी चाहें उतनी तीन साल की बौनी बछियों का बलिदान." मनुस्मृति हिंदुओं के सबसे लोकप्रिय, मौलिक और पवित्र ग्रंथों में एक है. मनुस्मृति के श्लोक 30, अध्याय 5 में लिखा गया है- ‘खाने योग्य जानवरों का मांस खाना पाप नहीं है क्योंकि ब्रह्मा ने खाने वाले और खाने योग्य दोनों को बनाया है.’ मनुस्मृति के श्लोक 3.267 से 3.272 तक में, मछली,हिरण, मृग, मुर्गी, बकरी, भेड़ और खरगोश के मांस को बलि के भोजन के रूप में मंजूरी देता है. अंबेडकर ने प्राचीन काल में हिंदुओं के गोमांस खाने की बात को साबित करने के लिए हिन्दू और बौद्ध धर्मग्रंथों का सहारा लिया. अंबेडकर ने लिखा है, "ऋगवेद काल के आर्य खाने के लिए गाय को मारा करते थे, जो खुद ऋगवेद से ही स्पष्ट है." ऋगवेद में (10. 86.14) में इंद्र कहते हैं, "उन्होंने एक बार 5 से ज़्यादा बैल पकाए'. ऋगवेद (10. 91.14) कहता है कि अग्नि के लिए घोड़े, बैल, सांड, बांझ गायों और भेड़ों की बलि दी गई. ऋगवेद (10. 72.6) से ऐसा लगता है कि गाय को तलवार या कुल्हाड़ी से मारा जाता था तैत्रीय ब्राह्मण में बताई गई कामयेष्टियों में न सिर्फ़ बैल और गाय की बलि का उल्लेख है बल्कि यह भी बताया गया है कि किस देवता को किस तरह के बैल या गाय की बलि दी जानी चाहिए." वो लिखते हैं, "विष्णु को बलि चढ़ाने के लिए बौना बैल, वृत्रासुर के संहारक के रूप में इंद्र को लटकते सींग वाले और माथे पर चमक वाले सांड, पुशन के लिए काली गाय, रुद्र के लिए लाल गाय आदि." "तैत्रीय ब्राह्मण में एक और बलि का उल्लेख है जिसे पंचस्रदीय-सेवा बताया गया है. इसका सबसे महत्वपूर्ण तत्व है, पांच साल के बगैर कूबड़ वाले 17 बौने बैलों का बलिदान और जितनी चाहें उतनी तीन साल की बौनी बछियों का बलिदान."
@sundeutschАй бұрын
Well explained sir. It's exactly sedimentation of rocks.
@horrorshorts07 Жыл бұрын
bilkul shi h vha rameshwarm mandir bhi khud ban gya.. phr vha ke pathar bhi aise bn gye jo khud terne lg gye..ye bhi shi h ramayan m unhone phle hi sare location ke naam rkh diye khud jaa kr jiss naam se aaj bhi vo jgha jani jati h kmaal h na..
@aejazahmed4452 жыл бұрын
when Rambhakt Hanumanji had capacity to fly carrying a whole hill for Sanjeevani booti , he could have easily shifted the whole of wanar sena along with Sri Ram to Lanka by flying across the sea. Hence the construction of a bridge (Ramsetu) wasn't necessary , which was actually constructed or not remains a question mark. But Punyaniji proved by using scientific evidences from NASA that the bridge is a natural phenomena which was present since one lakh year.
@nirmalbhel32312 жыл бұрын
Good point... Quran Bible says Earth was created first, then days and night then sun and moon and then stars. Hinduism says rahu swallows sun during solar eclipse... these are wrong. Many people are leaving their religion and becomng a good human
@piyushbhandari312 жыл бұрын
We need to promote science temper not madarsachap temper, by the way earth is not flat and we can pray from any direction to point any specific thing 😉
@aejazahmed4452 жыл бұрын
@@piyushbhandari31 It is mentioned in Quran that the shape of earth is like the shape of an ostrich egg which is geo spherical. I think you got the misinformation from WhatsApp University of bjp IT cell.
