Nai Thakur asali Thakur Hai yah to Mugal Babar aur Angrej aur Congress ka din hai jo uska title chhin kar ke nai jaati Rakh Diya
@R.N.Kao-RAW12 сағат бұрын
Jay Shree Ram *comment id 528* Real hindu accepted this rules are *5* Will you follow 10 passive rules? *Rule 1* Shantidoot dharm dekh ke logo ko marate he Tum dharm dekh ke sabji etc kharidi karoge? *Rule 2* Kam se kam khud ke family ki raksha kar sako itana mentally physically prepare hona chalu karoge?
@jaybhavani841615 сағат бұрын
❤Shastrartha !
@sushilasharma5848Күн бұрын
श्रीमत् भागवत् पुराणके अनुसार पशुपति के रूप में भगवान कृष्ण ही भगवान शिव के अवतार हें; उन्होंने ही महिषासुर का वध किया है।भगवान कृष्ण ठाकुर हें जो कि अहोर, (अघोर,अहूर,अहीर) पन्थी परम्परा से माने गए हें, जो कि यायावर वंश से भी संबंधित है। इसीलिए भगवान विष्णु का सम्बंध ययाति वंश तथा चरवाहों से तथा भगवान कृष्ण का सम्बंध गौपालन से है। हनुमान जी को मूँज का जनेऊ धारण किए हुए बताया गया है जो कि वर्ण व्यवस्था के ही अनुरूप है।
@RajeevRanjanPrasad17 сағат бұрын
हार्दिक आभार।
@chitranjandas7683Күн бұрын
To fir Bastar Rajvansh Chalukya hai ki Kaktiya
@tukarammhanta577Күн бұрын
🇪🇺⚔️ All Budhha Buddisam 🇪🇺⚔️ every where Buddha.
@RajeevRanjanPrasad17 сағат бұрын
:)
@RamdasTiwariКүн бұрын
आप इस HA को भी कुछ जवाब देवे ~ murkh, Gita ko बौद्धों से चुराई बता रहा है ~
@RajeevRanjanPrasad17 сағат бұрын
मित्र सत्य अपना उत्तर स्वयं है। किसी को उत्तर देने की आवश्यकता नहीं, हम प्रमाणों पर सतत बात कर ही रहे हैं वह भी शोध आधारित।
@RohitNishad-k5cКүн бұрын
निषाद इतिहास पर कुछ चर्चा कीजिए सिर जैसे एकलव्य , फूलनदेवी,निषाद राज गुह,सम्राट नल निषाद, महर्षि वेदव्यास , राजा मनुवंशी निषाद ,राजा वेन, सम्राट प्रयागराज निषाद
@RajeevRanjanPrasad17 сағат бұрын
अच्छा विषय है, अवश्य करूंगा।
@mukeshgalable82Күн бұрын
तो ये कोन लोग है जो पुष्यमित्रशुग को गलत तरीके से दिखाते है और उन्हें गलत बताया जाता है सम्राट अशोक ने एकाकी धर्म पर सब कुछ बुद्ध को लूटा दिया तो पुष्यमित्रसुंग ने फिर से अपना धर्म का पुनः निर्माण किया तो इसमें कोई गलत बात नहीं है
@mukeshgalable82Күн бұрын
सम्राट अशोक का सबसे बड़ा धर्म तो प्रजा की सेवा करना था अपने किसी निजी स्वार्थ के लिए सारा धन लुटाना नही सम्राट अशोक का कोई अधिकार नही था की वो अपनी मन की शांति के लिए अपना सारा राज्य और राज कोश ही बुद्ध भिक्छुओ को दे दे ये तो गलत काम किया
@SrikantaMahananda-gx4zr2 күн бұрын