@piyushbhandari312 жыл бұрын
@@aejazahmed445 if earth is similar to sphere then you can pray in any direction as ultimately you will face required building. Simple question why it is instructed to pray in specific direction? Comman sense is not comman..
@aejazahmed4452 жыл бұрын
@@piyushbhandari31 not in any direction but facing towards the Kibla direction, i.e eastern residing should face west, west residing should face east , north residing should face south, south residing should face North with reference to the kaaba (Mecca).
@riteshsherikar476110 ай бұрын
Puniya surji aapki baat bilkul satye hai . Very gd massage . Thank u sir mukeshji ko bhi salam.
@predeepkeshari9864 Жыл бұрын
आप ने सत्य को सामने रख्या ओर भी विडियो में रखते है जो हम लोग नहीं जानते उसके लिए आप का धन्यवाद जय बुद्धी जय ज्ञान और तिसरी ॲख
@gyankhandan7 ай бұрын
correct
@janbodhi20182 жыл бұрын
Correct analysis. Rampuniani amd mukesh kumar both are intelactual personality.
@sujeettelang4891 Жыл бұрын
Bharatiya culture, Yog tumhari kalpana se bohot bohot bada hai, aur haan Puniyani bhagwaan nahi hai😅
@abidrab91052 жыл бұрын
Excellent video, very informational
@dattalambe3940 Жыл бұрын
❤बहुत बहुत धन्यवाद ❤ सत्ये मेव जयते ❤ हम अक्कल के दुस्मण है❤ इतिहास पढना चाहिए❤
@VipinSharma-xi1ms2 жыл бұрын
सबका मालिक पालक और मंजिल एक ही है " कुदरत " बस जीवन के सफ़र में अंधभक्ति के कांटे ही कांटे हैं ! सत्यमेव जयते 🌄🌳🤚❤️🌱🌾💚🙏
@ANGEL210578 ай бұрын
V important debate, Thanks sir.
@nirajsingh-zo7tt2 жыл бұрын
दुनिया के सर्व ज्ञानी पुण्यायनी जी को पूरे ब्रह्मांड का ज्ञान हे,प्रकाश का उदय इनके कारन हुआ
@user-sy7zp8vy3t10 ай бұрын
पहले पुष्पक विमान काल्पनिक था तो हवाई जहाज ने तुम लोगों का मुंह काला कर दिया.. राम सेतु काल्पनिक था पर सेटेलाइट पिक्चर ने तुम्हारा मुंह काला कर दिया. फिर डूबी हुई द्वारका काल्पनिक थी तो सोनार सिस्टम से डूबी हुई द्वारका मिल गई और तुम्हारा मुंह फिर से काला हो गया ..😂😂
@klgautam4809 Жыл бұрын
मैं आप दोनों Dr Mukesh Kumar and Dr Ram Puniyani को बहुत बहुत साधु वाद करता हूँ कि वह सत्य को उजागर कर रहे है जो कि आज के परिवेश मे बहुत जरुरी है क्योंकि आज हम वैज्ञानिक युग में जी रहे है अभी अभी ISRO के द्वारा चंद्र यांन चंदमा पर भेजा गया है वहाँ की भौगोलिक जानकारी के लिए ऐसे समय मे यदि हम अपने बच्चों को काल्पनिक कहानियों को यह कह कर पढ़ाएंगे कि हमारे पूर्वजों द्वारा ऐसा ऐसा किया गया है तो इससे बच्चों को सही जानकारी नही हो पायेगी और उनका मानसिक विकास भी जहा तक मेरा मानना है रुक जायेगा वह भी काल्पनिक चीज को सही मानने लगेंगे जो उनके लिए ठीक नहीं होगा I मेरे हिसाब से इस पर प्रतिबंध लगना चाहिए नही तो बच्चों का मानसिकता विकास रुक जाएगा I आश्चर्य तो इस बात का है कि सरकार भी इस तरह के मसाले को राजनैतिक लाभ उठाने के बारे कुछ न कुछ करने लगती है I🙏
@v.pverma5 ай бұрын
I was searching the truth and you brought us front of us. We are very thankful for your efforts to stand with truth.
@RajshantiShanti3 ай бұрын
Bahut hi vaigyanik vishleshan.
@MTR-Bokt_642 жыл бұрын
राम सेतु किया पुरा रामायण हि काल्पनिक है एक मन गड़त कहानी है
@thanksjesusministrybysagar2 жыл бұрын
Iska koi subut he ye kalpnik he ramyan aur ved varn vivestha ?
@saratsingh55332 жыл бұрын
ओहो देखो आम आदमी के विचार तो देखो दूसरों का धर्म मन करत तो खुद का धर्म
@shirleysamuel9663 ай бұрын
Scientific explanations are essential for people to start thinking without bias
@vidyadharkhare626525 күн бұрын
Can you say something about fantastic stories in Christianity and Islam? Who Mary remains virgin after giving birth to a child?
@drmpsinha64612 жыл бұрын
Professor Purniyani has explained the facts of the so- called Ram Setu lucidly . Both the names--Ram Setu and Adam' s Bridge -- are controversial as one is related to Sanatan Dharm and the other to Abrahamic religions . As Professor Purniyani has explained the rocks of the so-called bridge are one lakh years old . Homosapiens came about 15000 years old . Ram and Krishna are not mentioned in the Vedas . Likewise Shrilankans deny the existence of Ravana . l have written in my book Religion, Family line and Indian Polity that the the Mahabharata and the Ramayana are epics , not history . Manusmriti was written in the fifth century CE or Common Era . There was no caste system in the time of the Buddha . Professor Purniyani has explained the facts of the so called Ram Setu scientifically . Hats off to the learned professor . 🙏🙏
@sundeutschАй бұрын
हर कुदरती प्रक्रिया को वैज्ञानिक दृष्टिकोण और Carbon dating की मदद से समझना चाहिए। आस्था और मिथक से नहीं।
@vikasmishra9846 Жыл бұрын
डॉ राम पुनियानी और डॉक्टर मुकेश कुमार जी श्री रामायण जी और श्री राम जी को समझना आपके बस की बात नहीं है क्योंकि "हरि अनंत हरि कथा अनंता" और सुनो "जब बहु काल करिअ सतसंगा।। तबहिं होई कछु संसय भंगा।। सियावर रामचन्द्र की जय।।
@Ex-theist Жыл бұрын
Brahman 😂😂😂eureshian nikalo
@MdDaudmiya-xb7jkАй бұрын
आदम अलैहिस्सलाम जो दुनिया के पहले इंसान है
@shashilearn6269 Жыл бұрын
रामायण तो बहुत है लेकिन वाल्मीकि जी की रामायण प्रमाणिक मानी जाती है। और हिंदी में रामायण की बात करे तो रामचरितमानस है। दूसरी बात लौह युग मे पत्थर से पुल नही बनाया जा सकता ये कैसा कुतर्क है। कृपया बताएं कि लौह युग मे कितने लौहे के पुल बनाये गए। कौनसा पहला पूल लोहे युग मे लौहे का बनाया गया। कृपया माननीय इतिहासकार बताए।
@arunprajapati89243 ай бұрын
Ramsetu ki carbon dating se pta chala hai ki ye setu ek lakh sal se bhi jyada purana hai aur ye natural process se bna hai jaise himalaya bna hai,
@PRSINGH25722 ай бұрын
@@arunprajapati8924 NASA વાડા ખુદ નકારી કાઢયું રામસેતુ બાબતમાં અને BJP ની ઉમા ભારતી દ્વારા પણ ત્યાં research કર્યુ હતું તેણે પણ નકારી કાઢ્યું છે
@Dadadadadadada4402 ай бұрын
Ram setu ke pathar pe ram likha hona chahiye kisi me bhi nhi dikha
आपके vidiyo बहोत ज्ञानवरधक होते है बहोत महत्वपूर्ण जानकारी मिल रहि है बहोत बहोत धन्यवाद आप दोनो का
@bhupatverma97702 жыл бұрын
रामायण काल्पनिक नहीं यह मसला तो एक युग पहले का है कुछ तो जरूर हुआ
@manojtripathi58032 жыл бұрын
सर कभी इस्लाम के बारे में थोड़ी बहुत जानकारी दे दिया करे ।
@हमसाथसाथहैं-ङ3ष2 жыл бұрын
आप विश्लेषण मनुस्मृति और वर्ण व्यवस्था का सुने।
@jogendramahant88952 жыл бұрын
uske bare me kuchh nahi jante hai
@rakeshpant7906 Жыл бұрын
Mukesh Kumar and Puniyani can you make a single program on any religious topic related to Islam. You can detroit hindu belief this is finest example of the Hindu cultural beauty. Pl consider.