Logon ko apne bhram jaal me fasane wale jaati hai bra-mean (brahmin). 7th century AD me parsi pehliwar bharat me aaye the ashray lene ke liye aur ashray miljane ke baad ashray dene walon se gaddari kia. RIGVED likha gya hai 16th century AD me, SANSKRIT bhasha hai prachin Irani (Avestan bhasha)bhasha aur prachin bharatiya prakrit bhasha se milkar bani hai. Parsi dharm ki pavitra granth ZEND AVESTA aur BRA-MEAN0 ki pavitra granth RIGVED kuch chizen samaan hai. Prachin Irani ya persians khudko ARYAN kehte the. Wese IRAN shabd khud ARYAN shabd se samaanarth hai. Buddh dharm ko mitakar Andhviswash Pakhand Kapat Ahankaar Asamaanata etyadi ko laane wale log Bra-mean haraamkhor kuttey hain. Parsi dharm ki pujari MAGI aur BRA-MEAN ek hi khet ki fasal hain ya MAGI bra-mean0 ki purvaj hain
@ShantanuKachole2 күн бұрын
वाल्मीकि रामायण के अनुसार सुग्रीव द्वारा धरती के भूगोल को समझाइए।
@RajeevRanjanPrasad17 сағат бұрын
अवश्य। हार्दिक आभार।
@jaybharat36772 күн бұрын
सर, आपने एक अनोखे विषय पर अत्यंत ही महत्व पूर्ण जानकारी दी है आपका धन्यवाद 👌🏻👌🏻🙏🏻
@RajeevRanjanPrasad17 сағат бұрын
हार्दिक आभार।
@BinayJha-nq5zo2 күн бұрын
Pranam acharya 🙏🏻
@RajeevRanjanPrasad17 сағат бұрын
प्रणाम मित्र
@priyankprajapati26692 күн бұрын
@RajeevRanjanPrasad भ्राता श्री आप अंडमान प्रवास पर आएं आपसे अनुरोध है।
@RajeevRanjanPrasad17 сағат бұрын
अवश्य प्रियांक जी, मुझे आना है अंडमान, जल्दी ही।
@priyankprajapati26692 күн бұрын
नमस्कार मित्रों। यह सुनने के लिए कान तरस जाते हैं। भारत भूमि की उपयोगिता प्रमाणित करने के लिए पुनः ह्रदय से आपका अभिनंदन भ्राता श्री।
@RajeevRanjanPrasad17 сағат бұрын
हार्दिक आभार
@rj-hd6hy2 күн бұрын
Ram Ram🚩
@RajeevRanjanPrasad2 күн бұрын
हार्दिक आभार।
@aryaashishdharvan62442 күн бұрын
❤❤❤❤
@RajeevRanjanPrasad2 күн бұрын
हार्दिक आभार।
@anusuyadash45652 күн бұрын
❤
@RajeevRanjanPrasad2 күн бұрын
हार्दिक आभार।
@rajeshshinde46532 күн бұрын
ज्ञान वर्धक जानकारी।
@RajeevRanjanPrasad2 күн бұрын
हार्दिक आभार।
@kntiwari57052 күн бұрын
Incredible Bharat
@RajeevRanjanPrasad2 күн бұрын
हार्दिक आभार।
@sanjoyupadhyay10552 күн бұрын
वर्ण व्यवस्था पर व्यापक शोध पर ईसाई इस्लामी वापंथी तथा मूलनिवासी के खोल में विदेशी लोगो को यह वीडीओ अवश्य ही और पूरा सुनना चाहिए।
@utkarshninawe972 күн бұрын
Wo nahi padhenge. Unhe agenda chalana hai
@RajeevRanjanPrasad2 күн бұрын
हार्दिक आभार।
@God.Narayan.is.Real.Truth.2 күн бұрын
Namaskar sir ji AAP ke videos sach me bahut achii or bilkul Pramanik hoti hai aap se ek request hai kya aap samrat Ashoka ke bare me ek detail video bana sakte hai Q ke maine kuch logo ko khete suna hai ke vo janam se Buddha the to koi bol raha Kalinga war ke baad to koi bol raha Kalinga war se 2 saal phele he apna chuke the to koi bol raha phele vo bhagwan shiv ke bhakt the plz agr aap tak mera ye msg jaye to ispe ek video lane ke koshish jarur kare 🙏
@RajeevRanjanPrasad2 күн бұрын
अवश्य। हार्दिक आभार।
@God.Narayan.is.Real.Truth.2 күн бұрын
@@RajeevRanjanPrasad thank you so much Guru ji 🙏❤️
@dewaryaneet39742 күн бұрын
Thanks Sir ❤❤❤❤❤❤
@rrathi30112 күн бұрын
why haathi seal can not be symbolising Laxmi/minerva?