@maharudragiram4045 Жыл бұрын
सही कहा आपने
@poojaarjumishra982311 ай бұрын
Bhai yogendra mandal k bare me hi bata do ki katuoo ne kaise liya unko
@C.S.waskel932 ай бұрын
में भी रामायण में विश्वास नहीं रखता😅
@nooruddinkhan92292 жыл бұрын
जिस प्रकार नदी और पहाड़ किसी ने नहीं बनाए उस लोजिक से तो 100% प्राकृतिक होना चाहिए।
@nirmalbhel32312 жыл бұрын
Quran Bible says Earth was created first, then days and night then sun and moon and then stars. Hinduism says rahu swallows sun during solar eclipse... these are wrong
@pawankumargupta63122 жыл бұрын
नारायण नारायण, लंका पर चढाई करने के लिये राम के नाम से लिखे तैरते पत्थरों से बनाये गये "राम-सेतु" पर राम-भक्त हनुमान और उनकी सैना क्या पैर रखकर लंका पर चढाई कर सकती थी जबकि अभी भी राम के मंदिरों में राम नाम के पत्थर "राम-मंदिरों" की दीवारों और छतों पर लगाये जाते है फर्श पर नहीं जिससे राम के नाम पर भक्तों के पैर ना पड़े। नारायण नारायण 🙏
@rickypointing95992 ай бұрын
Bhai main ak baat puchna chahta hu agar pata ho to jarur jawab dena. Q) Ap ram ko kis base pe bhagwan bolte ho ram ka pura naam tha purushottam ram matlab ( purusho main sabse uttam ) to bhai purush matlab admiyo main sabse behtar insan jab wo sabse behtar insan the to aplog unhe bhagwan kyu bolte ho wo to behtar insan the na aur insan bhagwan nahi ho sakta kabhi so please meri is baat ka reply jarur de wo bhi sahi pata karke.
@कर्नलसिंगहरभजनАй бұрын
😂😂 उस समय सभी बंदर शिक्षित हुआ करते थे उन्होने ने ही ईंट पथरों पर राम लिखा होगा,,
@AatmaramRathore-d5eАй бұрын
अरे "" राम "" नाम लिखने से पत्थर तीर जाता है तो ये सेतू डूब क्यों गया 🤔😒😏😲😉🤷♂️ ?
@arupkumarjena5178Ай бұрын
😂😂
@indian61682 жыл бұрын
Dr.sab I really appreciate ur efforts. .
@user-sy7zp8vy3t10 ай бұрын
पहले पुष्पक विमान काल्पनिक था तो हवाई जहाज ने तुम लोगों का मुंह काला कर दिया.. राम सेतु काल्पनिक था पर सेटेलाइट पिक्चर ने तुम्हारा मुंह काला कर दिया. फिर डूबी हुई द्वारका काल्पनिक थी तो सोनार सिस्टम से डूबी हुई द्वारका मिल गई और तुम्हारा मुंह फिर से काला हो गया ..😂😂
@Krama95172 ай бұрын
" जब श्री राम जी मर्यादा पुरुषोत्तम है तो राम सेतु अमर्यादित कैसे हो सकता था क्या यह इस मृत्यु लोग मै संभव है की पत्थर तेर सके वो भी राम जी के सामने यदि उस समय पत्थर समुंद्र मै तेरते तो राम जी कभी भी मर्यादा पुरुष्टोत्म नही कहलाते क्योंकि पत्थर का तैरना असामान्य घटना है जो इस मृत्यु लोक की मर्यादा को तोड़ती है इस मर्यादा की रक्षा करते हुऐ राम सेतु का निर्माण हुआ है राम सेतु के पत्थर कभी तेरते नही है बल्कि वो समुंद्र के ऊपर रखे है और वो भी पहाड़ के ऊपर वो इतना बड़ा पहाड़ वहां कहां से आया यह बताया जाएगा आगे कभी।
@rickypointing95992 ай бұрын
Bro pehle unke naam ko samjho aur meri ak baat ka jawab do. (purushottam ram) Matlab purusho main sabse uttam admiyo main sabse behtar insan to bhai jab ram ji insano main sabse behtar insan the to ap log kis base pe unhe bhagwan bolte ho bus mujhe to is baat ka jawab jarur dena bro please.
@bajithasm9692 жыл бұрын
Dr. Puniya explains in very simplified manner based upon scientific reasoning. Further, Dr. Mukesh kumar, please note that history of Islam is not a mythology.
@Arjungrt2 жыл бұрын
Islam is neither mythology nor history .it is just man made thing
@mnsundher2 жыл бұрын
History of Islam, Hinduism and Christianity all are just a semi fictional story. What did happened in a human life had been made super fictional in a course of ages...
@rpstatus24212 жыл бұрын
@@mnsundher Islam is just 1600 old religion it's not fiction
@jafarsadikmulla396010 ай бұрын
@@rpstatus2421 Islam on Earth since it's formation you get everything till date nothing fiction atall so please read n try to understand as most intellectuals doing across globe and found truth n embrace Islam without any options and you are noticing the rapid Islam spread across globe, May Almighty guide you Aameen...
@acharyapraful47872 ай бұрын
Yah galat bol rahe hai mahabharat ko 5000 sal hua hai naki ramayan ko
@ashuahmed18962 жыл бұрын
Scientific, logical description be accepted in any matter. Many thanks sayeed ahmad
@nirmalbhel32312 жыл бұрын
Quran Bible says Earth was created first, then days and night then sun and moon and then stars. Hinduism says rahu swallows sun during solar eclipse... these are wrong
@rasidbhaidodia6570Ай бұрын
Christian islam says this setu made by first man Adam
@anilsarkar-gw7wn Жыл бұрын
I owe both you for your vital service as an acid test objective catalyst,
@yashprabhadhargal719611 ай бұрын
Who was George Sorros?
@dr.bakerali17142 жыл бұрын
वास्तव में ये सेतु प्रकृति निर्मित है। इसीलिए इसे शायद आदम ब्रिज या राम(ईश्वर) सेतु कहते हैं। जो भी है सब ईश्वरीय है, इसमें वाद विवाद का कोई अवसर नहीं है।
@ranju5392 жыл бұрын
Punyani ya no.1propogandist maker of history hai
@pankajrai74302 жыл бұрын
सत्य हिंदी चैनल हमेशा हमेशा कुछ लोगो को बैठाकर केवल एक पार्टी केवल एक धर्म के बारे मे बोल कर रोते रहते है। हर धर्म के अंधविश्वास के बारे मे बोल के दिखाओ तब माना जाय सत्य हिंदी
@anujshakya250811 ай бұрын
Sahi baat hai baaat ye hai unke khilaf bolege to ye zinda bhi kaha rahege 😢😢😢
@ramanandyada90615 ай бұрын
ये दूसरे धर्म के बारे में कहने की जरुरत तब आती जब वह ऊंच नीच जातीयों के बारे में कहते ऊंच नीच केवल हिन्दू धर्म में आता है
@Mukeshmusic32437 ай бұрын
दादा परदादा राम नाम की माला जपते जपते स्वर्ग सिधार गए और नाती पोते पढ़ लिख कर राम को काल्पनिक बोल रहे वाह वाह क्या खूब ,तो सुनो भाई हजारों साल पहले बने मंदिर जिनको आज का विज्ञान नही बना सकता वो काल्पनिक नही हो सकते
@Dadadadadadada4402 ай бұрын
Mandir kisi ram ya Krishna ne nahi banaye un majduro ne banaye jinko nich jaati ka kaha jata tha Majduri ka credit bhi tu ram ko hi de de
@deepakkumardeepak1272 Жыл бұрын
श्रीराम सत्य है और रामसेतु सत्य है जिनको कल्पना लगती है लगे वाल्मीकि रामायण में जिन जगहों वनस्पति जानवर आदि काफी कीजे वैज्ञानिक तौर पर सत्य है राजनीति और निजी सोच को दूर रहे तो।जय श्री राम 🤗🤗🤗🚩🕉️
@Radheshyamthakur56941Ай бұрын
तो फिर आपको ये भी मानना पड़ेगा की हनुमान ने सीता के सामने राम के शारीरिक अंगों का वर्णन किया है ।
@mohammadshakeel36702 жыл бұрын
मुकेश जी एडम ब्रिज पर प्रकाश डालने का शुक्रिया उम्मीद है एडम ब्रिज पर भी एक कार्यक्रम करेंगे
@akashagarwal24042 жыл бұрын