@vishnudevtiwari70302 күн бұрын
हीनताजन्य कुंठा से ग्रसित लोग शायद इस विवेचन से और कुंठित हों पर उनलोगों के लिए ऐसे शोध जरूर फलदायी होने चाहिए जो अपनी ही विभूतियों को कम आँकने वालों की लँगड़ी दौड़ में शामिल होने की फिराक में हैं। आपके वचन निश्चित ही अज्ञानान्धकार को सूर्य-सा बेधने में सक्षम हैं। आपकी आज्ञा से इसे अपने फेबु से साभार शेयर कर रहा हूँ।
@RajeevRanjanPrasad2 күн бұрын
आपका हार्दिक आभार।
@rrathi30112 күн бұрын
Pls make frequent videos as we learn from you! Thank you!🙏
Sir kon se language sabse prachin Pali brambhi sanskrit sabse jada Yea lekor ak video banaye sir
@RajeevRanjanPrasad2 күн бұрын
जल्दी ही यह विषय भी लूँगा।
@Abhijeet_Vishwakarma2 күн бұрын
कृपया आप तमिल संगम के इतिहास पर भी वीडियो लाएं।
@RajeevRanjanPrasad2 күн бұрын
मेरे चैनल पर पुराने वीडियो देखें।
@RKS-mq1ws2 күн бұрын
आपके वाचन अत्यंत ऊर्जावान एवं ज्ञानप्रद होते हैं..सहृदय आभार🙏🙏🙏🙏
@RajeevRanjanPrasad2 күн бұрын
हार्दिक आभार।
@arya360002 күн бұрын
आचार्य जी एक वीडियो हड़प्पा संस्कृति की खुदाई पर बनाएं जिसमे वामपंथी इतिहासकारों द्वारा बताया गया है की खुदाई में कोई शिवलिंग , देवी देवताओं की मूर्तियां नहीं मिली हैं। उनका कहना है की खुदाई में सनातन धर्म के कोई प्रमाण नहीं हैं।
@RajeevRanjanPrasad2 күн бұрын
अवश्य, हार्दिक आभार।
@goswamiyogeshwar20282 күн бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏
@RajeevRanjanPrasad2 күн бұрын
हार्दिक आभार।
@mukeshgalable822 күн бұрын
गुलाम बनाए गए भारतीयों से काम करवाया जाता था क्यों की उन अरबी लोगो से काम करना नही आता था न खेती करना आता था न यहां के बेल गाय का इस्तेमाल करना आता था उन लोगो दे यहां का कोई भी कार्य करना नही आता था उन लोगो ने इसे भारतीयों को गुलाम बनाया जो कोई न कोई काम करने में सक्षम थे
@mukeshgalable822 күн бұрын
जो अरब वाले थे बहुत बड़े भिखारी थे इन अरब वालो नहाने की परंपरा भी भीख में मिली नही तो ये लोग महीनो नही नहाते थे कपड़े भी महीनो नही बदलते थे कुछ अक्ल नाम की चीज नही थी उन्हें अक्ल भी भीख में मिली हमारे देश में आके पहली बार राज महल देखे पहलीबर पीने योग्य जल देखा पहलिवार यहां आके सुंदरता देखी तरह तरह की डिजाइन निकालने वाले कारीगर देखे पहलीबार तरह तरह के गहने बनाने वाले सुनार देखे उसने पहलिवार तरह तरह के नृत्य देखे पहली बार उसने उसने विद्याएं देखी उसने यहां आके तरह तरह की मिट्टी तरह तरह के अनाज देखे और उसको मन को भा गया और ऐसा भाया की उसने दिन रात एक कर दिया इस देश को पाने के लिए जबतक एक एक राज को अपना न बना लिया तब तक रुका नही एक एक गांव को अपना न बना लिया जब तक रुका नही
@pinkudi2 күн бұрын
अद्भुत, अवर्णनिय विश्लेशण। धन्यवाद 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
@RajeevRanjanPrasad2 күн бұрын
हार्दिक आभार।
@anshumalishukla46262 күн бұрын
Adbhut vivran.
@mukeshgalable822 күн бұрын
हजारों साल बाद जब हम पुरानी जानकारी प्राप्त करते है तो पूरी जानकारी नही ले पाते जैसे हम तीन घंटे पिक्चर पूरी देख लेते है ठीक इसे ही कुछ रह जाता है कुछ देखने को मिलता है इसे ही पुराने जमाने में लिखने वालो ने किया कुछ छोड़ दिया कुछ लिखा गया पूरा नही दिखाते नही पूरा लिखते है लिखने वाले जैसे जैसे पीढ़ियां निकलती जाति है और लिखने वाले भी कुछना कुछ छोड़के लिखते है
@mukeshgalable822 күн бұрын
जो लोग पुरानी संस्कृति को नष्ट करना चाहते है इसमें नुस्कान उनका भी होगा उनके साथ साथ सारी दुनिया में रहने वाले इंसानों का भी है इस लिए सबको पुरानी संस्कृति बचाना चाहिए और पुरानी संस्कृति पर चलना चाहिए
@RajeevRanjanPrasad2 күн бұрын
हार्दिक आभार
@mukeshgalable822 күн бұрын
मुझे लहता है हड़प्पा के बाद भी इस ज्ञान 400 500 सो साल पहले तक इस्तेमाल किया जाता रहा होगा तभी तो इतने अच्छे मंदिर महल बनाए जाते रहे और वो कही कही अभी भी बचे हुए है बहुत ही अच्छी जानकारी दी है अपने आप जैसे महा गुरु की बहुत ज्यादा जरूरत है देश को आपका बहुत बहुत धन्यवाद