Adam bharat me paida hua th kya chutiye.. Ye raam setu he.. Maaka madina ki tarah ni jisne dusro ki zameen hathiyayi hui ho
@firstthought97092 жыл бұрын
बिल्कुल आदम ब्रिज.... कुरान ....शरीयत....सब पर बात होगी।
@jasvindersingh951321 күн бұрын
This is strange. Hindus trying to prove Ramayan wrong. Well Ramayan is a gatha. A gatha is neither true nor false. A gatha is there to give u a path . Ramayan essence is amazing. Truely amazing and wow. But to understand essence you need a meditative mind. Good bless u.
@shamsulwares69712 жыл бұрын
A reasonable balance between mythology and scientific findings can enrich culture and civilisation. Mythology should not be confused with history. Thanks to both of you for a genuinely meaningful discussion. 🌹🌹🌹
@JeevanChandrakar92 Жыл бұрын
Gadhe udaane wale dadiyal to na hi bolen
@Upanishad11 Жыл бұрын
You are usefull tool as JNU communists historian from USSR communist 😂😂 , read ideological subversion once you will know you are useful tool 😂😂
@Upanishad11 Жыл бұрын
You are usefull tool as JNU communists historian from USSR communist 😂😂 , read ideological subversion once you will know you are useful tool 😂😂
@Arpan0001411 ай бұрын
Cow worshipper😂😂@@Upanishad11
@Upanishad1111 ай бұрын
@@Arpan00014 so what happened malecch😂😂 if we worship cow ,moon ,sun and whole universe
@acharyapraful47872 ай бұрын
Ramayan me pushpk viman ka bhi jikr tha aur Ramayan valmiki ne hajaro sal pahle bataya tha jo viman ki sodh 147 sal pahele hui to bataiye na
@raupatil8742 жыл бұрын
Good info.... Actually I always thought the same way..... Thanks .
@padamsinghbharti23312 ай бұрын
Thanks for information
@yoginderkandhari73432 жыл бұрын
I hear Ram Puniyani regularly. How I wish we had more level headed historians like him who bust myths without any fear.
@rajendraagrawal5378 Жыл бұрын
He isnot level headed he islike surma bhopali And u r also like bhpali ki bakwas dunanewale ki tarah
@monsterGaming-rf9oi11 ай бұрын
Ryt
@rohithchakka65983 ай бұрын
So according to him no temple is destroyed in India 🙏😊
@subhashdhurve5018Ай бұрын
सेतू वेतू कुछ नहीं है यह कोरल रीफ है। रेत का जमने से बना ठोस भाग हैं।।😅😊
@saimaahmed87592 жыл бұрын
I am a Pakistani Muslim who also has interest in interfaith knowledge. I usually watch the programs of the two of you that is, Yourself and Prof Puniyani, and I must congratulate you both on the issues you raise and the unbiased discussions you have. I have one request based on what I have observed for a year or two watching various Indian programs: If and when, there is a need to say something relevant to Islam the religion, please check it with either the Quran directly, or from some authentic Indian Muslim Scholar of Quran. I see a lot of extreme misconceptions in India, about Islam the Religion. Muslims have just ONE DIVINE book, and they are the only ones in the World who claim that this Book has not changed even one bit over centuries. What Muslims like me care about the most is, that Islam the faith is not misinterpreted and misquoted as something which is NOT ISLAM AT ALL! Once again, I truly appreciate the efforts of you both in conducting such intellectually invigorating programs on extremely controversial issues!
@sumankumarambashta85792 жыл бұрын
Quran main bahut sari batain faltu likhi huwi hai. Han ye ek dharmik book hai isliye iske kisi bhi sentence ko badla nahi ja sakta. But ye authenticated nahi hai. Chuki aap islam ke follower ho isliye aapka dil nahi manega ki koi Quran ko galat bole but jo hai uske liye duare ke vichar ka samman karna sikho. Apna dafli apna rag mat apnao. Kamiyan har dharm main hai as per mythology samay samay per science use jhootha sabit karta hai lekin dil kisi mamta hai aur kisi ka nahi mana hai. Day by day reform har dharm main ho raha hai. Chuki sanatan dharm jyada purana hai isliye iske aaj se match nahi karta hai.
@saimaahmed87592 жыл бұрын
@@sumankumarambashta8579 Mein pooray INTEREST say jaanna chahtee hoon kay kiya aap nay poora Quran translation say parha hai....agar naheen, to baghair READING kiyay judgement paas karna JAHALAT kehlaata hai
@saimaahmed87592 жыл бұрын
Sanatan Dharm bhi koi Allah ka paighambar hee laya hoga India waali zameen par....baad mein woh corrupted ho gaya....Creator to AIK hee hai Duniya ka, USSKA MESSAGE jo ussnay HUMANS ko baar baar bhaija different historical periods aur nations ko, woh ab SIRF QURAN ki form mein maujood hai...baaqi sab FAKE STORIES hain
@atulsingh44952 жыл бұрын
Kuran has changed time to time added so many verses if you want to know just check the older copy keeping in Turkish museum.
@sumankumarambashta85792 жыл бұрын
@@saimaahmed8759Yahi bat hai tumhara ghundi fansa huwa hai challange kiya tha na quran ka Wasim Rijwi ne fir koi moulana ke pas jawaab nahi tha. Han koi bhi dharmik book alter nahi kiye ja sakte isliye SC ne uski yachika khariz ki ab koi kahe geeta main ye galat hai to usko koi badal nahi sakta hai. Jo likha gaya hai wo likh gaya hai. Kuchh log geeta ke aatma ke sidhyant ko khariz karte hain unke hisab se aatma hoti jarur hai but wo kisi prani ke marte hi uske sath nast ho jata hai. Ab koi bole ki swarg / jannat hota hai kisi ke pas jwab nah hai kyounki jo gaya hoga bhi wo lout kar aaya nahi fir koi kaise kah sakta ki jswarg/annat hai ye sab mythology hai aur logon ko galat karne se rokne ke liye hai. Bahut sari batain sirf logic per aadharit hai. Kisi bhi dharmik granth ka pukhta praman koi nahi de sakta. Kiya koi sabit karega ki jannat main 72 hur hain surf kitab main likhi baton ko praman nahi man sakte but ye sirf aastha ka swal hai aur kuchh nahi scientific nahi hai. Quran aur Geeta ka interpretation per koi judgement nahi diya ja sakta hai jabtak ki scientific na ho. Ab koi kahe ki Allah ke marzi se koi patta nahi hikta aur maine Allah ki marzi se qatal kar diya to use kiya saza nahi hogi. Tab kahengain ki sab allah ne kiya mera koi dosh nahi hai. Quran kahta hai ki jo Islam ko follow kare wo qafir hai. Kyoun bhayi ye jabardasti hai aapko koun ijajat deta hai dusron ko kafir bolne aur bolne ke liye kita ye sab authenticated hai. Aap kisi ko kafir kahkar mar sakte ho. Yahi sab to galat hai. Jab moulana ko bolne kaha jata hai to bolte hain ye us samay ki parishti ke hisab se hai iska clear meaning hai wo aaj ke samay main galat hai yahi main kahna chahta hun.Ab koun tay karega ki falan moulana ka tark sahi hai aur flan ka galat similarly Geeta ka koun sahi wayakhyan kar raha jo karega wo apna tark dega. Isliye maine likha hai ki kisi ka dil nahi manega ki uske dharm granth main kuchh galat hai. Ye koun tay karega ki Geeta quran aur Bible main sab sahi batain likhi gayi hai. Agar sab sahi hai to kisko follow karain.
@DeepakSharma-mg3utАй бұрын
विज्ञान से बड़ा कोई नहीं जो विज्ञान कहेगा वहीं सच।
@saicomputeraccounts4147Ай бұрын
हम इस विवाद में क्यों पड़ें,क्या लेना है हमको राम सेतु से। असली हो या कल्पना,क्या फर्क पड़ता है। लोगों को अपने काम पर ध्यान देना चाहिए ऐसी बेसिर पैर की बकवास में नहीं उलझना चाहिए। समझ नहीं आता देश किस तरफ चल पड़ा है उल्टा आदि युग की ओर।
@misbah51312 жыл бұрын
Our heartily Salaam & uncountable Duaa for Janab Ram Puniani Saheb you're true Great man we love you May Allaah the Almighty bless you and all of us Aameen Ya Rabill Aalameen Aameen Thanks Again
@ghumakad8302 жыл бұрын
Allah nam ka koe chiz nahi bakluind
@swapnilkafare7864 Жыл бұрын
NASA USA research centre accepted the great history of Ramayana..they found and studied all samples of this bridge stone, woods had been made by God Shree Ram ..NASA accepted they seen by satalite and laboratory sample uk as also confirmed... another side in shree lanka there was Rawan and now tample of Rawan ..all r real in Ramayan writing..it's a final
@TalibHasanAbdullah Жыл бұрын
You can't accept the truth 🤣😭🤣
@swapnilkafare7864 Жыл бұрын
This m not telling science speaking... shrilanka,ramsetu,dwarka, mathura all r proofs...
@TalibHasanAbdullah Жыл бұрын
@@swapnilkafare7864 temple and idols are not proof man....they are living in mythological stories and what about 200 version of ramayan in different place.A man can never be god
@swapnilkafare7864 Жыл бұрын
Sant Tukaram. Pune Dehu, Dnyaneshwar plz see spiritual power and real proofs you will realise
@TalibHasanAbdullah Жыл бұрын
@@swapnilkafare7864 I know what is truth and what is false .... don't teach me man ....and I also know what is faith?
@NirmalSingh-jk6md2 жыл бұрын
Indian politicians and so called religious leaders knows very well that it is easier to confuse people on religious line to get their votes and babas survive on their donation.
@rafiquesheikh88092 жыл бұрын
लोगों ने सचाई को अपनाना चाहिए वैज्ञानिक तैर पर । समझ दार लोग समझ ते है
@Mr.master752 жыл бұрын
सही कहा बेवकूफ झूठ को सच मानते है
@JaiHind-lb4bm3 ай бұрын
Quran par kya kahoge
@sakilansari123452 жыл бұрын
Very nice information sir
@pankajgiri32842 жыл бұрын
महोदय, वाल्मीकि रामायण में वर्णित खगोलीय साक्ष्यों के बारे में आपका क्या कहना है, मुझे बताएं। अगर रामायण पौराणिक कथा है तो फिर किसी ने हजारों या लाखों साल पहले पृथ्वी से ग्रहों और सितारों की उन स्थितियों को कैसे देखा।
@amitpatel.ex-hindu31042 жыл бұрын
Thank you all teams 🙏🙏🙏
@user-sy7zp8vy3t10 ай бұрын
पहले पुष्पक विमान काल्पनिक था तो हवाई जहाज ने तुम लोगों का मुंह काला कर दिया.. राम सेतु काल्पनिक था पर सेटेलाइट पिक्चर ने तुम्हारा मुंह काला कर दिया. फिर डूबी हुई द्वारका काल्पनिक थी तो सोनार सिस्टम से डूबी हुई द्वारका मिल गई और तुम्हारा मुंह फिर से काला हो गया ..😂😂